इतिहास

आज का इतिहास 28 जुलाई
27-Jul-2019
 आज का इतिहास 28 जुलाई

93 साल पहले आज के दिन डायबिटीज के खिलाफ इंसान को जीवनदायी उपाय मिल गया. रिसर्चरों ने दरियादिली दिखाते हुए अपनी खोज को जनसेवार्थ मुफ्त में बांट दिया.

27 जुलाई 1921 के दिन टोरंटो यूनिवर्सिटी के दो वैज्ञानिकों फ्रेडरिक बैंटिंग और चार्ल्स बेस्ट ने इंसुलिन नाम के हार्मोन को अलग करने में सफलता पा ली. बस यहीं से डायबिटीज के रोगियों को इंसुलिन का इंक्जेक्शन देने का रास्ता साफ हो गया. यह 21वीं सदी की सबसे जीवनदायी खोजों में से एक है.
माना जाता है कि इंसान मधुमेह की बीमारी से 3,000 साल से भी ज्यादा पहले से परेशान है. कई देशों के खोजकर्ताओं को यह तो पता चल गया कि डायबिटीज कहीं न कहीं पाचन से जुड़ी बीमारी है. उन्हें लगता था कि अग्न्याशय में कुछ गड़बड़ी होती है. अग्न्याशय लीवर के ऊपर का एक छोटा सा अंग है. पुराने समय में डायबिटीज का शक होने पर रोगी को कम कार्बोहाइड्रेट और कम शुगर वाला खाना दिया जाता था. इसके बदले खुराक में प्रोटीन और फैट बढ़ा दिया जाता. लेकिन इससे भी बहुत फायदा नहीं मिला. आम तौर पर रोगियों की जल्द मौत हो जाती.
इस गंभीर बीमारी से लड़ने का तरीका आखिरकार 1921 की गर्मियों में दो कनाडाई रिसर्चरों ने खोज ही निकाला. उन्होंने कुत्तों पर डायबिटीज बीमारी पनपाई और फिर उन्हें इंसुलिन के इंक्जेशन दिए. धीरे धीरे कुत्ते बीमारी से बाहर आ गए. 14 नंवबर 1921 को इस खोज को सार्वजनिक किया गया. दो महीने बाद बैंटिंग ने यूनिवर्सिटी के ही दूसरे वैज्ञानिक जेजेआर मैक्लॉयड के साथ इंसुलिन का इंसान पर सफल परीक्षण किया. डायबिटीज से पीड़ित एक 14 साल का बच्चा चमत्कारिक ढंग से ठीक हो गया. इसके बाद टोरंटो यूनिवर्सिटी ने दवा कंपनियों को इंसुलिन बनाने का लाइसेंस दिया. यूनिवर्सिटी ने दरियादिली दिखाते हुए लाइसेंस के लिए कोई रॉयल्टी नहीं मांगी. उसे मुफ्त में दे दिया गया.
यह खोज आज लाखों लोगों के शरीर में जान फूंक रही हैं. इस महान खोज के लिए बैंटिग और मैक्लॉयड को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार भी दिया गया.

  • 1586- सर वाल्टर रैलीफ तम्बाकू को वर्जीनिया से इंग्लैंड लाए।
  • 1921- कनाडा के टोरन्टो में सर फ्रैड्रिक बैन्टिंग तथा चाल्र्स बेस्ट ने इंसुलिन का पृथक्करण किया।
  • 1772- तीन बड़ी शक्तियों, रुस,ऑस्ट्रिया और फ्रांस के प्रतिनिधियों ने पोलैंड के पहले विभाजन के समझौते पर हस्ताक्षर किये। इन तीनों शक्तियों ने पोलैंड को भ्रष्टचार और विनाश से बचाने के बहाने आपस में बॉट लिया।  पोलैंड अब तक विभिन्न देशों के बीच चार बार बंट चुका है।
  • 1794 -फ्रांस में मैक्सीमिलियन रोबेस्पियर और उसके साथियों को मृत्युदंड दिए जाने के बाद भय और आतंक का काल समाप्त हुआ। एक वर्ष तक जारी रहने वाली यह स्थिति उस समय आरंभ हुई जब फ्रांस में क्रांति की सफलता के बाद क्रांति के विरोधियों का मुक़ाबला करने के लिए एक विशेष न्यायालय का गठन किया गया किंतु रोबेस्पियर ने जो क्रांति के मुख्य नेताओं में था और सत्ता पर पूर्ण अधिकार करना चाहता था इस अवसर का दुरुपयोग करते हुए अपने विरोधियों का दमन आरंभ कर दिया। उक्त काल में 1 लाख 20 हज़ार लोग बिना मुक़द्दमा चलाए मार दिये गये। जिनमें लावाजि़ए जैसे रसायन शास्त्री और आंद्रे सीने जैसे शायर भी शामिल थे।
  • 2002 - उक्रेन में एक विमान दुर्घटना में 70 व्यक्ति मारे गये।
  • 2003 - संयुक्त राज्य अमेरिका ने यमन को स्कड मिसाइल बेचने वाली उत्तर कोरियाई कंपनी पर नए प्रतिबंध लगाए।
  • 2006 - रूसी प्रक्षेपण यान नेपर ज़मीन पर गिरा।
  • 2007 - आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने लगभग 40 हजार साल पहले पाए जाने वाले विशालकाय जीव वोमबैट के जवड़े का जीवाश्म मिलने का दावा किया।
  • 2008 - सीपीएन-यूएमएल नेता सुभाष नेमवांग को नेपाली राष्ट्रपति रामबरन यादव ने नवर्निवाचित संविधान सभा के अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई।
  • 1881- जर्मन जैव रसायनज्ञ हैन्स फिशर का जन्म हुआ जिन्हें लालरक्त कोशिकाओं के वर्णक हीमिन तथा पौधों के हरे वर्णक क्लोरोफिल के संघटकों पर अनुसंधान करने, खासकर 1929 में हीमिन के संश्लेषण के लिए 1930 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार दिया गया। (निधन-31 मार्च 1945)
  • 1849- ब्रिटिश भौतिकशास्त्री और विद्युत अभियंता  जॉन हॉप्किन्सन का जन्म हुआ, जिन्होंने डायनमो तथा विद्युत चुम्बकीय उपकरणों में विद्युत और चुम्बकत्व के उपयोग पर कार्य किया। सन् 1882 में इन्होंने विद्युत उत्पादन एवं वितरण के लिए तीन तारों की प्रणाली (तीन फेज़) का आविष्कार किया। (निधन-27 अगस्त 1898) 
  • 1987 -सुप्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी  सलीम अली का निधन हुआ,  जिन्होंने भारत की जैवविविधता के संरक्षण पर अतुलनीय कार्य किया तथा भारतीय पक्षियों पर कई पुस्तकें लिखीं। (जन्म-12 नवम्बर 1896)
  • 1844-अंग्रेज़ शिक्षक  जॉन डॉल्टन का निधन हुआ,जिन्होंने द्रव की भौतिक तथा रासायनिक विशेषताओं का अध्ययने करते हुए परमाणु का सिद्धान्त दिया जिसे डाल्टन का परमाण्विक सिद्धान्त कहा जाता है।  डेल्टन गैसों के मिश्रण के नियम के जनक हैं। वे रंगों की मिलावट और उन्हें एक दूसरे से अगल करने से सामने आने वाले प्रभाव के खोजकर्ता हैं। (जन्म-6 सितम्बर 1766)। 
     

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