अंतरराष्ट्रीय
काबुल. अमेरिका और कई प्रमुख यूरोपीय देशों समेत 90 से अधिक देशों ने तालिबान की तरफ से विदेशी और अफगान नागरिकों को निकालने के लिए दिए गए आश्वासन पर एक संयुक्त बयान जारी किया है. संयुक्त बयान में इन सभी देशों ने बताया कि उन्हें तालिबान की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि सभी विदेशी नागरिकों और किसी भी अफगान नागरिक को अपने देशों से यात्रा प्राधिकरण के साथ सुरक्षित रूप से अफगानिस्तान से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी.
संयुक्त बयान में कहा गया है कि हम सभी ये सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमारे नागरिक, निवासी, कर्मचारी, अफगान जिन्होंने हमारे साथ काम किया है और जो जोखिम में हैं, वो अफगानिस्तान के बाहर के गंतव्यों के लिए स्वतंत्र रूप से यात्रा करना जारी रख सकते हैं. साथ ही कहा कि हम नामित अफगानों को यात्रा दस्तावेज जारी करना जारी रखेंगे और हमें तालिबान से स्पष्ट उम्मीद और प्रतिबद्धता है कि वो हमारे संबंधित देशों की यात्रा कर सकते हैं.
बयान पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, यूक्रेन, ब्रिटेन शामिल हैं. ये संयुक्त बयान तालिबान की तरफ से सार्वजनिक बयानों के आधार पर जारी किया गया था. 90 से अधिक देशों का ये बयान तालिबान के राजनीतिक कार्यालय की तरफ से घोषणा किए जाने के एक दिन बाद आया है, जिसमें उसने कहा कि देश से बाहर जाने के इच्छुक अफगान नागरिकों को सम्मानजनक तरीके से ऐसा करने की अनुमति दी जाएगी.
शनिवार को तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के उप निदेशक शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने कहा कि जो अफगान विदेश जाने का इरादा रखते हैं, वो देश में वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू करने के बाद पासपोर्ट और वीजा जैसे कानूनी दस्तावेज लेकर सम्मानजनक तरीके से और मन की शांति के साथ ऐसा कर सकते हैं. इस बीच तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह ने रविवार को कहा कि चरमपंथी समूह अमेरिकी बलों की वापसी की 31 अगस्त की समय सीमा के बाद भी लोगों को काबुल छोड़ने की अनुमति देगा. जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया है, स्थानीय अफगानों समेत हजारों लोग आतंक के शासन से भागने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.