सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 19 मई। तेंदूपत्ता तोडऩे जंगल गए ग्रामीण पर मादा भालू व उनके बच्चों ने हमला कर दिया। उसे एंबुलेंस से उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। घायल को 30 से अधिक टांके लगाए गए। आवश्यक दवाइयां देकर उसे 108 के माध्यम से जिला अस्पताल भेज दिया गया।
लॉकडाउन में रोजी रोटी चलाना गरीबों के लिए दूभर होती जा रही है और प्राकृतिक आपदा आकर उनका तकलीफ और बढ़ा देती है। नान्हू राम पंडो (45) मृगाडांड तेंदूपत्ता तोडऩे भोर से ही रामगढ़ के जंगल मे अपने साथियों के साथ गया हुआ था। करीब 8 बजे 3 भालू के बच्चों द्वारा पीछे से हमला कर दिया गया। नान्हू बचने का प्रयास करने लगा, तभी मादा भालू आ गयी और उसने भी हमला बोल दिया, वह चिल्लाते हुए घायल होकर गिर गया।
चीख पुकार सुनकर साथियों के द्वारा उसे बचाया गया, उसके सिर में गंभीर चोट व बाया हाथ टूट गया। साथियों के द्वारा 108 को कॉल किया गया और ज़ब तक 108 पहुंचती, खाट के माध्यम से जंगल से नीचे उतारा गया। भालू का हमला बहुत खतरनाक था, इस अंदेशा से ड्यूटी स्टॉफ ईएमटी कृष्णा श्रीवास व पायलट कृष्णा कुमार तुरंत केस के लिए रवाना हुए और दस मिनट के भीतर ग्राम में पहुंचकर घायल के जख्म का मरहम पट्टी करते हुए उसे उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के दौरान घायल को 30 से अधिक टांके लगाए गए। आवश्यक दवाइयां देकर उसे 108 के माध्यम से बेहतर उपचार हेतु जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया।