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अपना सबसे खास एयर बेस अफगानिस्तान को सौंपेगा अमेरिका
02-Jun-2021 1:30 PM
अपना सबसे खास एयर बेस अफगानिस्तान को सौंपेगा अमेरिका

एक अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि बगराम एयर बेस को लगभग 20 दिनों में अफगान अधिकारियों को सौंपे जाने की उम्मीद है. अफगान रक्षा मंत्रालय ने इसे प्रबंधित करने के लिए विशेष समितियों का गठन किया है.

 (dw.com)

अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना लगभग दो दशक के युद्ध के बाद वतन लौटने के अंतिम चरणों में है. एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारी का कहना है कि वे लगभग 20 दिनों के भीतर देश के सबसे महत्वपूर्ण सैन्य अड्डे बगराम एयर बेस का इस्तेमाल बंद करेंगे और इसे अफगान सरकार को सौंप दिया जाएगा. एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हम बगराम एयर बेस (अफगान सरकार) को सौंप रहे हैं." उन्होंने यह नहीं बताया कि हस्तांतरण कब होगा लेकिन एक अफगान सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि लगभग 20 दिनों में सैन्य हवाई अड्डे को सौंपे जाने की उम्मीद है. अफगान के रक्षा मंत्रालय ने  बेस को प्रबंधित करने के लिए विशेष समितियों का गठन किया है.

बगराम एयर बेस अफगानिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य हवाई अड्डा है. इसे सोवियत संघ ने 1980 के दशक में बनाया था. अमेरिकी सैन्य अभियानों के दौरान हजारों अमेरिकी और नाटो सैनिक युद्धग्रस्त देश में तैनात थे.

अमेरिकी सैनिकों की त्वरित वापसी

वॉशिंगटन में पेंटागन ने संकेत दिया है कि अमेरिका अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी में तेजी ला रहा है. यूएस सेंट्रल कमांड का अनुमान है कि सोमवार तक 30 से 44 प्रतिशत निकासी का काम पूरा कर लिया गया है. छह सैन्य ठिकानों को अफगान सुरक्षा बलों को सौंप दिया गया है, जबकि आने वाले दिनों में और अधिक सैन्य ठिकानों को अफगान बलों को सौंप दिया जाएगा.

अप्रैल में, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 11 सितंबर तक सैन्य वापसी का लक्ष्य निर्धारित किया था.  लक्ष्य के तहत अफगानिस्तान में मौजूद सभी 2,500 अमेरिकी सैनिकों और लगभग 16,000 सिविल  ठेकेदारों को निकालना है. इसी के साथ अमेरिकी का दो दशक पुराना युद्ध भी समाप्त हो जाएगा. सैन्य अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति बाइडेन के सैन्य वापसी के फैसले के बाद से अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी तेज हो रही है. अमेरिका ने देश से अपने काफी सैन्य उपकरण भी वापस भेज दिए हैं.

अमेरिका ने पिछले महीने दक्षिणी अफगानिस्तान में कंधार एयरफील्ड से निकासी भी पूरी की, जो उस समय देश का दूसरा सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अड्डा था. बगराम एयर बेस पिछले दो दशक से अमेरिकी सेना के लिए सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण ग्राउंड और एयर बेस रहा है. बेस में एक जेल भी है जहां हजारों तालिबान और अन्य कैदी सालों से बंद हैं.

नाटो प्रमुख भी आशावादी

नाटो के महासचिव येंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि अफगानिस्तान से नाटो सैनिकों की वापसी सही दिशा में बढ़ रही है. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, नाटो महासचिव का कहना है कि सैन्य गठबंधन ने लगभग दो दशकों तक अफगानिस्तान को सुरक्षा सहायता प्रदान की है, उनका मानना ​​​​है कि अब अपेक्षाकृत अच्छी तरह से प्रशिक्षित अफगान सरकार और उसके सशस्त्र बल अंतरराष्ट्रीय ताकतों की मदद के बिना, अपने दम पर खड़े होने के लिए काफी मजबूत हैं.

स्टोल्टेनबर्ग ने संगठन के विदेश और रक्षा मंत्रियों की एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों से कहा, "हमारे सैनिकों की वापसी एक व्यवस्थित और समन्वित तरीके से आगे बढ़ रही है, लेकिन हर स्तर पर हमारे लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है." उन्होंने कहा कि हालांकि गठबंधन सेनाएं अब अफगानिस्तान में नहीं होंगी, "30 राष्ट्र गठबंधन और उसके सहयोगी अफगानिस्तान के सक्षम और मजबूत सुरक्षा बल को निधि देना जारी रखेंगे."

इस बीच देश में हिंसा का दौर जारी है. मंगलवार को दो यात्री बसों में विस्फोट के बाद 10 नागरिकों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. इसी तरह, एक और विस्फोट के कारण बिजली गुल हो गई जिससे काबुल के कई हिस्से अंधेरे में डूब गए.

वहीं कतर में तालिबान और अफगान सरकार के बीच शांति वार्ता भी ठप पड़ी हुई है. हालांकि, अफगान सरकार के वार्ताकारों का एक समूह बातचीत में शामिल होने के लिए मंगलवार को दोहा पहुंचा है. अफगान सरकार की वार्ता टीम के सदस्य नादिर नादेरी ने कहा कि शांति वार्ता जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है. तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत 12 सितंबर को शुरू हुई थी, लेकिन अभी तक कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है.

एए/ (एएफपी, एपी)

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