बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 28 मई । जिन मरीजों को कोरोना से राहत मिलने के बावजूद शरीर में कुछ तकलीफें हैं, उन्हें पोस्ट कोविड उपचार से राहत मिल रही हैं। डिमरापाल में स्थित स्व. बलीराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित शहीद महेन्द्र कर्मा चिकित्सालय में ऐसे मरीजों के उपचार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. केएल आजाद और कोविड प्रभारी डॉ नवीन दुल्हानी ने बताया कि जिला प्रशासन के प्रयासों से लगभग चार माह पूर्व यह सुविधा प्रारंभ की गई। इससे मरीजों को काफी राहत मिल रही है। उन्होंने बताया कि जब से कोरोना की दूसरी लहर प्रारंभ हुई है, तब से ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है, जिन्हें सांस लेने में समस्या, छाती में दर्द, कमजोरी और मानसिक तनाव की समस्या है। ऐसे मरीजों के उपचार के लिए यहां डेमोंस्ट्रेटर डॉ. ए प्रशांत, छाती रोग, टीबी रोग व श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. गरिमा मरकाम, नेत्र रोग विशेषज्ञ टीसी आडवाणी, डॉ. मणीकिरण कुजूर, मनोचिकित्सक डॉ. वत्सला, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. कुलदीप भारद्वाज की सेवाएं ली जा रही हैं।
ब्लैक फंगस से निपटने के लिए तैयारी पूरी
कोरेाना के उपचार के बाद कई मरीजों के ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की खबरों को देखते हुए शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यहां इन मरीजों के उपचार के लिए एक वार्ड को आरक्षित करने के साथ ही चिकित्सकों को भी उपचार के लिए तैनात कर दिया गया है। ब्लैक फंगस के मरीजों में आंख, नाक, कान और गला से संबंधित समस्याओं को देखते हुए इनके विशेषज्ञ चिकित्सकों को जिम्मेदारी दे दी गई है। हालांकि अभी पूरे बस्तर अंचल में किसी भी व्यक्त के ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है।
कोरोना की तीसरी लहर के लिए मेडिकल कॉलेज पूरी तरह तैयार
कोरोना के दूसरे लहर के दौरान गंभीर मरीजों को सफलतापूर्वक उपचार कर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के बाद तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए शासकीय मेडिकल कॉलेज में तैयारियों को तेज कर दिया गया है। इसके लिए कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या 200 से बढ़ाकर 425 कर दी गई है। वहीं ऑक्सीजन की सुविधा युक्त बिस्तरों की संख्या 153 से बढ़ाकर 300, हो चुकी है। आईसीयू बिस्तरों की संख्या 15 से बढ़ाकर 62, एचडीयू बिस्तरों की संख्या 10 से बढ़ाकर 30, आईसोलेशन बिस्तरों की संख्या 60 से बढ़ाकर 125 कर दी गई है। इसके साथ ही शिशुओं के लिए पहली बार 14 आईसीयू बिस्तर एवं 30 बिस्तरों का वार्ड भी तैयार कर लिया गया है। यहां ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट की स्थापना के साथ ही इसकी बेहतर आपूर्ति हो रही है। इसकी क्षमता को और बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।