अंतरराष्ट्रीय
पिछले साल एक यूक्रेन का एक यात्री विमान को गिराने के मामले में अब चार देशों ने ईरान के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
क़ानूनी कार्रवाई करने वालों में यूक्रेन, ब्रिटेन, स्वीडन और कनाडा शामिल थे. जिस विमान को गिराया गया उसमें इन चारों देशों के यात्री सवार थे.
इन चारों देशों ने अब माँग की है विमान गिराने के लिए ईरान आधिकारिक तौर पर ज़िम्मेदारी ले. इसके अलावा हादसे में जान गँवाने वाले 170 से ज़्यादा लोगों के परिजनों के लिए आर्थिक मुआवज़े की माँग भी की गई है.
इस हादसे पर ईरान ने जो आख़िरी रिपोर्ट सौंपी थी, उसकी चौतरफ़ा आलोचना हुई थी.
पिछले साल जनवरी में ईरान की सेना ने यूक्रेन के एक यात्री विमान को तेहरान के बाहरी इलाके में गिरा दिया था.
बोइंग 737 फ्लाइट यूक्रेनियन इंटरनेशनल एयरलाइंस की थी और इसमें अलग-अलग देशों के 176 यात्री सवार थे. विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी.
ईरान के सरकारी टीवी की रिपोर्ट के अनुसार सेना ने शनिवार को कहा कि 'ग़लती' से यूक्रेन के यात्री विमान को उसने ही गिरा दिया था.
हादसे के बाद ईरान की सेना ने कहा था कि उसने ‘ग़लती’ से इस विमान को गिराया था. ईरान की तरफ़ से आए बयान में इसे ‘मानवीय भूल’ कहा गया था.
बाद में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्वीट करके इसके लिए माफ़ी माँगी थी और दोषियों के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. (bbc.com)