अंतरराष्ट्रीय

अफगानिस्तान में 5 साल तक के 10 लाख बच्चों को गंभीर कुपोषण का करना पड़ेगा सामना : यूनिसेफ
31-Aug-2021 11:09 AM
अफगानिस्तान में 5 साल तक के 10 लाख बच्चों को गंभीर कुपोषण का करना पड़ेगा सामना : यूनिसेफ

नई दिल्ली, 30 अगस्त | यूनिसेफ ने भविष्यवाणी की है कि अगर मौजूदा प्रवृत्ति जारी रही, तो अफगानिस्तान में पांच साल से कम उम्र के दस लाख बच्चों को गंभीर और तीव्र कुपोषण की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। यूनिसेफ दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक जॉर्ज लारिया-अडजेई ने कहा कि 22 लाख लड़कियों सहित 40 लाख से अधिक बच्चे अब स्कूल से बाहर हैं।


उन्होंने कहा कि लगभग 300,000 बच्चे या युवा अपने घरों से भागने को मजबूर हुए हैं, जिनमें से बहुतों ने ऐसे ²श्य देखे हैं, जिन्हें किसी बच्चे को कभी नहीं देखना चाहिए।

उन्होंने कहा, बच्चे और किशोर मानसिक स्वास्थ्य सहायता की सख्त जरूरत में चिंता और भय से जूझ रहे हैं।

लारिया-अडजेई ने कहा कि बच्चों ने हाल के हफ्तों में बढ़े हुए संघर्ष और असुरक्षा की सबसे भारी कीमत चुकाई है।

इन बच्चों को न केवल अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है बल्कि उनके स्कूल छूट गए हैं और वे अपने दोस्तों से भी दूर हो चुके हैं। इसके अलावा वे बुनियादी स्वास्थ्य सेवा से भी वंचित हैं, जो उन्हें पोलियो, टेटनस और अन्य बीमारियों से बचा सकती हैं।

उन्होंने चेताते हुए कहा, अब एक सुरक्षा संकट के साथ, खाद्य कीमतों में उछाल, एक भीषण सूखा, कोविड-19 का प्रसार और आने वाली कठोर सर्दी को देखते हुए बच्चे पहले से कहीं अधिक जोखिम हैं।

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को देश का दौरा समाप्त करने के बाद कहा कि अफगान बच्चों की जरूरतें पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई हैं, इसलिए दुनिया उन्हें अब नहीं छोड़ सकती।

अफगानिस्तान को सहायता में कटौती पर विचार करने वाले कुछ मानवीय साझेदारों के साथ, लारिया-अडजेई ने स्वास्थ्य केंद्रों को चालू रखने, स्कूलों को खोलने और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए उपलब्ध सेवाओं के लिए पर्याप्त संसाधनों को लेकर चिंता व्यक्त की।

यूनिसेफ, जो छह दशकों से अधिक समय से अफगानिस्तान में है, पूरे देश में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है और प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए वातार्कारों के साथ जुड़ रहा है।

एजेंसी वर्तमान में विस्थापित लोगों के लिए शिविरों में मोबाइल स्वास्थ्य और पोषण टीमों का समर्थन कर रही है और बच्चों के अनुकूल स्थान, पोषण केंद्र और टीकाकरण स्थल स्थापित कर रही है। इसके साथ ही यह अतिरिक्त जीवन रक्षक आपूर्ति की तैयारी कर रही है और समुदाय-आधारित शिक्षा कक्षाओं में हजारों छात्रों का समर्थन कर रही है।

हालांकि, लारिया-अडजेई ने जोर देकर कहा है कि अधिक संसाधनों की सख्त जरूरत है। यूनिसेफ ने हाल ही में बढ़ते मानवीय संकट को दूर करने के लिए 19.2 करोड़ डॉलर की अपील शुरू की और दानदाताओं से समर्थन बढ़ाने का आग्रह किया।

अडजेई ने कहा कि युवा लोग और बच्चे हमें बता रहे हैं कि उन्हें सबसे बुनियादी वस्तुओं और सेवाओं की सख्त जरूरत है। (आईएएनएस)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news