बस्तर
जोगी कांग्रेस नेता नवनीत-भरत पर एफआईआर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 मई। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नवनीत चांद व युवा नेता भरत कश्यप, मोहन मौर्य व अन्य पर एपेडेमिक एक्ट सहित कई धाराओं में एफआईआर की गई है।
परपा थाना प्रभारी बीआर नाग ने बताया कि नवनीत चांद व युवा नेता भरत कश्यप, मोहन मौर्य व अन्य के खिलाफ एपेडेमिक एक्ट सहित कई धाराओं में एफआईआर की गई है।
बस्तर जिले में कोरोना प्रोटोकॉल लागू है। बावजूद इसके भी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के नेताओं द्वारा तोकापाल ब्लॉक के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आम सभा करने तथा अधिकारियों को धमकाने का आरोप सामने आया है। साथ ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नवनीत चांद द्वारा सोशल मीडिया में सार्वजनिक किए गए वीडियो के आधार पर तोकापाल तहसीलदार ने परपा थाने में लिखित शिकायत की है। जिसके आधार पर कथित तौर पर शहर जिला जनता कांग्रेस अध्यक्ष नवनीत चांद व युवा नेता भरत कश्यप सहित कई लोगों के खिलाफ ऐपेडेमिक एक्ट के तहत् अपराध कायम किया गया है।
इस मामले की पुष्टि करते हुए एडिशनल एसपी ओ. पी. शर्मा ने बताया कि नवनीत चाँद पर धारा 188, 269, 270, 34 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
अपने ऊपर हुए एफआईआर को लेकर जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नवनीत चाँद का कहना है कि यह बड़ी विडंबना की बात है, कि जहां सरकार नहीं पहुंच रही है। वहां जन सेवा हेतु हजारों लोग जनता की सेवा कर रहे हैं। संक्रमण काल के दौरान लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसी स्थिति में यदि राशन पहुंचाना सरकार की नजर में अपराध है तो हर वह व्यक्ति जो लोगों की मदद कर रहा है, वह अपराधी है। जब प्रशासन के द्वारा समाज सेवा करने हेतु अनुमति पत्र जारी किया गया है, उसके पश्चात इस प्रकार की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध करना जबकि इसमें कोई धारा बनता ही नहीं है। वहीं बस्तर के जनप्रतिनिधि भी लगातार लोगों की सेवा में लगे हुए हैं, अगर यह अपराध मेरे द्वारा किया गया है तो मुझे लगता है कि बस्तर में सेवा करने वाले हर एक व्यक्ति को अपराधी की नजर से सरकार को देखना चाहिए और मुझे पूरा यकीन है कि न्यायालय में मुझे न्याय जरूर मिलेगा।
इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता संकल्प दुबे का कहना है कि मुझे ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता कि उन्होंने पेंडेमिक के नियमों का उल्लंघन किया है। उनके पास समाज सेवा करने को लेकर कलेक्ट्रेट ऑफिस से परमिशन भी लिया गया है। अगर इस तरह का कोई एफआईआर हुआ है तो कोर्ट में जाएंगे पैरवी करेंगे।