अंतरराष्ट्रीय
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की अपनी समस्या है, उसे खुद इस समस्या को सुलझाना होगा, ये हमारी समस्या नहीं है. इस तरह से पाकिस्तान को लेकर तालिबान ने अपना रुख साफ कर दिया है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि टीटीपी का मुद्दा पाकिस्तान का है और इसे पाकिस्तान सरकार को हल करना चाहिए न कि अफगानिस्तान को. हमारा रुख स्पष्ट है, हम किसी दूसरे देश की शांति को नष्ट करने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी को नहीं करने देंगे.Also Read - Pakistan: दाऊद इब्राहिम के करीबी कुख्यात गैंगस्टर फहीम मचमच की कोरोना से मौत
ये बातें मुजाहिद ने शनिवार को जियो न्यूज पर एक इंटरव्यू के दौरान कही. तालिबान की तरफ से आया ये बयान पाकिस्तान के मुंह पर एक करारा तमाचा भी है. इस जवाब से ये भी साफ हो गया है कि तालिबान पाकिस्तान की कठपुतली बनकर रहने वाला नहीं है, इसीलिए अब भविष्य में पाकिस्तान को भी तालिबान से उतना ही खतरा हो सकता है जितना किसी दूसरे देश को होगा.
जबीहुल्लाह ने इस इंटरव्यू के दौरान साफ कर दिया कि उसका तहरीक-ए-तालिबान, टीटीपी से कोई लेना-देना नहीं है. इसे पाकिस्तान, उसके उलेमा या फिर दूसरे धार्मिक नेता देखें. हमें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि वो इस पर क्या फैसला लेते हैं और उनकी रणनीति क्या होती है. उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि तालिबान अफगानिस्तान की जमीन पर किसी भी आतंकी गुट को दूसरे देश के खिलाफ हमले की इजाजत नहीं देगा. इस बात को लेकर बेहद स्पष्ट है और पहले भी ये दोहरा चुका है.
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान में टीटीपी के सक्रिय होने का खतरा बढ़ गया था और उसे उम्मीद थी कि बेहतर संबंधों के चलते तालिबान टीटीपी से पाकिस्तान की पैरवी करेगा. (india.com)