अंतरराष्ट्रीय

वैक्सीन सप्लाई पर भारत-अमेरिका में बातचीत
04-Jun-2021 12:49 PM
वैक्सीन सप्लाई पर भारत-अमेरिका में बातचीत

अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गुरुवार को वैक्सीन सप्लाई पर बातचीत हुई. अमेरिका ने वैश्विक टीका साझेदारी के तहत भारत को भी वैक्सीन सप्लाई का आश्वासन दिया है.

  डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी  की रिपोर्ट 

दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत के बाद मोदी ने ट्वीट कर कहा, "कुछ देर पहले उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से बात हुई है. मैंने वैश्विक टीका साझेदारी के लिए अमेरिकी रणनीति के हिस्से के रूप में भारत को वैक्सीन की सप्लाई के आश्वासन की सराहना की. इसके अलावा अमेरिकी सरकार, कारोबारियों और प्रवासी भारतीयों से मिले समर्थन के लिए भी उनका धन्यवाद दिया." 

उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, "भारत-अमेरिका के बीच टीका साझेदारी को और मजबूत करने के लिए जारी प्रयासों और कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य व आर्थिक क्षेत्र के सुधार में योगदान देने की दोनों देशों की साझेदारी की संभावनाओं पर भी हमने चर्चा की."

बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन प्रशासन के अहम अधिकारियों से मुलाकात की थी और वैक्सीन साझेदारी पर भी चर्चा हुई थी. अमेरिका ने गुरुवार को घोषणा की कि वह अपनी "वैश्विक वैक्सीन साझा करने की रणनीति" के तहत भारत को कोविड-19 टीका देगा.

अमेरिका करेगा अन्य देशों से टीका साझा
गुरुवार को अमेरिका ने वैश्विक वैक्सीन सप्लाई नीति के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि शुरुआत में 2.5 करोड़ डोज सप्लाई होंगे. उसने कहा कि वह वैक्सीन उत्पादन के लिए अमेरिका द्वारा निर्मित आपूर्ति तक अन्य देशों की पहुंच को आसान बनाएगा. विकसित और विकासशील देशों के बीच वैक्सीन की भारी असमानता को देखते हुए बाइडेन ने इस महीने तक वैक्सीन की आठ करोड़ डोज उपलब्ध कराने की घोषणा की है. राष्ट्रपति ने कहा कि बिना किसी राजनीतिक समर्थन की उम्मीद के वे टीका देंगे.

बाइडेन ने बयान में कहा कोवैक्स अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन साझा कार्यक्रम के तहत 1.9 करोड़ डोज दान किए जाएंगे. इस कार्यक्रम के तहत करीब 60 लाख खुराक लातिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों को दी जाएंगी. इसके अलावा करीब 70 लाख डोज दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया को दिए जाएंगे और 50 लाख डोज अफ्रीकी देशों को भेजे जाएंगे. बाकी बची 60 लाख खुराक उन देशों को भेजी जाएंगी जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इनमें कनाडा, मेक्सिको, भारत और दक्षिण कोरिया शामिल हैं.

अमेरिका ने 2.5 करोड़ डोज का पहला बैच भेजने की तैयारी कर ली है.

बाइडेन ने कहा, "हम इन टीकों की आपूर्ति जान बचाने के लिए और महामारी को समाप्त करने के लिए कर रहे हैं. महामारी की समाप्ति के लिए अमेरिका अपनी शक्ति और मूल्यों के साथ दुनिया का नेतृत्व कर रहा है." अमेरिका के ऐलान के बाद भारत को इस महीने के अंत वैक्सीन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

 

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