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होम संचालक सहित दोनों पक्षों पर सरकंडा पुलिस ने अपराध दर्ज किया
तीन युवतियों को उनकी इच्छा से घर लौटाया गया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 फरवरी। निराश्रित महिलाओं के आश्रम उज्ज्वला गृह में कल रात हुए हंगामे को लेकर राज्य महिला आयोग ने बिलासपुर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। जांच अधिकारी सीएसपी निमिषा पांडेय को बनाया गया है। वे 28 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी।
रविवार की घटना में पुलिस ने आश्रम के संचालक सहित दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। आश्रम की तीन लड़कियों को उनके घर वापस भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक पांच युवतियों से बयान लिया गया है। नशीली दवा देने और दुष्कर्म के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। इनमें से तीन लोगों को उनकी इच्छा के अनुरूप घर भेज दिया गया है।
शनिवार की शाम चिंगराजपारा की एक 20 वर्षीय युवती राजकिशोरनगर में भटक रही थी। लोगों ने उसे बदहवास देखकर पूछा तो बताया कि वह अपने पति से झगड़ा कर घर से निकल आई है और कहीं पर रहने का ठिकाना ढूंढ रही है। लोगों ने उन्हें पास ही स्थित उज्ज्वला होम भेज दिया। होम की अधीक्षिका आरती ने उसे रुकने की अनुमति दे दी और फोन पर उसके पति से बात कराई। जानकारी के मुताबिक फोन पर भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। रविवार की शाम उक्त युवती का पति अपने परिजनों के साथ उज्ज्वला पहुंचा और पत्नी को अपने साथ ले जाना चाहा। आश्रम संचालकों ने उससे आधार कार्ड और शादी का प्रमाण पत्र मांगा। इससे वह तैश में आ गया और अपने साथ आये लोगों के साथ उज्ज्वला होम में घुसकर अपनी पत्नी की तलाश करने लगा। इस बीच उसे प्रथम तल पर दो युवतियां मिलीं जिनमें से एक सामूहिक दुष्कर्म की हाल ही में शिकार हुई है दूसरी युवती का भी अपने पति से विवाद चल रहा है। दोनों ने इन लोगों से बातचीत की। इसके बाद नीचे आकर उसने संचालक पर आरोप लगाया कि युवतियां बता रही है कि यहां दुष्कर्म होता है, प्रताडि़त किया जाता है और नशे की गोलियां दी जाती है। अधीक्षिका ने इन्कार किया और उसे किसी भी हालत में उसकी पत्नी को साथ ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद युवक और उनके परिजन सरकंडा थाने पहुंचे। उन्होंने आश्रम संचालकों के खिलाफ धारा 342 (किसी व्यक्ति को बलपूर्वक रोकने) तथा 294 (अश्लील गाली गलौच) की एफआईआर दर्ज कराई। युवकों ने वहां की युवतियों द्वारा लगाये गये आरोपों की जानकारी भी पुलिस को दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकंडा से महिला पुलिस बल के साथ एक टीम उज्ज्वला होम पहुंची। सीएसपी निमिषा पांडे ने बताया कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए तीनों युवतियों से तथा दो अन्य से अलग-अलग पूछताछ की गई। उन्होंने अपने साथ देह व्यापार और दुष्कर्म होने से इन्कार किया लेकिन कहा कि उनसे दुर्व्यवहार किया जाता है। किसी ने भी नशीली दवा देने के मामले की पुष्टि नहीं की। आज तीन युवतियों का बयान दर्ज करने के बाद उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
इधर उज्ज्वला होम के संचालक जितेन्द्र मौर्य की रिपोर्ट पर जबरन घुसने और गाली गलौच करने को लेकर दूसरे पक्ष के खिलाफ भी 456 व 294 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
बेंच ने याचिकाकर्ता से पूछा क्या सरकारी कम्पनी के गठन को रद्द किया जा सकेगा, अगले हफ्ते फिर सुनवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 जनवरी। रायपुर एवं बिलासपुर की स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनियों द्वारा निर्वाचित नगर निगम के अधिकार व कर्तव्यों का अधिग्रहण करने को हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए एक जनहित याचिका दायर की गई है। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता से सवाल किया है कि क्या एक एक सरकारी कम्पनी के गठन को रद्द किया जा सकता है? प्रकरण पर अगले सप्ताह फिर सुनवाई होगी।
गौरतलब है कि बिलासपुर और रायपुर नगर निगम में 2016 से सरकारी कम्पनी स्मार्ट सिटी लिमिटेड कार्यरत है। कम्पनी ने नगर-निगम क्षेत्र के एक बड़े हिस्से में सभी प्रकार के प्रशासनिक और आर्थिक अधिकारों को अपने हाथ में ले लिया और विकास कार्यों संबंधित कोई भी फाइल किसी भी निर्वाचित संस्था या व्यक्ति तक नहीं जाती। नगर पालिक निगम में 1956 अधिनियम अनुसार महापौर, मेयर इन कौन्सिल, सामान्य सभा और सभापति को अलग-अलग शक्तियां प्राप्त है परन्तु इन सभी को बाइपास कर स्मार्ट सिटी लिमिटेंड कम्पनियां अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के निर्णय अनुसार कार्य कर रही है बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में कोई भी निर्वाचित व्यक्ति नहीं है, वरन् अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है। विनय दुबे अधिवक्ता के द्वारा दायर इस जनहित याचिका में बहस करते हुए अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने चीफ जस्टिस पी.वी रामचन्द्र मेनन और जस्टिस पी.पी साहू की खण्डपीठ से कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार लोकतंत्र बुनियादी ढांचा है और संविधान के 74वें संशोधन के पश्चात् निर्वाचित नगर निगम एक संवैधानिक संस्था है। इसके लिए छत्तीसगढ़ में 1956 का अधिनियम भी प्रभावशील है। इन सभी प्रावधानों के उल्लंघन करते हुए बिलासपुर और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनियां कार्य कर रही हैं।
सुनवाई के प्रारंभ में ही हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या कम्पनी अधिनियम 2013 के तहत् गठित शासकीय कम्पनी को जनहित याचिका के माध्यम से चुनौती दी जा सकती है? इस प्राथमिक सवाल पर जवाब देने के लिए याचिकाकर्ता को एक सप्ताह का समय दिया गया है।
समाजसेवी व पर्यावरण प्रेमियों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 जनवरी। विकास और यातायात व्यवस्था सुधारने के नाम पर शहर की एक और सडक़ से हरे-भरे बड़े वृक्षों की कटाई शुरू कर दी गई है। दयालबंद से शुरू की गई इस कार्रवाई पर रोक लगाने के लिये आज शहर के नागरिकों ने जिलाधीश के नाम पर ज्ञापन दिया। उन्होंने कई उदाहरण देकर बताया है कि इन पेड़ों को काटे बिना ही सडक़ चौड़ी की जा सकती है।
ज्ञात हो कि दयालबंद से जगमल चौक होते हुए लालखदान तक सडक़ को चौड़ा करने के लिये जिला प्रशासन द्वारा वर्षों से हरे-भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। इनमें 50 से अधिक बड़े तथा 100 से अधिक मध्यम श्रेणी के पेड़ हैं। प्रशासन का तर्क है कि सडक़ को मध्य से 7-7 मीटर चौड़ा किया जायेगा, जिससे यातायात का दबाव कम होगा।
आज जिला प्रशासन को नागरिकों की ओर से सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया कि ये वृक्ष शहर की धरोहर हैं और हरियाली को बचाए रखने में इनका अमूल्य योगदान है। सडक़ चौड़ीकरण कार्य इन्हें बगैर काटे भी किया जा सकता है क्योंकि वृक्ष सडक़ के मध्य से लगभग 7 मीटर की दूरी पर स्थित हैं। यदि सडक़ की चौड़ाई डिवाइडर के दोनों ओर 6-6 मीटर रखी जाए तो सभी वृक्षों को कटने से बचाया जा सकता है। ये वृक्ष फुटपाथ पर आ जाएंगे जो चलने वालों को छाया भी प्रदान करेंगे। सडक़ पर यातायात का दबाव भी बहुत कम है, इस दृष्टि से भी सडक़ की चौड़ाई एक मीटर कम रखने में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आ सकता। लिंक रोड में भी यातायात दुरुस्त करने के नाम पर दर्जनों हरे-भरे विशाल पेड़ों को काट दिया गया था लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। शहर में ही ग्राम मोपका में सीपत की ओर सडक़ की चौड़ाई डिवाइडर के दोनों तरफ पांच 5 -5 मीटर है। वहां यातायात में व्यवधान नहीं होता जबकि इस मार्ग पर भारी वाहनों का अत्यधिक दबाव है। दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में भी वृक्षों को बचाने के अनेक प्रयास करके उन्हें फुटपाथ पर रखा गया है और सडक़ों की चौड़ाई कम रखी गई है, जबकि वहां यातायात का दबाव हमारे यहां से कई गुना ज्यादा है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इन पेड़ों को बचाना एक बड़ा कदम होगा।
ज्ञापन सौंपने के लिये बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी पहुंचे थे। ज्ञापन में इंजी. प्रथमेश मिश्र, नवनीत सिंह राठौर डॉ. देवेंद्र सिंह, आर्किटेक्ट देवाशीष घटक, निर्मल अग्रवाल सीए सत्यम आर्य, मनोज शुक्ला, आनंद अग्रवाल, एडवोकेट रणवीर सिंग मरहास, नवदीप सिंह अरोरा, सुबीर राय, जीशान खोखर आदि के हस्ताक्षर हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। जिले में कोविड वैक्सीन लगाने के आज शुरू किये गये अभियान में 60 फीसदी सफलता हासिल हो सकी। आज जिले के 6 सेंटर्स में 600 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 359 लोगों को ही टीका लग सका। 165 लोग रजिस्टर्ड होने के बावजूद टीका लगवाने नहीं पहुंचे जबकि सेंटर तक पहुंचे 76 लोगों ने स्वास्थ्य की समस्या के कारण टीका नहीं लगवाया।
जिले के बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में निर्धारित 100 में से 85 लोग टीका लगवाने पहुंचे, 15 नहीं आये। जो 85 पहुंचे उनमें से 28 लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के चलते टीका नहीं लगाया गया। इसी तरह मस्तूरी में उपस्थिति 72 रही जिनमें से 5 को बीमारी के कारण टीका नहीं लगाया गया, 28 लोगों ने उपस्थिति नहीं दी। दर्रीघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रजिस्टर्ड 100 लोगों में 60 टीका लगवाने पहुंचे जिनमें से 4 को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी के कारण टीका नहीं लगाया गया।
सिम्स में 100 में 76 लोग टीका लगवाने आये, इनमें से 13 ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की जानकारी दी, जिन्हें टीका नहीं लगाया गया। जिला अस्पताल में जहां वैक्सीनेशन के लिये स्वागत द्वार व रंगोली भी बनाये गये थे और जनप्रतिनिधि भी पहुंचे वहां उपस्थिति सबसे कम 100 में से 59 लोगों ने ही दी। इनमें से भी 15 लोगों को टीका नहीं लगाया गया क्योंकि उन्हें कोई न कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या थी। अपोलो अस्पताल में रजिस्टर्ड 100 में से 83 लोग टीका लगवाने आये जिनमें से 11 लोगों ने तबियत ठीक नहीं होने के कारण टीका नहीं लगवाया।
महंगी बोतलों के साथ आबकारी टीम ने सप्लाई करते पकड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। आबकारी विभाग ने एक आरपीएफ जवान तीन लोगों को विदेशी शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा है। इसके अलावा मस्तूरी की एक महिला शराब विक्रेता भी हिरासत में लिया गया।
आबकारी विभाग के अधिकारियों को आज जानकारी मिली कि रायपुर से एक सेंट्रो कार में सीआरपीएफ जवान गणेश कुमार पहुंच रहा है जो बिलासपुर के नेहरू नगर में मनोज खन्ना को शराब की डिलिवरी देने वाला है। कार मनोज खन्ना के घर के सामने रुकी और गणेश कुमार उसे बोतल निकालकर देने लगा। आबकारी विभाग की टीम ने तुरंत उन्हें हिरासत में ले लिया। कार पर गणेश कुमार के साथ एक अन्य व्यक्ति विजय अरोरा भी था, उसे भी पुलिस ने हिरासत में लेते हुए शराब जब्त कर ली। मनोज खन्ना के पास लाई गई शराब की कीमत 2 लाख 27 हजार 108 रुपये है। इनमें कुछ बोतलें 35 हजार रुपये की भी हैं। आरोपियों ने बताया कि वे मध्यप्रदेश तथा पंजाब से लाकर विदेशी शराब के शौकीनों को महंगे दाम पर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में बेचते थे। पूछताछ से बचने के लिये सीआरपीएफ जवान अपने पहचान पत्र का भी इस्तेमाल करता था।
एक अन्य मामले में आबकारी टीम को पता चला कि मस्तूरी थाने के पचपेड़ी में अवैध शराब की बिक्री हो रही है। सूचना मिलने पर टीम ने एक महिला के घर पर छापा मारा और उससे सात पेटी गोवा शराब जब्त किया।
सभी पर आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
सुबह 11.28 को जिला अस्पताल में लगा ज्ञानू भोई को लगा पहला टीका, कहा- अब निश्चिन्त होकर कर सकेगा कोरोना मरीजों की सेवा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। जिला अस्पताल में आज सुबह 11.28 बजे ज्ञानू भोई को कोविड का पहला वैक्सीन लगाकर जिले में वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान सिम्स चिकित्सालय में रामनाथ घोष को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। दोनों ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं जो कोरोना संक्रमित मरीजों के आने पर उन्हें रिसीव करते और अस्पताल में दाखिले तक की जिम्मेदारी लगातार उठा रहे हैं।
जिला अस्पताल में अभियान की शुरूआत के दौरान वैक्सीनेशन सेंटर की आकर्षक सजावट की गई थी। नर्सिग स्टाफ ने आकर्षक रंगोली बनाई जिस पर लिखा था- गुड बाइ कोरोना।
इस मौके सांसद अरुण साव, विधायक शैलेष पांडेय, महापौर रामशरण यादव, सभापति शेख नजीरुद्दीन सहित अनेक जन प्रतिनिधि व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। अभियान के पहले दिन का अवलोकन करने के लिये स्वास्थ्य सचिव रेणु पिल्ले भी यहां उपस्थित थीं। अतिथियों ने फीता काटकर वैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत की।
दूसरी ओर सिम्स चिकित्सालय के वैक्सीनेशन सेंटर में रामनाथ घोष को कोरोना वैक्सीन लगाने के साथ ही टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई। इसके बाद वार्ड ब्वाय भुवनेश्वर कौशिक, लालाराम यादव, मुकेश राव ठाकरे, ओंकार नाथ यादव तथा पंकज मिश्रा को कोविड का टीका लगाया गया।
वैक्सीन लगवाने वालों को वैक्सीनेशन सेंटर में ही बनाये गये विश्राम कक्ष में आधा घंटा रुकने के लिये कहा गया ताकि किसी तरह की बेचैनी होने, तबियत बिगडऩे की स्थिति में उनका तुरंत उपचार शुरू किया जा सके। दोपहर 12.45 तक वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।
आज जिले के 6 वैक्सीनेशन सेंटर सिम्स, जिला चिकित्सालय, अपोलो अस्पताल, दर्रीघाट, मस्तूरी और बिल्हा के स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण का कार्य चल रहा है। आज सभी जगह 100-100 वैक्सीन लगाये जायेंगे और सभी हेल्थ वर्कर हैं।
पहला टीका लगवाने वाले ज्ञानू भोई को निगरानी में रखने के बाद वापस भेजा गया। उसने कहा कि टीका लगवाने से वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहा है। समय पर वह दूसरा डोज लगवा लेगा और कोरोना के मरीजों के उपचार में निश्चिन्त होकर मदद व सेवा कर सकेगा।
ज्ञात हो कि 28 दिन के बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाना अनिवार्य है। सभी को टीका लगवाने के बाद क्यू आर कोड के साथ एक प्रमाण पत्र दिया जा रहा है जिसमें अगले वैक्सीनेशन की तारीख भी दर्ज की गई है। बिलासपुर जिले में 18 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया जाना है पर वर्तमान में आये डोज के अनुसार इनमें से 10 हजार लोगों को ही पहले चरण में मौका मिलेगा।
गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिले में भी आज कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ हुआ। यहां की तैयारियों का निरीक्षण करने कलेक्टर नम्रता गांधी पहुंची थीं। यहां कुल 2120 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले दिन 100 लोगों को टीका लगाया जा रहा है जिनमें सफाई कर्मचारी, वार्ड ब्वाय, नर्स व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं।
रंगोली बनाकर कोरोना जागरूकता का सन्देश, हस्ताक्षर कर ली शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 जनवरी। लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आज हस्ताक्षर अभियान एवं रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से कोरोना जागरूकता का संदेश दिया गया। इस दौरान लोगों ने हस्ताक्षर करते हुए कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की शपथ भी ली। “मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को रोकेंगे” की थीम पर यह कार्यक्रम रखा गया।
स्वास्थ्य विभाग एवं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च की ओर से इस दौरान लोगों को कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने के लिए शपथ दिलाकर हस्ताक्षर कराये गए। साथ ही संस्था के माध्यम से कोरोना वैक्सीन से सम्बंधित जानकारी भी साझा की गई।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन ने कहा, “कल से कोरोना की वैक्सीन लगना शुरू हो जायेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। पूरी उम्मीद है कि हम टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे। अभी भी हमें सामूहिक आयोजनों एवं भीड़ भाड़ वाली जगहों पर कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की सख्त जरूरत है क्योंकि कोरोना का खतरा टला नहीं है।
कार्यक्रम में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के संतोष मिश्रा ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना आज भी उतना ही जरूरी है जितना पहले था। हमें वैक्सीन के बाद भी मास्क पहनना, दो गज की दूरी, हाथ धोना एवं कोरोना का कोई भी लक्षण नजर आते ही खुद को आइसोलेट करते हुए जांच कराना है।
रंगोली एवं हस्ताक्षर अभियान में महिलाओं ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया। उन्होंने कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की शपथ भी ली। रंगोली प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता सपना सराफ और मनीषा श्रीवास्तव रहीं। रंगोली में पहला पुरस्कार स्मिता कश्यप, दूसरा प्रेरणा राव और तीसरा शिखा अग्रवाल को मिला। किरण तिवारी, रिया, नेहा, पूजा की रंगोली को भी सराहा गया। महिलाओं ने शपथ लेकर कोरोना से बचने का संदेश दिया, साथ ही नारों के माध्यम से भी कोरोना से बचने की जानकारी दी।
कार्यक्रम 36 सिटी मॉल में रखा गया था। मॉल की मैनेजर कविता ने कोरोना प्रोटोकॉल को जन आंदोलन बनाने की अपील की। 36 सिटी मॉल की टीम से तस्नीन कमाल का आयोजन में विशेष योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 जनवरी। पुलिस मुख्यालय एवं सडक़ राज्य मार्ग नई दिल्ली से मिले निर्देशों के अनुरूप जिले में भी यातायात पुलिस 18 जनवरी से राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा मास के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम शुरू कर रही है, यह कार्यक्रम 17 फरवरी तक चलेगा।
इसके तहत जिले में महीने भर यातायात जागरूकता कैम्प, नुक्कड़ नाटक, परिचर्चा प्रतियोगितायें, रैलियां, यातायात शिक्षा व व्यवस्था के कार्यक्रम तैयार किये गये हैं। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा माह पर विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। इस दौरान स्कूली बसों की जांच, ऑटो रिक्शा चालकों को प्रशिक्षण, भारी वाहनों का फिटनेस टेस्ट, वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण जैसे कार्यक्रम भी होंगे।
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बिलासा गुड़ी में एक बैठक ली जिसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ओ.पी.शर्मा, एएसपी यातायात रोहित बघेल, डीएसपी सत्येन्द्र पांडे सहित अन्य पुलिस अधिकारी, सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्य अशोक अग्रवाल, मुकुन्द शर्मा, आशीष शर्मा, सविता प्रथमेश, प्रथमेश व अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। थाना प्रभारियों के साथ भी अलग बैठक रखी जा चुकी है।
सादगी व उल्लास के साथ मनाया गया गुरु घासीदास केन्द्रीय विवि का 12वां स्थापना दिवस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 जनवरी। केन्द्रीय गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में 12वां स्थापना दिवस सादगी व उल्लास के साथ आज मनाया गया।
रजत जयंती सभागार में हुए इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पं. रविशंकर विवि रायपुर के पूर्व कुलपति प्रो. एसके पांडे थे। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास ने समाज सुधार के लिये अथक प्रयास किये। हमें उनके बताये गये आदर्श वाक्य ‘मनखे-मनखे एक समान’ को जीवंत करते हुए चलना चाहिये। उन्होंने कहा कि कोविड -19 महामारी ने हमें चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार किया है। नई शिक्षा नीति 2020 हमारे गौरवशाली अतीत को समाहित करते हुए वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार बनाई गई है। प्रो. पांडे ने ग्रामीण व शहरी शिक्षा में भेद पर भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता ने कहा कि उनके पांच साल के कार्यकाल में शिक्षकों व छात्रों ने शिक्षा, शोध, तकनीक, इनोवेशन, प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता सहित कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं छोड़ा जहां कीर्तिमान स्थापित न हुआ हो। पिछले पांच सालों में विश्वविद्यालय ने 12 विभाग से 32 विभागों और 2 हजार से 8 हजार छात्र होने का गौरव हासिल किया। विश्वविद्यालय में 118 नियमित शिक्षकों की नियुक्ति की गई। अब यहां 300 से अधिक नियमित शिक्षक हैं। 150 से ज्यादा अस्थायी शिक्षक और विश्वविद्यालय परिवार में एक हजार से ज्यादा शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी सदस्य हैं। विश्वविद्यालय का कोई दीक्षांत समारोह भी वर्तमान में शेष नहीं है।
अतिथियों का विश्वविद्यालय के स्वागत तरंग बैंड ने सरस्वती गीत व कुल गीत की मोहक प्रस्तुति से किया।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. एम.एन. त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन के साथ मुख्य अतिथि का संक्षिप्त परिचय दिया।
कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता एवं कथाकारिता प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित किये गये। राजभाषा प्रकोष्ठ की वार्षिक पत्रिका ‘गुरु दर्शन’ के दूसरे अंक का विमोचन भी इस मौके पर किया गया।
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गरिमा तिवारी ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 15 जनवरी। कल कोटा नगर पंचायत में एडीबी के साल भर से अधूरे सडक़ निर्माण को लेकर लोगों ने चक्काजाम कर दिया। जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोक निर्माण विभाग उपसंभाग कोटा एसडीओ ने एक सप्ताह आश्वासन का दिया, तब चक्काजाम समाप्त हुआ।
बताया जा रहा है कि कोटा नगर पंचायत में एडीबी के अधूरे सडक़ निर्माण जो एक साल से जयस्तंभ चौक से कोटा थाना तक रोड निर्माण कर ठेकेदार ने छोड़ दिया है. अधूरा सडक़ थाना से करगीरोड रेलवे स्टेशन तक सडक़ पूरी तरह जर्जर गया है। जगह-जगह बड़े बड़े गड्ढे होने कारण और दिन भर भारी वाहनों के आगमन से धूल के गुब्बार उडऩे से राहगीरों , दुकानों होने कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था। कई बार कोटा नगरवासियों ने विभागीय अधिकारियों व एडीबी सडक़ निर्माण अधिकारी , कोटा एसडीएम, कलेक्टर, नेता मंत्री को भी समस्याओं के बारे में अवगत कराया जा चुके थे। एक साल से आधे सडक़ को खोदाई कर छोड़ दिया गया है, जिससे आये दिन मोटरसाइकिल उबड़-खाबड़ रोड़ में रोज़ दुर्घटना हो रहा है। रोड डिवाइडर, सडक़ निर्माण के पहले नाली भी जगह जगह छोड़ दिया गया । वहीं एडीबी सडक़ ठेकेदार द्वारा एक साल पूर्व में बनाईं गई सडक़ भी अभी से गुणवत्ता वहीन होने के डामर रोड पर भी गड्ढा होने लगा है।
गुरुवार को एडीबी सडक़ निर्माण में लापरवाही को लेकर कोटा नगरवासियों ने कोटा जयस्तंभ चौक में कोटा लोरमी, बेलगहना मार्ग, कोटा बिलासपुर मार्ग में मुख्य मार्ग में लगभग एक घंटा चक्का जाम कर दिया गया। चारों तरफ से वाहनों की लंबी कतार लग गई । चक्का जाम की जानकारी एक दिन पूर्व में उच्च अधिकारियों को दे दी गई थी, वहीं चक्काजाम धरना स्थल पर कोटा तहसीलदार, एसडीओपी, कोटा थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और आम जनता ने एडीबी की जर्जर सडक़ पर भारी परेशानी से अवगत कराया और जल्द ही सडक़ निर्माण कार्य करने के लिए कहा।
वहीं एडीबी सडक़ निर्माण के अधिकारियों ने बताया कि कोटा नगर की अधरे सडक़ कोटा लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जायेगा, वहीं कोटा लोक निर्माण विभाग उपसंभाग एसडीओ ने मौके जाकर कोटा नगर आम जनता को आश्वासन दिया कि जल्द ही सडक़ निर्माण कार्य कराया जाएगा, तब चक्काजाम समाप्त हुआ। चक्का जाम में कोटा नगर के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 जनवरी। जिले में कम मात्रा में कोविड की वैक्सीन पहुंचने के कारण 16 जनवरी से पहले तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का निर्णय लिया गया है। विधायक शैलेष पांडेय ने आज वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायजा लिया।
जिले के सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि अभी सिर्फ 11 हजार वैक्सीन पहुंची है, जबकि बिलासपुर में 18 हजार 508 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। कलेक्टर ने सबसे पहले तृतीय व चतुर्थ वर्ग के स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाने के लिये कहा है। हालांकि कोविन एप रजिस्टर्ड सभी नामों की सूची जारी कर देगा, पर उनमें से तृतीय व चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को प्राथमिकता से इंजेक्शन लगाने की व्यवस्था की जायेगी।
व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैमुअल ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी कर ली गई है। वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री तापमान पर क्षेत्रीय स्टोर में रखा गया है। डब्ल्यूएचओ की टीम कल शुक्रवार को स्टोर का निरीक्षण करेगी। इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों में बनाये गये वेयर हाउस में इन्हें भेजा जायेगा। फिर वहां से समय पर वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन भेजी जायेगी। डॉ. सैमुअल ने कहा कि कोविड की शेष वैक्सीन भी जल्द आने की संभावना है।
विधायक ने किया निरीक्षण
बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने आज सीएमएचओ कार्यालय परिसर में बनाये गये वैक्सीनेशन स्टोर का अवलोकन किया और टीकाकरण के लिये की गई तैयारियों का जायजा सीएमएचओ के साथ लिया। उनके साथ कांग्रेस नेता पंकज सिंह भी थे। ज्ञात हो कि 16 जनवरी को पहले दिन जिले के 6 सेन्टर्स में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को यह वैक्सीन लगाई जायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 जनवरी। छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी द्वारा दायर मानहानि याचिका पर सुनवाई से जज ने इंकार कर दिया। अब इसकी सुनवाई किसी अन्य बेंच में होगी।
सन २०१३ में भाजपा के तत्कालीन प्रदेश प्रभारी जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर आरोप लगाया था कि प्रदेश की नक्सली घटनाओं के लिए कांग्रेसी और वह जिम्मेदार हैं। इस बयान को लेकर जोगी ने नड्डा के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था। इस मामले की सुनवाई आज जस्टिस संजय अग्रवाल की बेंच में होनी थी लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए केस सुनने से इनकार कर दिया। अब यह प्रकरण चीफ जस्टिस के पास भेजा जाएगा, जहां से नई बेंच और तारीख तय होगी।
जगह-जगह फूलों से स्वागत, जीवंत झांकियां भी रही आकर्षण का केंद्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 14 जनवरी। राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की 157वीं जयंती पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में कोटा नगर में 551 फीट लंबे तिरंगे झंडे के साथ विशाल रैली देशभक्ति संगीत धुमाल बैंड के साथ मंगलवार को निकाली गई। पूरे नगर में रेलवे स्टेशन से जयस्तंभ तक फूलों से वर्षा कर स्वागत किया गया।
12 जनवरी को नगर में छात्र छात्राओं द्वारा स्टेशन से नाका चौक तक 551 लंबी तिरंगा रैली निकाली गई। वंदे मातरम् भारतमाता की जय के उद्घोष के साथ पूरा नगर देशभक्ति में रंग गया था। नगर में जगह जगह लोगों नें तिरंगे पर फूलों की वर्षा कर तिरंगे को सम्मान दिया ।
मुख्य आकर्षण 551 फीट का विशाल तिरंगा जिसे छात्र छात्राओं द्वारा थाम कर नगर में एक राष्ट्रीयता का बोध कराकर युवाओं में जोश भर दिया गया। पूरा नगर तिरंगामय रहा, साथ ही राम दरबार, भारत माता स्वामी विवेकानंद और रानी लक्ष्मी बाई की जीवंत झांकिया आकर्षण का केंद्र रहा।
तिरंगा रैली का जय स्तंभ नाका चौक पहुंची, जहां अतिथि के रूप में जयश्री नायर, संदीप टांडव, अमृता प्रदीप कौशिक एवं छात्र छात्राओं के उद्बोधन के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र निरंजन केशरवानी महाविद्यालय एवं नगर के स्कूलों के छात्र छात्राएं का कोटा नगर में हटरी चौक, चंडी माता चौक, महाशक्ति चौक, नगर पंचायत कार्यालय और मुख्य कार्यक्रम जय स्तंभ नाका चौक में हुआ। इस दौरान नगर के युवा विशिष्ट बडी संख्या में उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 14 जनवरी। कोटा से खरखहनी मार्ग तक प्रधानमंत्री ग्राम योजना के तहत नयी सडक़ सात किमी बनाई जा रही है। इसके लिए ठेकेदार द्वारा मुरुम के बजाय बिना अनुमति तालाब को खोदकर मिट्टी डाली जा रही थी। मंगलवार को इसकी शिकायत के बाद खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर मुरुम का परिवहन कर रहे हाइवा को जब्त कर लिया। इसे कोटा थाने में खड़ा किया गया।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत खुरदूर के लगभग दो एकड़ कृष्णा बांध में बांधा तालाब को पैकलंैड लगाकार मनमाने तरीके से खुदाई कर सैकड़ों ट्रिप हाईवा, ट्रैक्टर से खुदाई कर सडक़ निर्माण कार्य में पूरे सडक़ में डाला जा रहा था। खनिज विभाग को इसकी लगातार शिकायत मिल रही थी। मंगलवार को खनिज अमले ने कई गांवों में दबिश दी। इस दौरान ग्राम पंचायत खुरदूर में तालाब के पास पेकलेन के जरिए मुरुम का अवैध खुदाई हो रही थी। टीम ने मौके पर पहुंचकर हाइवा को जब्त कर लिया।
तालाब खुदाई के बारे में पूछने पर खुरदूर ग्राम पंचायत सरपंच रजनी मरकाम ने बताया कि हमने बांधा तालाब को खुदाई के कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया है। लेकिन ठेकेदार ने मौखिक रूप से बोला था। वहीं जनपद सदस्य अश्वनी टोडर ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 9 जनवरी। बिलासपुर एनएसयूआई ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आज अपना मोर्चा खोल दिया है।
एनएसयूआई ने एक रूपये एक पैली धान देकर बढ़ाए किसानों का मान अभियान की शुरुआत की कोटा धान खरीदी केंद्र में इसके तहत आज जिला कार्य0 अध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में कोटा विधानसभा के धान मंडियों में जाकर किसानों से एक रुपया और धान लिया गया।
जिला कार्यलय अध्यक्ष रंजीत सिंह के साथ पूरे जिले के लगभग पांच विधानसभा में एनएसयूआई के सैकड़ों कार्यकर्ता धान मंडियों पर पहुंचे और किसान से दिल्ली में चल रहे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बैठे किसानों के समर्थन में कोटा विधानसभा के किसानों द्वारा इस अभियान का स्वागत किया गया और किसान स्वयं आकर इस अभियान का हिस्सा बने और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को एक रुपय और एक पैली देकर अपना योगदान दिया। अभियान की शुरुआत की इसके तहत आज जिला कार्य0 अध्यक्ष रंजीत सिंह व कोटा विधानसभा अध्यक्ष अंकुर वैष्णव ,आनंद मिश्रा, हरीश नामदेव, सत्यम सोनी, कृष्णा कौशिक, प्रशांत अग्रहरि, अभिषेक सिंह,हर्ष नामदेव, आमिर, राशिद, साहिल, भैयु,आयुष, अन्य सभी उपस्थित थे।
हम 11 तारीख को दिल्ली के लिये रवाना करेंगे व दिल्ली के आंदोलन में शामिल किसानों को यह विश्वास दिलाएंगे की छत्तीसगढ़ के किसान भी उन्हीं के साथ है।
'छत्तीसगढ़ संवाददाता'
बिलासपुर 9 जनवरी। छत्तीसगढ़ में चल रही धान खरीदी को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर मांग की गई है की एफसीआई को 60 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदने का निर्देश दिया जाए। याचिका स्वीकार करते हुए कोर्ट ने केंद्र राज्य सरकार मार्कफेड और एशियाई से जवाब मांगा है।
याचिकाकर्ता अधिवक्ता आयुष भाटिया ने कहा है कि छत्तीसगढ़ को राइसबाउल कहा जाता है। यहां के 80% किसान धान उगाते हैं और वह इसी पर पूरी तरह निर्भर हैं। इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 89 लाख मैट्रिक टन धान खरीदे जाने का अनुमान है जिसमें से 60 लाख खरीदी एफसीआई के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा की जानी है। केंद्र ने आश्वासन दे रखा है लेकिन उसने अब खरीदी पर प्रतिबंध लगा रखा है। याचिका के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वह राज्य द्वारा संचालित एजेंसी मार्कफेड द्वारा खरीदे गए धान की खरीद नहीं कर सकता।
याचिकाकर्ता ने कहा है कि केंद्र सरकार के इस रवैए के कारण धान को बिचौलियों के पास लागत मूल्य से भी कम कीमत पर बेचने की मजबूरी आ गई है।
इससे उनके जीवन यापन पर संकट खड़ा हो गया है। धान खरीदी पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण खरीदी केंद्रों से धान का उठाव बंद हो गया है और जगह की कमी के कारण कई जगहों पर धान खरीदी भी बंद करनी पढ़ रही है। इसके अलावा बोरियों का संकट भी खड़ा हो गया है जो किसानों को खुद खरीदकर बेचना पड़ रहा है।
सुनवाई के बाद चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्रन की डबल बेंच में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, मार्कफेड और एफसीआई से जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 जनवरी। कोरोनाकाल में निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली के लिये दबाव बनाने को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने एक मामले में निजी स्कूल प्रबंधन से 5 साल की फीस का लेखा-जोखा पेश करने के लिये कहा है।
निजी स्कूल एसोसियेशन द्वारा दायर याचिका पर हाईकोर्ट में सिंगल बेंच ने कुछ शर्तों के साथ स्कूलों को केवल ट्यूशन फीस लेने का छूट दी थी। इस आदेश के बाद निजी स्कूलों द्वारा फीस के लिये दी गई नोटिस को लेकर हाईकोर्ट में अलग-अलग सात याचिकायें दायर की गई हैं। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि सिंगल बेंच के आदेश का अपनी सुविधानुसार व्याख्या कर मनमानी फीस ली जा रही है।
चीफ जस्टिस की डबल बेंच में इन मामलों की सुनवाई हो रही है। इनमें दिल्ली पब्लिक स्कूल दुर्ग के पालक संघ द्वारा दायर की गई याचिका पर कोर्ट ने निजी स्कूल संचालकों से फीस का पिछला रिकॉर्ड पेश करने के लिये कहा था। स्कूल संचालकों की ओर से दो वर्ष का डिटेल सौंपा गया था, जिस पर कोर्ट ने असंतुष्टि जताते हुए अब पिछले पांच वर्ष की फीस का अलग-अलग मदों सहित विस्तृत विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 जनवरी। जिले में 18,200 कोरोना वारियर्स को पहले चरण में कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए कोविन एप में इन सभी का रजिस्ट्रेशन करके डेटा लॉक कर दिया गया है। जैसे ही टीकाकरण की तारीख तय होती है सभी को फोन पर मैसेज भेज कर जानकारी दी जाएगी।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैम्युअल ने बताया कि जिले में कोविड वैक्सीन लगाने के लिए 52 सेंटर बनाए गए हैं। सबसे पहले कोविड वैक्सीन जिले के 25 कोल्ड चेन सेंटर्स में पहुंचाई जाएगी। यहां से वैक्सीन बाकी के 52 वैक्सीनेशन सेंटर में भेजी जाएगी। इन सभी सेंटरों में 18,200 कोरोना वारियर्स का टीकाकरण किया जाएगा।
कोविड का टीका लगाने के लिए हर सेंटर में 8 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी निर्धारित की गई है। इसमें दो वैक्सीनेटर, एक आईडेंटीफिकेशन करने वाला, एक मोबलाइजेशन और एक डाटा वेरीफिकेशन करने वाले के साथ ही तीन लोगों की ड्यूटी अलग से बनाए गए ऑब्जर्वेशन रूम में लगाई जाएगी। इस तरह हर एक टीकाकरण सेंटर में 8 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। टीकाकरण सेंटर के लिए तीन कमरे वाले स्कूल भवन या अन्य भवनों को चुना गया है। इससे टीकाकरण, मोबलाइजेशन और ऑब्जर्वेशन का कार्य अलग-अलग कमरे में किया जा सकेगा। इसके अलावा कोल्ड चेन सेंटर और मोबाइल ड्यूटी के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी हर दिन जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंस करके उन्हें कोविड वैक्सीनेशन के बारे में अपडेट कर रहे हैं।
वैक्सीनेशन के दौरान कोरोना नियमों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। सभी सेंटर में सैनिटाइजर, हैंडवाश, पानी और मास्क की व्यवस्था की गई है। सभी कोरोना वारियर्स से कहा गया है कि वह टीकाकरण के लिए सेंटर में मास्क लगाकर ही आएं। इसके साथ ही एक दूसरे से शारीरिक दूरी के नियम का भी पूरा पालन करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 7 जनवरी। पूरे प्रदेश के साथ कोटा में भी सचिव संघ एवं रोजगार सहायक संघ का अनिश्चितकालीन काम बंद कलम बंद हड़ताल चल है। जनपद पंचायत प्रांगण में चल रहे हड़ताल में पहुंचकर कोटा मंडल अध्यक्ष भागवत जयसवाल रतनपुर मंडल अध्यक्ष तीरीथ यादव करगी मंडल अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी सांसद प्रतिनिधि प्रदीप कौशिक एवं मंडल उपाध्यक्ष दुर्गेश साहू पहुंचकर अपना पूर्ण समर्थन प्रदान किया।
भाजपा नेताओं ने यह कहा कि वर्तमान छत्तीसगढ़ में जो कांग्रेस की सरकार है, वह अहंकार में डूबी हुई है। जबसे प्रदेश में भूपेश बघेल कीसरकार आई है तब से पूरे प्रदेश के हर वर्ग चाहे वह किसान हो सरकारी कर्मचारी हो युवा हो माता हो बहन हो सभी वर्ग के लोगों में हताशा और निराशा छा गई है। चुनाव के पहले बड़े-बड़े जो वादे इस सरकार के द्वारा किए गए थे. आज तक उन वादों में से एक वादे को पूरी नहीं कर पा रहे हैं। सरकार को अभी बने 2 वर्ष हुए हैं और पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा हो चुका है। आज पूरे प्रदेश के सभी शासकीय विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं ऐसे ही झूठे वादे पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों से भी किया गया था।
मंडल अध्यक्ष भागवत जायसवाल एवं सांसद प्रतिनिधि प्रदीप कौशिक ने कहा कि पंचायत सचिव एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो एक साथ कई विभागों का संचालन ग्राम पंचायत स्तर पर करता है परंतु जितना उनके द्वारा कार्य किया जाता है उसके बदले में सरकार उन्हें न वेतन देती है न सुविधा प्रदान करती है जबकि सबसे ज्यादा कार्य सचिवों का ही होता है। कोरोना काल में भी इनके द्वारा पंचायत स्तर पर बहुत ही सराहनीय कार्य किया गया था मगर शासन द्वारा उन्हें किसी प्रकार का सम्मान नहीं दिया गया है साथ ही रोजगार सहायक का काफी काम पंचायत स्तर पर बहुत बड़ा होता है रोजगार सहायक मस्टररोल निकालना मस्टरोल संधारण करना जॉब कार्ड बनवाना सारे कार्यों का निष्पादन रोजगार सहायक द्वारा कहता है परंतु रोजगार सहायकों को मिलने वाली वेतन एक मजदूर से ही कम होता है और रोजगार सेवकों को जब चाहते हैं नौकरी से बाहर कर दिया जाता है। इस मंच के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी भूपेश सरकार से मांग करती है चुनाव के वक्त जो उन्होंने घोषणा किया था की सचिवों को नियमित किया जाएगा एवं उनका पेमेंट बढ़ाकर उन्हें मिलने वाली सुविधा भी बढ़ाई जाएगी साथ ही रोजगार सहायकों को भी नियमित किया जाएगा अपने वादे को पूर्ण करें एवं सचिव और रोजगार सहायक को मांगों को माने।
भारतीय जनता पार्टी सचिव संघ एवं रोजगार सहायक संघ का समर्थन सडक़ से लेकर सदन तक करेगी एवं इनकी लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी इनके साथ खड़ी रहेगी।
नही मिल रहीं सवारियां, यात्री भी हो रहे परेशान
ट्रेनें गुजरती हैं, रूकती नहीं, बिलासपुर से गाड़ी पकडऩा मजबूरी
रामनारायण यादव
करगीरोड (कोटा) , 7 जनवरी (छत्तीसगढ़ संवाददाता)। लॉकडाउन के बाद से ऑटो चालकों की हालत खराब हो गई है। उन्हेें सवारियां नहीं मिल रही हैं, यात्री भी हो रहें परेशान
ज्ञात हो कि 22 मार्च 2020 से करगीरोड रेलवे स्टेशन में यात्री ट्रेनों का आवागमन पूरी तरह से बंद है, तब से लेकर वर्तमान स्थिति में रेलवे स्टेशन पूरी तरह से यात्री ट्रेनों के ठहराव के बिना सूनसान पड़े हुए हैं, केवल मालगाडिय़ों का ही आवागमन हो रहा है, कुछ मालगाड़ी करगी रोड के स्टेशनों में खड़ी दिखाई भी देती हैं। कोरोना-काल के दौरान करगीरोड रेलवे स्टेशन में कुछ कामकाज भी हुए हैं, जैसे कि नई स्टील कुर्सी लग गई, ओवर-ब्रिज की रिपेयरिंग हो गई, मोबाईल चार्जर पाइंट लगा दिए गए, स्टेशन के बाहर पब्लिक-टॉयलेट बना दिए गए, इसके अलावा अन्य कार्य भी रेल्वे विभाग के द्वारा कराए गए। अब इन सुविधाओं का लाभ यात्रियों को तभी मिलेगा, जब पूर्व की तरह ट्रेनों का ठहराव यहां पर होगा।
कोरोना की रफ्तार वर्तमान में कम होने के बाद जिन ट्रेनों का करगीरोड रेलवे स्टेशन में स्टॉपेज रहता था, उन यात्री ट्रेनों को कोरोना का हवाला देते हुए स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया जा रहा है।
वर्तमान में ट्रेनों का परिचालन बिलासपुर- उसलापुर रेलवे स्टेशन से किया जा रहा है, अगर करगीरोड के यात्रियों को ट्रेन में सफर करना है, जिन ट्रेनों का करगीरोड रेलवे स्टेशन में स्टॉपेज रहता था जैसे कि अमरकंटक सुपरफास्ट सारनाथ एक्सप्रेस, दुर्ग अंबिकापुर, इंदौर बिलासपुर यह सभी ट्रेनें स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाई जा रही है, जो कि उसलापुर और बिलासपुर से ही परिचालन किया जा रहा है, वर्तमान में ये सभी ट्रेनें करगीरोड स्टेशन से गुजरती है, रुकती नहीं है।
बिलासपुर सांसद अरुण साव ने कहा कि देश की संसद में करगीरोड रेलवे स्टेशन में एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव के लिए जोर-शोर से आवाज बुलंद की थी, पर कोरोनाकाल के कारण ये मुद्दा पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चला गया। हालत अब ये हो गए हंै, कि जिन ट्रेनों का ठहराव होता था, वो भी ट्रेनें अब कोविड-स्पेशल बनकर इसी करगीरोड से गुजरती हैं, पर रुकती नही ंहै।
लॉकडाउन के बाद 10 महीनों से करगीरोड रेल्वे स्टेशनों में ट्रेनों के बंद होने के बाद ऑटो संचालकों की माली हालत दिन-ब-दिन दयनीय होते जा रही है, इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री के नाम आर्थिक मदद हेतु डीजल पेट्रोल-डीजल-ऑटो संघ के द्वारा ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है, पर इन लोगों को किसी भी प्रकार से कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पाई है।
डीजल ऑटो संघ के संरक्षक प्रगट सिंह ने बताया कि पिछले 10 महीने से डीजल पैट्रोल-ऑटो संचालकों की हालत काफी खराब हो चुकी है। प्रदेश सरकार सहित जिला प्रशासन या फिर जनप्रतिनिधियों से किसी भी प्रकार की कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पाई है। कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद गाडिय़ों का परिचालन तो शुरू हो गया है, पर लॉकडाउन के बाद से सभी गाडिय़ा खड़ी रही, गाडिय़ों का इंश्योरेंस खत्म हो गया है, बिना इंश्योरेंस के परमिट जारी नहीं हो रहा है, आर्थिक रूप से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जनवरी। हाईकोर्ट प्रशासन ने संजय कुमार जायसवाल को रजिस्ट्रार विजिलेंस का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। वे इस समय रजिस्ट्रार निरीक्षण व जांच का कार्यभार संभाल रहे हैं। हाईकोर्ट में दीपक कुमार तिवारी के रजिस्ट्रार जनरल बनाने जाने के बाद रजिस्ट्रार विजिलेंस का पद खाली हो गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जनवरी। बार कौंसिल ऑफ इंडिया, बीसीआई ने स्टेट बार कौंसिल छत्तीसगढ़ द्वारा घोषित चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। इसे मुद्दे पर 15 जनवरी को स्टेट बार कौंसिल के साथ बीसीआई की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होगी जिसमें शिकायतों के बारे में स्पष्टीकरण लिय जायेगा।
ज्ञात हो कि स्टेट बार कौंसिल का कार्यकाल एक साल पहले पूरा हो चुका था। प्रावधान है कि किसी अपरिहार्य कारण से कौंसिल का कार्यकाल केवल 6 माह के लिये बीसीआई से अनुमोदन लेकर बढ़ाया जा सकता है, लेकिन स्टेट बार कौंसिल ने कोरोना महामारी को कारण बताते हुए दो बार अपना कार्यकाल बढ़ा लिया। दूसरी बार कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर बीसीआई से शिकायत की गई थी। इस मुद्दे पर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है। इस विवाद के दौरान बीसीआई को स्टेट बार कौंसिल ने नई कार्यकारिणी के लिये एक निर्वाचन कार्यक्रम बनाया और और उसका अनुमोदन मांगा। बीसीआई ने इसका अनुमोदन नहीं किया और 15 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस कर कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण लेने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा-कॉलर पकडऩे की घटना नहीं हुई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 जनवरी। विधायक शैलेष पांडेय के साथ नव नियुक्त ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तैयब हुसैन द्वारा किये गये कथित दुव्र्यवहार के मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक जांच समिति बना दी है। इस समिति में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू तथा प्रदेश महामंत्री कन्हैया अग्रवाल व पीयूष कोसरे शामिल किये गये हैं।
संगठन के प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा जारी पत्र के मुताबिक समिति तीन दिन के भीतर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करेगी।
ज्ञात हो कि सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रवास के दौरान तैयब हुसैन द्वारा विधायक शैलेष पांडेय से दुव्र्यवहार करने का आरोप लगा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हुसैन ने शैलेष पांडेय का कॉलर पकड़ा था और अगले चुनाव में निपटा देने की बात कही थी।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पांडेय ने आज रायपुर गये। उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री बघेल, प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात करके की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को फोन पर जानकारी दी है क्योंकि वह रायपुर में नहीं थे।
इधर कांग्रेस में विधायक के समर्थकों द्वारा चार साल पुरानी एक खबर को भी वायरल किया गया है जिसमें एक अन्य पार्षद के साथ तब के पार्षद तैयब हुसैन को पुलिस ने जुआ खेलते हुए पकड़ा था।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय नारायण राय ने एक बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान न्यू सर्किट हाउस में विधायक और तैयब हुसैन के बीच कॉलर पकडऩे जैसी कोई घटना नहीं हुई है। मीडिया को कांग्रेस विरोधियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। बात को बतंगड़ बनाया जा रहा है।
राय की विज्ञप्ति में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, नगर निगम सभापति शेख नजीरूद्दीन, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान सहित अनेक नेताओं का नाम शामिल है।
'छत्तीसगढ़ संवाददाता'
बिलासपुर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दोपहर बिलासपुर पहुंचेंगे। वे कल सुबह तक यहां रहेंगे। वे यहां करोड़ों का लोकार्पण, शिलान्यास और अनावरण करेंगे।
बघेल आज रायगढ़ जिले के पुसौर से दोपहर 12.10 बजे प्रस्थान कर दोपहर 1.10 बजे एसईसीएल हेलिपैड पर पहुंचेंगे। दोपहर 1.30 बजे वे सेंट्रल लाइब्रेरी का लोकार्पण करेंगे। दोपहर दो बजे लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में जिले के 143 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व भूमिपूजन करेंगे और यहां एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। दोपहर 3.30 बजे वे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल तारबाहर का निरीक्षण करेंगे, शाम 4 बजे पद्मश्री प. श्यामलाल चतुर्वेदी की प्रतिमा का राजेन्द्र नगर चौक पर अनावरण करेंगे। शाम 4.30 बजे वे मुंगेली नाका में बनाये गये नये विश्राम गृह का लोकार्पण करेंगे। यहीं पर वे रात्रि 8 बजे तक पार्टी कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों व अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
चार जनवरी को सुबह सुबह 10 बजे वे सर्किट हाउस के अरपा सभाकक्ष में नगर निगम के महापौर व पार्षदों का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर उनका अभिनंदन करेंगे। इसके पश्चात् वे रायपुर प्रस्थान करेंगे।
अब तक 3 हजार का पंजीयन, 1200 को मिला रोजगार
खुद के खर्च पर लगाए सैकड़ों पौधे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 31 दिसंबर। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में स्थापित आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण और रोजगार के लिए अब तक 3 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया है। इनमें से 1200 युवाओं को देश प्रदेश की 104 से अधिक कंपनियों और संस्थानों ने रोजगार प्रदान किया है। नए सत्र का प्रशिक्षण 15 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसमें युवा बड़ी संख्या में प्रवेश ले रहे हैं।
विवि के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि कोरोना से हमें सिखाया है कि कौशल ही सबसे बड़ी ताकत है। इस कठिन समय में जब करोड़ों लोगों के रोजगार पर संकट आया है, जिनमें कौशल है, वे इस कठिन समय से लडऩे में सक्षम रहे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के बाद अब नए सत्र में राज्य सरकार की जिला कौशल विकास समिति की अनुशंसा के बाद एनएसडीसी को बैच बनाने भेजा जाएगा।
स्वरोजगार के लिए इच्छुक युवाओं को नीस्बड ट्रेंड ट्रेंनर द्वारा ईडीपी के माध्यम से जानकारी भी प्रदान की जा रही है। इसके साथ जो युवा पहले ही किसी कार्य में पारंगत हैं, लेकिन उनके पास प्रमाण पत्र नहीं है, उनके लिए एनएसडीसी द्वारा तीन दिन का प्रशिक्षण और परीक्षा आयोजित की जाती है। सफल युवा को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। इसमें योग्यता 10वीं पास, अनुभव और 18 से 40 साल की उम्र तय की गई है।
आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र के निदेशक राशिद खान ने बताया कि अंचल के दसवीं और बाहरवी पास विद्यार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार की मुख्यधारा तक लाया जा रहा है। सीवीआरयू के आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में डाटा इंट्री ऑपरेटर, कम्प्यूटर हार्डवेयर, असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन, ट्रेक्टर ऑपरेटर, के आधुनिक जॉब रोल में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रोजगार के लिए निरंतर समयावधि में कपंनियां केंद्र में आती रहती हैं। कोरोना काल प्रारंभ होने से पहले देश की 12 बड़ी कंपनियों ने प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में आकर विद्यार्थियों का चयन किया था। इस रोजगार मेले में कुल 223 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें से 118 विद्यार्थियों का चयन किया गया। चयनित विद्यार्थी इन कंपिनयों ने अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
युवाओं ने साझा किए अपने अनुभव
प्रशिक्षण के बाद एलएनटी माईक्रो फाईनेंस में चयनित विद्यार्थी घनश्याम यादव ने बताया कि स्नातक होने के बाद उसे रोजगार नहीं मिल रहा था। पीएमकेके के प्रशिक्षण के बाद वह 25 हजार रुपए मासिक वेतन पर कार्य कर रहा है। पीएमकेके से प्रशिक्षण प्राप्त रवि शर्मा ने बताया कि पढ़ाई के बाद जॉब के लिए हर जगह प्रशिक्षण की मांग हो रही थी। पीएमकेके में प्रशिक्षण के बाद तत्काल जॉब के कई ऑफर आए। अब एक्सिस बैंक में कार्यरत हैं। पीएमकेके से प्रशिक्षण करने के बाद आईसीआईसीआई बैंक में सेवा दे रहे दिलीप सरल बताते हैं कि आज सिर्फ किसी भी कार्य के लिए अनुभव की जरूरत है, यह व्यवहारिक अनुभव पीएमकेके में सरकार की ओर से नि:शुल्क मिल रहा है। इसका लाभ सभी विद्यार्थियों को लेना चाहिए। मिगसन कौसलम संस्थान में कार्य कर रही अदिति ने बताया कि हर वर्ग और हर स्तर की पढ़ाई के बाद रोजगार तक पहुंचने के लिए पीएमकेके सबसे महत्वपूर्ण रास्ता है। यह युवाओं के लिए रोजगार प्रदान का सुनहरा अवसर है। सभी बातों को सीख कर हम सीधे दक्षता से कार्य कर सकते हैं।