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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 23 मार्च। ‘जानबो त बचबो’ के तहत कार्यक्रम आयोजित कर सलका में ग्रामीण जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान पंचायत के लोगों को जागरूक किया गया।
कोटा थाना क्षेत्र में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर पारुल माथुर के निर्देशन पर चलाए जा रहे ग्रामीण जागरूकता अभियान ‘जानबो त बचबो’ अभियान की शुरुआत रतनपुर से की गई थी। थाना कोटा क्षेत्र के 7 दिवसीय कोटेश्वर महादेव मेले में की गई थी। जिसमें मेले में आये हज़ारों लोगों को जागरूक किया गया था, उस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रोहित झा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आशीष अरोरा के मार्गदर्शन में थाना क्षेत्र के सलका में ग्रामीण जागरूकता अभियान चलाया गया।
ग्रामीण परिवेश के लोग भोले भाले होते हैं, जो ठगो द्वारा अलग-अलग तरीकों से उनके साथ हो रहे अपराधो के बारे में जागरूक नहीं होने से अक्सर ठगी के शिकार होते रहते हैं। उनको जागरूक करने वरिष्ठ कार्यालय द्वारा ग्रामीण जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है, जिसके तहत आज इस अभियान के दौरान ग्राम पंचायत सलका के ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार के ठगी, अपराध, उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देते हुए उनसे बचने के उपायों के बारे में बताया गया।
इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच, बुजुर्ग सदस्य, महिलाएं, पुरुष, युवा, बच्चे जिन्होंने इस अभियान से जुडक़र कर विभिन्न अपराधों से बचने के बारे में ग्रामीण जागरूकता अभियान में कोटा प्रभारी दिनेश चंद्रा मुख्य रूप से उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 मार्च। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर के द्वारा विगत 8 वर्षों से ह्रदय रोगियों के लिए नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर लगेगा। यह शिविर 25 मार्च को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा।
यह शिविर 6-6 माह के अंतराल में लगाया जाता है । इस शिविर में रेलवे में कार्यरत अथवा कोई भी अन्य हृदयरोग से पीडि़त मरीज पेसमेकर का नि:शुल्क जांच करा सकते हैं। जरूरत पडऩे पर उसमें बैटरी लगाया जाता है तथा नये पेस मेकर भी लगाये जाते हैं। पेस मेकर को रि-प्रोग्रामिंग करना एवं पेसमेकर की बैट्री लाइफ की जांच करना इस शिविर का उद्देश्य है ।
केंद्रीय चिकित्सालय के ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ. चंदन कुमार दास, हृदय रोग विशेषज्ञ की पहल पर नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर बिलासपुर रेल्वे अस्पताल में पिछले 12 साल से लगाया जा रहा है । रेलवे तथा गैर रेलवे पेसमेकर के मरीजों ने इस शिविर का लाभ लेते आ रहे हैं। बिलासपुर तथा देश के किसी भी प्रांत से सभी पेसमेकर के मरीजों से इस शिविर का लाभ लेने की अपील रेलवे ने की है। पेसमेकर के साथ नए रोगी मोबाइल नंबर 9752475060 पर पंजीकरण कर सकते हैं।
जिन मरीजों को पेसमेकर लगाया जाना है, उनको संबंधित उपचार के अपने कागजात लाने होंगे। पेसमेकर को हृदय रोगी के रोगियों में प्रत्यारोपित किया जाता है जहां हृदय गति होती है, जो विभिन्न कारणों से असामान्य रूप से धीमा हो जाती है। पेस मेकर एक बार प्रत्यारोपित करने के बाद इन पेसमेकर की निगरानी की आवश्यकता होती है। इनमें बैटरी जीवन का हर छह महीने या एक वर्ष का मूल्यांकन किया जाना जाता है।
मंत्री शिव डहरिया ने विधायक शैलेश पांडे के सवाल पर विधानसभा में दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मार्च। विधायक शैलेष पांडेय अरपा नदी के संवर्धन को अपनी प्राथमिकता में रखते हुए समय-समय पर राज्य शासन का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। मंगलवार को फिर उन्होंने विधानसभा में राज्य शासन का अरपा नदी में दोनों और नाला निर्माण को लेकर जानकारी मांगी।
विधायक पांडेय ने सदन में कहा कि राज्य शासन ने बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी संवर्धन के लिए दो बैराज की स्वीकृति दी थी, जो निर्माणाधीन है। बिलासपुर में पेयजल का मुख्य स्रोत नदी का जल है, परंतु नदी में अपशिष्ट जल ना आए एवं शुद्ध रहे, उसके लिए दोनों ओर 5 किलोमीटर लंबा नाला निर्माण कराना अति आवश्यक है। नाला निर्माण के बाद ही अरपा नदी का जल शुद्ध रहेगा। बिलासपुर के लोगों का जीवनदायिनी अरपा नदी से भावनात्मक रूप से लगाव है एवं राज्य गीत का पहला शब्द ही अरपा है। इसलिए इस नदी के दोनों ओर नाला निर्माण अति आवश्यक है।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्री डॉ डहरिया ने सदन में बताया कि यह सही है कि बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी है। इसके संवर्धन के लिए राज्य शासन ने दो बैराज स्वीकृत किए हैं, जो निर्माणाधीन है। नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड बिलासपुर अरपा नदी जल संवर्धन के लिए इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक और अरपा साडा की स्वीकृत विकास योजना के अनुसार नदी के दोनों किनारों पर 80 फुट चौड़ी फोरलेन सड़क एवं नाले का निर्माण कर रहा है।
सड़क की लंबाई 03.60 किलोमीटर (दाहिनी ओर 1.8 किलोमीटर एवं बाईं ओर 1.8 किलोमीटर) है। एवं नाले की लंबाई 4.2 किलोमीटर (दाहिनी ओर 2.1 किलोमीटर एवं बाईं ओर 2.1 किलोमीटर) प्रस्तावित है। इसके आगे ग्राम मंगला से शिवघाट बैराज होते हुए इंदिरा सेतु तथा शनिचरी रपटा से पचरीघाट बैराज तक नाला निर्माण की योजना तैयार की जा रही है। इसकी कुल लंबाई 9 किलोमीटर (दाहिनी ओर 4.25 किलोमीटर एवं बाईं ओर 4.75 किलोमीटर) है।
इसके अलावा सरकंडा से मोपका तक नदी में मिलने वाले नालो के गंदे पानी को सीवरेज हेतु योजना का डीपीआर नगर निगम स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा तैयार किया जा रहा है जो प्रक्रियाधीन है। मंगला क्षेत्र के रोकने हेतु 4.7 किलोमीटर नाला एवं कोनी क्षेत्र के दूषित जल रोकने हेतु 4.3 किलोमीटर लंबा नाला निर्माण की योजना स्मार्ट सिटी लिमिटेड बिलासपुर द्वारा बनाई गई है।
तीन नाबालिगों में एक लड़की भी, दो जगह छापामारी में 5 गिरफ्तार, 6.50 लाख के टेबलेट इंजेक्शन जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मार्च। एंटी क्राइम ब्यूरो और साइबर यूनिट ने दो जगह छापा मारकर भारी मात्रा में नशीला टेबलेट व इंजेक्शन बरामद किए हैं। मामले में कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से तीन नाबालिग हैं।
जरहाभाटा मिनी बस्ती इलाका पिछले कई वर्षों से अवैध नशीले टेबलेट और इंजेक्शन की बिक्री के लिए जाना जाता है। पुलिस यहां पर कई बार छापामारी करती है मगर नए केस भी लगातार आते हैं।
पुलिस 21 मार्च को छापा मारी कर मिनी बस्ती जरहाभाटा की पल्लवी जांगड़े (22 वर्ष) को गिरफ्तार किया जो चंदेला नगर में किराए का मकान लेकर नशीली गोलियां और इंजेक्शन बेचती थी। किराए के मकान में एक अन्य आरोपी संजीव टंडन को भी पकड़ा गया। साथ ही एक नाबालिग भी उनके साथ धंधे में लगा हुआ था। इस घर से भारी मात्रा में नशे का सामान मिला।
सूचना मिलने पर पुलिस ने मिनी बस्ती जरहाभाठा में ही एक दूसरे घर पर दबिश डाली वहां एक नाबालिग लड़का और एक नाबालिग लड़की को नशीली दवाओं के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया।
दोनों जगह की छापामारी में 2.50 लाख रुपए की अवैध नशीली गोलियां और इंजेक्शन की जब्ती की गई है, जिनकी बाजार में कीमत 6.50 लाख रुपए से अधिक है। इनसे 4 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जिनमें एक आईफोन है।
बताया गया है कि मुख्य आरोपी पल्लवी जांगड़े का पति और सास नशीली दवाइयां बेचने के आरोप में ही जेल में है और उनके जाने के बाद बहू यह धंधा करने लगी। पुलिस को इन्होंने बताया कि नशे की टेबलेट वे मध्यप्रदेश से ट्रांसपोर्ट के जरिये मंगाते हैं। ज्यादातर माल कटनी और शहडोल से आता है।
पहले भी लूट के एक दर्जन मामलों में पुलिस नहीं दिला पाई सजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मार्च। सन 2008 में सक्ती के एसबीआई एटीएम के गार्ड की हत्या कर डकैती डालने के आरोपी पुष्पेंद्र चौहान और उसके 3 साथी हाईकोर्ट से बरी हो गए। इसके विरुद्ध लूट के एक दर्जन से ज्यादा और मामले हैं, जिनमें उन्हें बरी किया जा चुका है।
जांजगीर-चांपा जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के ग्राम दर्राभांठा निवासी पुष्पेंद्र चौहान उर्फ मनीष और उसके तीन अन्य साथियों को पुलिस ने 29 दिसंबर 2008 को स्टेट बैंक एटीएम में गार्ड की हत्या कर 14 लाख रुपये की डकैती करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांजगीर-चांपा के द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश ने इन सभी को आजीवन कारावास की सजा 30 मई 2014 को सुनाई थी। इनके खिलाफ कुल 14 लाख रुपए का जुर्माना भी किया गया था, जो स्टेट बैंक को दिया जाना था। अपने अधिवक्ता के माध्यम से जिला कोर्ट के फैसले को आरोपियों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। पुलिस की विवेचना की कई खामियों को सामने लाते हुए आरोपियों के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में दलीलें पेश की। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
बैंक, राहगीरों और रेलवे स्टेशन पर लूट के करीब एक दर्जन मामले भी इन आरोपियों पर बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा की पुलिस ने 2008 और 2009 में दर्ज किया था। इन मामलों में सोहागपुर (कोरबा) के ग्रामीण बैंक से 71 लाख 25 हजार की लूट का बड़ा मामला भी है। इन सभी मामलों में आरोपी पहले से बरी हो चुके हैं।
आरोपी पुष्पेंद्र चौहान पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से 50 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का आरोप भी है। इसके अलावा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी अलग-अलग पत्र लिखकर उसने एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। ये सभी पत्र उसने बिलासपुर सेंट्रल जेल से भेजे थे। आरोपी इन तीनों मामलों में अभी मुकदमे का सामना कर रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मार्च। कानन पेंडारी जू में फिर एक भालू की हालत गंभीर हो गई है। एक माह के भीतर यहां दो भालुओं की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों के मुताबिक इनमें हैपेटाइटिस का संक्रमण हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि बीते 26 फरवरी को कुश नाम के भालू की और 10 मार्च को कन्हैया की मौत हुई थी। दोनों मौतें संक्रमण की वजह से होने की आशंका जताई गई थी।
जू के अधिकारियों ने इन मौतों को लेकर आगरा के विशेषज्ञ डॉक्टर इलाई राजा से बात की थी। उन्होंने फिर से एक भालू के बीमार होने पर हेपिटाइटिस वायरस का संक्रमण होने की आशंका जताई है।
कानन पेंडारी के 9 भालुओं को अलग-अलग केज में रखा गया है। जिस भालू की तबीयत खराब है, उसने 2 दिन से खाना पीना बंद कर दिया है। उसके शरीर में झटके आ रहे हैं और सांस लेने में भी तकलीफ है।
जू के डॉक्टर उसका उपचार कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मार्च। छत्तीसगढ़ को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त राज्य बनाने की दिशा में पहल शुरू हो गई है। प्रथम चरण में पांच जिलों के लाभार्थियों को चिन्हांकित कर रजिस्ट्रेशन किया गया है, जिनका जल्द ही ऑपरेशन किया जाएगा। इसके लिए मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं नेत्र नेत्र सहायक अधिकारियों को अधिकृत किया गया। ताकि सर्वे कर स्पॉट में ही उनका रजिस्ट्रेशन कर मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा सके। पंजीकृत मरीजों का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर ही ऑपरेशन के पूर्व किए जाने वाली सभी जांच कराकर उन्हें ऑपरेशन के लिए भेजा जाएगा, ताकि अकारण देरी की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके साथ ही उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
प्रथम चरण में पांच जिले मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त राज्य योजना के संबंध में संचालक महामारी नियंत्रण सह राज्य कार्यक्रम अधिकारी अंधत्व निवारण, डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया योजना के प्रथम चरण के लिए पांच जिलों रायपुर, धमतरी, दुर्ग, जगदलपुर एवं सूरजपुर का चयन किया गया है। इसके लिए सर्वे कर एप में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी किया गया है। जिसके तहत रायपुर में 960, धमतरी में 964, दुर्ग में 1789, जगदलपुर में 1211 तथा सूरजपुर में 541 मरीजों को ऑपरेशन के लिए चिन्हांकित किया गया है। इनमें एक आंख में मोतियाबिंद और दोनों आंख में मोतियाबिंद के मरीज शामिल हैं।
सालभर में लगभग 1 लाख ऑपरेशन
डॉ. मिश्रा ने बताया औसतन सालभर में लगभग 1 लाख मरीजों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया जाता है। वहीं मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त योजना के तहत मरीजों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। क्योंकि मोतियाबिंद के मरीज सामान्यत: उम्रदराज होते हैं इसलिए अस्पताल लाने से लेकर घर पहुंचाने और ऑपरेशन प्रक्रिया के दौरान असुविधा ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
बदबू आने पर पड़ोसियों को तीन दिन बाद पता चला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मार्च। सरकंडा थाना इलाके में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। घटना का पता बदबू आने पर पड़ोसियों को तीन दिन बाद पता चला।
बहतराई में दुर्गेश गोंड (20 वर्ष) अपने घर पर अकेले रहता था। उसकी मां उसे छोडक़र चली गई थी, जबकि पिता की मौत हो चुकी है। भाई-बहन बिल्हा में अपने बड़े पिता के पास रहते हैं। रविवार को कमरे से बदबू आने पर पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया तो वह भीतर से बंद था। उन्होंने सरकंडा पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने दरवाजा तोडक़र भीतर प्रवेश किया तो दुर्गेश का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस के मुताबिक युवक नशे का आदी था और घटना होली के दिन की है।
बिलासपुर, 21 मार्च। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 3000 लाइनमैन की भर्ती के विज्ञापन को निरस्त करते हुए विद्युत वितरण कंपनी को फिर से प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है।बिजली विभाग ने 12 अगस्त को लाइनमैन के 3000 पदों पर भर्ती के लिए 12 अगस्त को विज्ञापन जारी किया था, जिसमें 1.36 लाख आवेदन आए थे। भर्ती मेरिट के आधार पर की जानी थी, जिसके लिए दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक था। नियुक्ति के लिए मार्कशीट के 70 प्रतिशत अंक और अनुभव पर 30 प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए थे।
एक आवेदक रायपुर के बेखराम साहू ने इस प्रक्रिया को चुनौती दी थी और कहा कि कंपनी ने विभाग में पूर्व से कार्यरत संविदा कर्मियों को प्राथमिकता देने की तैयारी कर ली है। उनके अनुभव को प्राथमिकता दी जा रही है, जो कानून सम्मत नहीं है। वस्तुत: सभी आवेदकों के अंक और अनुभव पर विचार किया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कार्यरत है, लेकिन उसके अनुभव को मान्यता नहीं दी जा रही है। करीब 2700 संविदा कर्मियों को इस भर्ती के जरिए नियमित नियुक्ति देने की योजना विभाग ने बना ली है, जिससे अन्य आवेदकों के अवसर समाप्त हो रहे हैं।
प्रकरण की सुनवाई जस्टिस पी सैम कोसी की सिंगल बेंच में हुई। अदालत ने याचिकाकर्ता की दलील से सहमति जताते हुए भर्ती की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू करने का आदेश दिया है।
बिलासपुर, 21 मार्च। होली के 3 दिनों में अलग-अलग सडक़ दुर्घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई।रविवार की सुबह रतनपुर के संतोष जायसवाल को अज्ञात वाहन ने सुबह 7 बजे घर के पास टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उसे सिम्स हॉस्पिटल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। चकरभाठा थाने के रहंगी में अज्ञात वाहन ने एक युवक दिलीप धृतलहरे को टक्कर मार दी। उसका शव रविवार की सुबह सडक़ पर पड़ा हुआ मिला। मस्तूरी थाना इलाके के भदौरा में शिवनाथ राठौर को एक कार टक्कर मार दी। घटनास्थल पर ही शिवनाथ की मौत हो गई, जबकि उसकी मां जो साथ में थी, घायल हो गई। सरकंडा थाना क्षेत्र के खपराखोल गांव में एक बाइक सवार ने स्कूटी पर सवार रामकुमार केवट को टक्कर मारी। सिम्स अस्पताल पहुंचाते समय उसकी मृत्यु हो गई। कोटा थाना क्षेत्र के मने मोड़ पर बाइक सवार विजय ठाकुर अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गया, अस्पताल लाते समय मौत हो गई। उसका घायल साथी सिम्स में लाया गया है, जिसका इलाज चल रहा है।
सीएम ने की वित्तीय बजट में करोड़ों की राशि स्वीकृत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगी रोड (कोटा), 21 मार्च। वार्ड नंबर 14 में स्थित नगर के पौराणिक तालाब कोट सागर कोटा नगर में वर्षों से जीर्ण शीर्ण पड़े कोटसागर तालाब का कायाकल्प अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष गुप्ता के अथक प्रयास क्रियान्वित होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने करोड़ों की राशि स्वीकृत की है। कोटसागर तालाब के साथ साथ धरमपूरा बांध के लिए भी राशि मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी है। वित्तीय बजट में कोटसागर तालाब के जीर्णोद्धार के लिए दो करोड़ 40 लाख एवम धरमपुरा बांध के लिए एक करोड़ दस लाख रुपए की स्वीकृति मिली है।
विदित हो कि पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष संतोष गुप्ता विकास कामों के लिए लगातार प्रयासरत थे। उनके पत्नी गीता संतोष गुप्ता वार्ड नं 14 से पार्षद है कोटसागर तालाब व धरमपुरा बांध इसी वार्ड के अंतर्गत है। श्री गुप्ता ने बताया कि उक्त राशि सौंदर्यीकरण मद से विरासत में मिले सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिरों का रखरखाव कॉटेज गार्डन तथा तालाब का सौंदर्यीकरण गहरीकरण प्रस्तावित है। संतोष गुप्ता ने मुख्यमंत्री भूपेश बधेल एवम जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चोबे के प्रति आभार व्यक्त किया है। कार्यपालन अभियंता जल संसाधन अशोक तिवारी अनुविभागीय अधिकारी ए के सक्सेना ने कार्य को मूर्त रूप देने का आश्वासन दिया कोटसागर तालाब का जीर्णोद्धार की राशि स्वीकृत होने से वार्ड के साथ साथ पूरे कोटा नगर के लोगों में हर्ष व्याप्त है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 मार्च। होली के 3 दिनों में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई।
रविवार की सुबह रतनपुर के संतोष जायसवाल को अज्ञात वाहन ने सुबह 7 बजे घर के पास टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उसे सिम्स हॉस्पिटल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
चकरभाठा थाने के रहंगी में अज्ञात वाहन ने एक युवक दिलीप धृतलहरे को टक्कर मार दी। उसका शव रविवार की सुबह सड़क पर पड़ा हुआ मिला। मस्तूरी थाना इलाके के भदौरा में शिवनाथ राठौर को एक कार टक्कर मार दी। घटनास्थल पर ही शिवनाथ की मौत हो गई जबकि उसकी मां जो साथ में थी, घायल हो गई।
सरकंडा थाना क्षेत्र के खपराखोल गांव में एक बाइक सवार ने स्कूटी पर सवार रामकुमार केवट को टक्कर मारी। सिम्स अस्पताल पहुंचाते समय उसकी मृत्यु हो गई। कोटा थाना क्षेत्र के मने मोड़ पर बाइक सवार विजय ठाकुर अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गया, जिसकी अस्पताल लाते समय मौत हो गई। उसका घायल साथी सिम्स में लाया गया है, जिसका इलाज चल रहा है।
बिलासपुर, 20 मार्च। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पसान इलाके में हाथियों के हमले से 8 साल की एक बच्ची की मौत हो गई।
ज्ञात हो कि मरवाही वन मंडल में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। रुमगा गांव के धनुवार परिवार के लोग आज सुबह महुआ बीनने के लिए जंगल की ओर गए थे। वन विभाग ने हाथियों के विचरण करने को लेकर कोई चेतावनी इस इलाके में जारी नहीं की थी। परिवार के साथ गई 8 साल की उक्त बच्ची को दो हाथियों ने घेर लिया और उसे बुरी तरह कुचल दिया। घटनास्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
ग्रामीणों में वन विभाग के अधिकारियों को लेकर भारी नाराजगी है क्योंकि हाथियों के आमद के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी। उनका कहना है कि ग्रामीणों को यदि वन विभाग ने सतर्क कर दिया होता तो यह हादसा नहीं होता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 17 मार्च। अन्य शिक्षण क्षेत्रों की अपेक्षा नर्सिंग क्षेत्र में छात्राओं के लिए सुनहरा अवसर होता है वर्तमान समय में जिस प्रकार नर्सिंग / चिकित्सा क्षेत्र को देखते हैं तो रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। जिस हेतु नर्सिंग स्टॉफ की आवश्यकता संपूर्ण विश्व में ही नहीं अपितु देश में भी अति आवश्यक है।
भारतीय उपचर्या परिषद् द्वारा बी.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम में सत्र 2021-2022 के प्रवेश हेतु 50 प्रतिशत प्राप्त प्रशिक्षार्थियों को ही बी.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु योग्य माना जा रहा था। किन्तु अधिकतर प्रशिक्षार्थी का 50 प्रतिशत नहीं होने पर उन्हें नर्सिंग में प्रवेश से वंचित होना पड़ रहा था।
वर्तमान में नर्सिंग की प्रवेश प्रक्रिया में प्रतिशत के आधार को समाप्त कर दिया है। इसके साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भी नर्सिंग में प्रवेश लेने हेतु शून्य प्रतिशत पाये प्रशिक्षार्थियों को भी मंजूरी दे दी गई है। साथ ही दिनांक 16 मार्च 2022 से बी.एस.सी. नर्सिंग में पुन: रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है जिससे नर्सिंग महाविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक प्रशिक्षार्थियों के लिए सुनहरा अवसर होगा।
इसी तारतम्य में पं. गोकुल-कमला मेमोरियल एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित बिलासपुर में आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुनकुरी जिला जशपुर में अपार इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग विगत 13 वर्षों से चिकित्सा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। आज बहुत से व्यवसाय देखे जा रहे हैं, किन्तु चिकित्सा ऐसा क्षेत्र हैं जहाँ आबादी के साथ-साथ मरीज भी बढ़ते जा रहे हैं, और नर्सिंग स्टॉफ की जरूरत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। विगत 13 वर्षो से यह भी देखा जा रहा है कि छात्राओं का नर्सिंग के प्रति रूझान बढ़ता जा रहा हैं।
हम देख सकते हैं कि न केवल सिर्फ लड़कियों व लडक़े भी नर्सिंग में आकर अपना भविष्य उज्जवल कर रहे हैं, क्योंकि आज की पीढ़ी समझदार व व्यवहारिक हैं उन्हें यह ज्ञात हैं कि नर्सिंग न केवल रोजगार का एक अच्छा जरिया हैं बल्कि कई क्षेत्रों से हमें जोड़ता है। आज अस्पतालों या नर्सिंग होम्स, इंडस्ट्रीयल नर्सिंग हॉस्पीटल मेनेजमेंट, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों जैसे कई अन्य भी है जो विद्यार्थी विज्ञान विषय एवं अलग अन्य किसी भी विषय से 12वीं उत्तीर्ण हुए बी.एस.सी. नर्सिंग, जीएनएम नर्सिंग करने के पश्चात् आगे नर्सिंग में अपना भविष्य बना सकते हैं आर्गे के अध्ययन हेतु एम.एस.सी. नर्सिंग, प्रम फील व पी.एच.डी. तक पढ़ा जा सकता है जिसका कॉफी अच्छा कार्यक्षेत्र हैं।
नर्सिंग एक बहुमुखी क्षेत्र हैं आप इसकी सेवाएं देश से बाहर बहुत ही अच्छे वेतन स्तर पर कर सकते हैं। राज्य में जिस प्रकार नर्सेस की आवश्यकता हैं उसे देखते हुए सरकार छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से शिक्षित कर रही हैं व शिक्षा ऋण का भी प्रावधान हैं राज्य सरकार व केन्द्रीय सरकार की रिक्तियाँ (वेकेन्सी) लगातार निकल रही है किन्तु नर्सेस की आवश्यकता अभी तक पूर्ण नहीं हो पाई हैं।
नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश हेतु बी.एस.सी. नर्सिंग प्रवेश परीक्षा देना अत्यंत आवश्यक होता है। जबकि जी.एन.एम. नर्सिंग प्रवेश हेतु छात्र-छात्राओं को 12वीं की परीक्षा किसी भी विषय में पढऩा होता है ऐसे विद्यार्थी को जी.एन.एम. नर्सिंग प्रवेश के लिए छ.ग. चिकित्सा शिक्षा रायपुर द्वारा काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूर्ण कर विद्यार्थी को नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है। जी.एन.एम. नर्सिंग 3 वर्षीय एव बी.एस.सी. नर्सिंग 4 वर्षीय कोर्स है जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ क्लीनिकल प्रशिक्षण (शासकीय अस्पताल एवं निजी अस्पताल) की भी सुविधाएँ कॉलेज द्वारा दी जाती है इससे विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ नर्सिंग के क्षेत्र में परिपक्व हो जाते हैं एवं नर्सिंग की अंतिम वर्ष की परीक्षा पास करते ही रोजगार के सुनहरे अवसर विद्यार्थी के समक्ष देश-विदेश में उपस्थित होते हैं।
भारतीय उपचर्या परिषद् नई दिल्ली एवं छग चिकित्सा शिक्षा रायपुर द्वारा सत्र 2020-2021 से कॉलेज का सत्र सितम्बर माह से प्रारंभ किया जाना निश्चित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा सभी शासकीय एवं अशासकीय नर्सिंग कॉलेज की वार्षिक परीक्षाएं प्रत्येक वर्ष अक्टूबर-नवम्बर माह में समाप्त हो जाया करेगी सत्र 2021-22 के बी.एस.सी. नर्सिंग एवं जी. एन. एम. नर्सिंग प्रवेश हेतु प्रशिक्षार्थी नर्सिंग विद्यालय एवं महाविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
साथ ही इन नम्बरों में 9131586102 8319675516, 7000285768, 9131778303 भी जानकारी ले सकते हैं। उक्त जानकारी आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग, लालखदान बिलासपुर के मेनेजर अनिल कुमार डांगरे द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।
पुलिस ने भी मिली रकम दान कर दी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 17 मार्च। रायगढ़ के एक व्यापारी की घरेलू सहायिका की 12 वर्षीय भतीजी ने पूजा समारोह के दौरान सोने के दो बिस्कुट चुरा लिए। चोरी करके वह वापस अपने घर बिलासपुर आ गई। उसने एक सराफा दुकान में सोना बेचने की कोशिश की तो दुकानदार ने पुलिस को खबर कर दी। व्यापारी को अपना गायब सोना मिल गया पर उन्होंने बच्ची के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने से मना कर दिया। यही नहीं उन्होंने पुलिस को 11 हजार रुपये इनाम भी दिये।
पुलिस के अनुसार रायगढ़ के ट्रांसपोर्टर अनिल अग्रवाल के यहां बीते दिनों एक वैवाहिक कार्यक्रम था। यहां वर्षों से काम कर रही उनकी घरेलू सहायिका ने बिलासपुर से अपने परिवार को लोगों को भी बुला लिया था। इनमें उसकी 12 साल की भतीजी भी थी। समारोह के दौरान नाबालिग भतीजी ने खुले हुए पूजा घर में रखे सोने के दो बिस्कुट चुरा लिए और वापस बिलासपुर आ गई। वह बिलासपुर के सदर बाजार में एक सराफा व्यापारी के पास सोने के दोनों बिस्कुट बेचने के लिये पहुंची। व्यापारी को बच्ची के हाथ में सोना देखकर संदेह हुआ और उसने कोतवाली पुलिस को खबर कर दी। पुलिस ने पहुंचकर बच्ची से बात की तो राज खुला कि उसने चोरी की है।
पुलिस ने ट्रांसपोर्टर से संपर्क कर उन्हें बिलासपुर आने कहा। बिलासपुर आकर ट्रांसपोर्टर ने अपना सोना तो ले लिया लेकिन बच्ची के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने से यह कहकर इंकार कर दिया कि लालच में आकर उससे गलती हो गई है। उसकी चाची हमारे यहां कई साल से काम कर रही है, वह भरोसेमंद है। बच्ची को पुलिस के हवाले कर उसके भविष्य को खराब नहीं करना चाहते। इतना ही नहीं पुलिस ने कोतवाली पुलिस को इस मदद के लिये 11 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया। पुलिस ने भी सह्रदयता दिखाते हुए लावारिस नवजात बच्चों को संभालने वाली संस्था मातृछाया को यह राशि दे दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मार्च। एसईसीएल के एक राजस्व निरीक्षक ने बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पहले उन्होंने एक सुसाइडल नोट भी छोड़ा है।
जानकारी के मुताबिक श्याम लाल पनिका (59 साल) चिरमिरी स्थित एसईसीएल के कार्यालय में राजस्व निरीक्षक के रूप में पदस्थ थे। बीते कुछ महीने से वह हार्ट, शुगर और ब्लड प्रेशर के कारण बीमार चल रहे थे। बीते 4 मार्च को उनको अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2 दिन पहले 14 मार्च को ही वे डिस्चार्ज किए गए थे।
बिलासपुर के सरकंडा इलाके के विजयापुरम कॉलोनी में उनका मकान है, जहां उसका बेटा रहकर पढ़ाई करता है। श्यामलाल यही रह कर अपना इलाज करा रहे थे। सुबह बाजार से कुछ सामान लाने के लिए आशीष घर से निकला हुआ था और श्यामलाल घर पर अकेले थे। वापस आने पर उसने पाया कि पिता फांसी के फंदे पर लटक रहे हैं और उनकी मौत हो चुकी है। उसने घटना की जानकारी सरकंडा पुलिस को दी। कमरे की तलाशी लेने पर पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उन्होंने दो लाइन में लिखा है कि बीमारी से तंग होकर मैं आत्महत्या कर रहा हूं। इसमें किसी का दोष नहीं है।
मृतक के पुत्र आशीष का कहना है कि अस्पताल से लौटने के बाद पिता का व्यवहार सामान्य था। आत्म हत्या की आशंका होती तो उनको वह अकेला छोड़कर नहीं जाता। चिरमिरी से उनके परिवार के लोग बिलासपुर पहुंच गए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
सरकंडा पुलिस का कहना है की प्रथम दृष्टया बीमारी के कारण आत्महत्या की बात सामने आ रही है। मामले की जांच की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 मार्च। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति यूयू ललित ने छत्तीसगढ़ में लोक अदालतों के जरिए प्रकरणों के निराकरण पर चल रही कार्रवाई के संबंध में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस गौतम भादुड़ी से चर्चा की।
ज्ञात हो कि राजनांदगांव, बालोद व अन्य जिलों में लोक अदालत का आयोजन किया गया था। जस्टिस ललित ने वीडियो कांफे्रंस के माध्यम से जस्टिस भादुड़ी सहित खंडपीठ के न्यायाधीशों एवं सदस्यों से चर्चा की और समझौते से अधिक से अधिक मामलों का निराकरण कराने के लिए प्रेरित किया।
उल्लेखनीय है कि उक्त लोक अदालतों में आपसी समझौते से अब तक एक लाख से अधिक प्रकरणों का निराकरण हो चुका है आज की लोक अदालत की समाप्ति तक यह संख्या दो लाख तक पहुंचने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर की कुल 3 खंडपीठों में 68 प्रकरणों का निराकरण कर एक करोड़ 20 लाख 17, 800 रुपए का अवार्ड पारित किया गया है। स्थायी नेशनल लोक अदालत रायपुर में 33 हजार प्रकरणों का निराकरण किया गया।
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बिलासपुर, 12 मार्च। कश्यप कॉलोनी स्थित सृष्टि गर्ल्स हॉस्टल में शनिवार की शाम एक इंजीनियर युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवती के कान में वायरलेस हेडफोन फंसा हुआ था। परिजनों ने आत्महत्या पर संदेह जताते हुए पुलिस से जांच की मांग की है।
बरतोरी बिल्हा की 25 वर्षीय प्रियंका कौशिक हॉस्टल में किराए से रहती थी। वह तिवारी आर्किटेक्ट के ऑफिस में काम करती थी। कल घटना के दिन ऑफिस की चाबी उसी के पास थी। शनिवार को जब वह काम पर नहीं पहुंची तो एक स्टाफ शाम 4 बजे हॉस्टल पहुंचा। उसके कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। फोन लगाने पर कोई जवाब नहीं मिलने पर उसे अनहोनी की आशंका हुई। हॉस्टल और आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए।
हॉस्टल मालिक की पत्नी को बुलाकर कमरे का दरवाजा तोडक़र लोग भीतर गए तो देखा कि प्रियंका का शव दुपट्टे के फंदे से पंखे पर लटका हुआ है। उसके कान में वायरलेस हेडफोन भी लटक रहा था और मोबाइल फोन बिस्तर पर था। सूचना मिलने पर सिटी कोतवाली पुलिस वहां पहुंची। प्रियंका के पिता मालिक राम कौशिक को फोन करके सूचना दी गई। फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई गई और कमरे की तलाशी ली गई। वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिली। परिवार की मौजूदगी में उसका शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी प्रदीप आर्य के मुताबिक मोबाइल फोन लॉक है। उसका कॉल डिटेल साइबर सेल से निकाला जा रहा है, जिससे आत्महत्या का कारण पता लगाने में मदद मिलेगी। हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा कई दिन से बंद है। यहां रहने वाली अन्य युवतियों ने घटना के बारे में पता नहीं चलने की बात कही है। युवती के पिता मालिकराम कौशिक ने आत्महत्या पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मार्च। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के बसंतपुर में हिरणों से भरा ट्रक अंधे मोड़ पर पलट गया। राहत की बात यह है कि उसमें सवार 40 से अधिक हिरणों में से किसी को भी चोट नहीं पहुंची।
कोरिया जिले के गुरु घासीदास नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद यहां वन्य जीवों की शिफ्टिंग की जा रही है। रायपुर नंदन वन से करीब 40 हिरणों को यहां शिफ्ट करने के लिये पेंड्रा के रास्ते से एक ट्रक रवाना किया गया था। ट्रक बसंतपुर के पास एक अंधे मोड़ पर पलट गया। इससे वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वन विभाग के अधिकारी तुरंत वहां पहुंचे। ट्रक के भीतर मुआयना करने के पर पाया गया कि किसी भी हिरण को चोट नहीं लगी है तब उन्होंने राहत की सांस ली। ट्रक को क्रेन के जरिये सीधा किया गया, फिर उसी से आगे रवाना कर गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया।
ट्रक पलटने से एक ग्रामीण की बाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसे वन विभाग ने मुआवजा दिया है। जहां ट्रक पलटा वहां सड़क की गलत डिजाइन होने के कारण कई बार दुर्घटनायें होती हैं। रास्ता भी जर्जर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 12 मार्च। दहेज प्रताड़ना के मामले में जैजैपुर पुलिस ने पीड़िता के पति, सास तथा डेढ़ सास को गिरफ्तार किया है। तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। ससुर अभी भी फरार है।
जैजैपुर थाना प्रभारी गोपाल सतपथी के नुसार विवाहिता ने 6 अप्रैल 2021 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शादी के कुछ दिन बाद से ही उसके पति, सास, ससुर और डेढ़ सास दहेज के नाम पर उससे मारपीट व गाली-गलौच करते हैं। काउंसलिंग कराने पर शिकायत की पुष्टि हुई। घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहे थे। मुखबिर से सूचना मिलने पर उन्हें शुक्रवार को उनके घर कुटराबोर से पति नवधा टंडन (26 वर्ष), गरियाबंद निवासी डेढ़ सास दशमत टंडन (35 वर्ष) और सास नवधा टंडन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ससुर नवधा टंडन भी भी फरार है। सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
गले में घंटी बांधकर गांव में घुमाया, आरोपी हंसते रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 12 मार्च। जांजगीर जिले के पामगढ़ थाने के कोसला ग्राम के शनि मंदिर से दो दिन पहले घंटी और दूसरे सामानों की चोरी हो गई। आरोपियों को लोगों ने पकड़ा और घंटियों को उनके गले में बांधकर गांव भर घुमाया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
चोरी के बाद पुजारी और गांव के लोग आरोपियों की खोजबीन में लग गये। जल्दी ही पता चल गया कि गांव के मनोज साहू व विनोद यादव ने घटना को अंजाम दिया है। दोनों से पूछताछ की गई तो शराब के नशे में चोरी करने की बात कबूल कर ली। इसके बाद आरोपियों को पुलिस के सुपुर्द करने के बजाय खुद ही सबक सिखाने का फैसला गांव वालों ने लिया। उन्होंने दोनों के गले में घंटी बांध दी और पूरे गांव में घुमाया। गांव वालों का कहना है कि इतनी सी घटना के लिये थाना जाते तो परेशानी होती, गांव बदनामी होती, इसलिये खुद ही उन्होंने आरोपियों को सबक सिखा दिया।
गांव में घुमाने का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया। गांव में घुमाये जाने के दौरान दोनों आरोपी हंसते जा रहे थे। उन्हें पुलिस के पास नहीं भेजा गया इसलिये वे राहत महूसस कर रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मार्च। रतनपुर के एक व्यवसायी से इलेक्ट्रिक स्कूटर की एजेंसी दिलाने के नाम पर 10.84 लाख रुपये ठग लिये गये।
रतनपुर के महामाया पारा में रहने वाले बी. लेनिन कुमार (37 वर्ष) की मोटरसाइकिल की एजेंसी है। वे इलेक्ट्रिक बाइक की एजेंसी लेने के इच्छुक थे। उन्होंने अपने दोस्त संजय कौशिक से साथ इंटरनेट पर बाइक एजेंसी के लिये सर्च किया। इसमें उन्हें इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचने वाली कंपनी एसकेए नई दिल्ली का पता चला। इंटरनेट में मौजूद मोबाइल नंबर पर उन्होंने कॉल किया। कंपनी ने नवरात्रि से पहले स्कूटरों की डिलिवरी करने का आश्वासन दिया और उससे दो किश्तों में 10 लाख 84 हजार रुपये अपने बैंक एकाउन्ट में जमा करा लिये।
स्कूटर नवरात्रि तक नहीं मिला तो उन्होंने फोन किया। फोन पर उन्हें आश्वासन दिया गया कि वे डिलिवरी नहीं दे पा रहे हैं, इसलिये रुपये वापस कर देंगे। इस बीच प्रार्थी को मालूम हुआ कि आरोपियों ने ओकिनावा इलेक्ट्रिक व्हीकल नाम से एक नया ऑफिस खोल लिया है। वे सीधे नोएडा उनके ऑफिस पहुंच गये। वहां आरोपियों ने यह कहकर बरगलाने की कोशिश की कि पेट्रोल का दाम बढ़ जाने के कारण इलेक्ट्रिक स्कूटर की मांग बढ़ गई है, इसलिये डिमांड के अनुसार रांची की उनकी फैक्ट्री से डिलिवरी होने में दिक्कत हो रही है। इस धंधे में खासी आमदनी है, इसलिये वे रुपये वापस न लें, लेकिन प्रार्थी और उसके साथी ने पैसे वापस मांगे। राशि वापस करने के नाम पर उन्हें दिनभर बिठाये रखा गया लेकिन नहीं दिये। तब उन्होंने रतनपुर लौटकर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर अंशुमान पांडेय, कुसुम मिश्रा सहित चार के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 मार्च। साक्ष्य छुपाकर फर्जी तरीके से स्कूल शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले कर्मचारी ओमप्रकाश साहू की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं। साहू तखतपुर विकासखंड के ग्राम समडीह निवासी हैं। अनुकंपा नियुक्ति लेकर वह कोटा विकासखण्ड के ग्राम तेन्दुआ हाई स्कूल में सहायक वर्ग 3 के पद पर पदस्थ था। जिला शिक्षा अधिकारी ने उसकी नियुक्ति के संबंध में मिली शिकायतों की जांच की। सुनवाई के बाद आज सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में वर्ष 2013 में एकीकृत पुनरीक्षित निर्देश जारी किया है। इसके अनुसार दिवंगत विवाहित शासकीय सेवक के परिवार में यदि पूर्व से ही परिवार का कोई सदस्य शासकीय सेवा में है, तो अन्य किसी भी सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता नहीं होगी। इस प्रावधान को छिपाकर ओमप्रकाश ने अनुकंपा नियुक्ति का आवेदन किया था। ग्राम खोरसी निवासी प्रहलाद कुर्रे ने उनकी नियुक्ति को नियम विरूद्ध बताते हुए शिकायत की थी।
करगीरोड ( कोटा), 11 मार्च। कोटा नगर पंचायत के नाका चौक से कोटा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक मुख्य मार्ग में बना डिवाइडर दो साल से अधूरा है। अधूरे डिवाइडर में संकेतक बोर्ड नहीं होने से आये दिन हादसे हो रहे हैं। दुकानों और घरों का कूड़ा-करकट अधूरे डिवाइडर में डाल रहे हैं।
दो साल से अधूरा पड़ा सडक़ डिवाइडर दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है, वहीं समय रहते हुए अगर नगर में बने डिवाइडर का रखरखाव नहीं हो पाया तो किसी में दिन गभीर दुर्घटना हो सकती है।
कोटा नगर के नगरवासियों को भी फिर किसी दिन चक्काजाम और बडा़ आंदोलन करना पड़ सकता है। हाल में ही कोटा नगर पंचायत में बने डिवाइडर में दुकानें और घरों का कूड़ा-करकट में डाल रहे हैं अभी डिवाइडर कूड़ादान बना हुआ है।
संपत्ति कुर्की की कार्रवाई कलेक्टर के पास लंबित, बिलासपुर फरार आरोपियों को पकडऩे में सबसे आगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मार्च। लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर फरार दो चिटफंड कंपनियों के संचालकों को पुलिस ने पश्चिम बंगाल में कैंप लगाकर गिरफ्तार किया। इसके अलावा एक को प्रोडक्शन वारंट में भी लिया गया।
मस्तूरी थाने में सन 2017 में माई क्लिक डील डॉट कंपनी के विरुद्ध 420, 120 बी और 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कराए गए थे। इस कंपनी के सुमन बनर्जी, नवीन राव, ज्योतिर्मय प्रधान, पल्लव चक्रवर्ती और संदीप दुलई को पुलिस ने पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर कैंप लगाकर गिरफ्तार किया। यह आरोपी हावड़ा, मेदिनीपुर और 24 परगना के रहने वाले हैं।
इसके अलावा रोज वैली होटल एंड एंटरटेनमेंट कंपनी के आरोपी अबीर कुंडू को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जीएन गोल्ड कंपनी के फरार आरोपी शैलेंद्र वन गोस्वामी को कुरूद, धमतरी से गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने आज पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि थाना तोरवा, मस्तूरी, सिरगिट्टी व साइबर सेल की टीम का इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए गठन किया गया था। 6 आरोपियों को आज गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया तथा एक को प्रोडक्शन वारंट लेकर गिरफ्तार किया गया है।
माई क्लिक डील डॉट कॉम कंपनी के विरुद्ध जिले के मस्तूरी थाने में एक प्रकरण दर्ज है। रोज वैली होटल एंड एंटरटेनमेंट कंपनी के खिलाफ बिलासपुर जिले के तोरवा के अतिरिक्त राज्य के कोरबा, कबीरधाम, कोरिया, जगदलपुर, बलरामपुर, सरगुजा और बेमेतरा में कुल 10 मामले दर्ज हैं। दोनों ही कंपनियों ने राज्य अलग-अलग स्थानों में ऑफिस खुल कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी से उगाही की।
तोरवा व मस्तूरी थाने में दर्ज अपराध में दोनों कंपनियों के संचालकों ने रकम दोगुनी करने का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपए जमा कराए थे। इसके बदले में उन्होंने बांड भी दिया। जब पैसा वापसी का समय आया तो एजेंट और डायरेक्टर ऑफिस में ताला लगा कर फरार हो गए। लगातार प्रयास के बाद पश्चिम बंगाल गई टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। रोज वैली होटल एंड एंटरटेनमेंट कंपनी की संपत्ति की कुर्की कार्रवाई के लिए कलेक्टर से पत्राचार किया गया है, जो अभी लंबित है। एसएसपी ने बताया कि धोखाधड़ी करके फरार चिटफंड कंपनियों के एजेंट और डायरेक्टरों को गिरफ्तार करने में बिलासपुर जिला प्रदेश में सबसे आगे है।