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भविष्य का इंटरनेट 'मेटावर्स' बनाने के लिए दस हजार लोग भर्ती करेगी फेसबुक
18-Oct-2021 7:15 PM
भविष्य का इंटरनेट 'मेटावर्स' बनाने के लिए दस हजार लोग भर्ती करेगी फेसबुक

भविष्य का इंटरनेट तैयार करने के लिए फेसबुक ने यूरोपीय संघ में 10,000 लोगों को भर्ती करने का ऐलान किया है. फेसबुक ने कहा है कि वह यूरोपीय संघ में मेटावर्स नाम का वर्चुअल रियलिटी वर्जन तैयार करने के लिए भर्ती करेगी.

(dw.com)  

फेसबुक का कहना है कि मेटावर्स भविष्य का इंटरनेट होगा. कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कई बार मेटावर्स की बात की है जो असल और डिजिटल जगत के बीच की दूरियों को मिटाने की बात करता है.

यह इस तरह की तकनीक है जिसके तहत मनुष्य डिजिटल जगत में वर्चुअली प्रवेश कर सकेगा. जानकार बताते हैं कि यह कुछ ऐसा महसूस होगा जैसे आप किसी से बात कर रहे हैं तो वह आपके सामने ही बैठा है जबकि असल में दोनों लोग इंटरनेट के जरिए मीलों दूर से जुड़े हुए हैं.

फेसबुक ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "मेटावर्स में रचनात्मक, सामाजिक और आर्थिक मोर्चे पर नए आयाम खोलने की संभावना है. यूरोपीय संघ के लोग इसके लिए बिल्कुल शुरुआत से तैयारी करेंगे. आज हम यूरोपीय संघ में 10,000 लोगों को भर्ती करने की योजना का ऐलान कर रहे हैं जिसे अगले 5 साल के दौरान अंजाम दिया जाएगा.”

कंपनी ने यह तो नहीं बताया कि मेटावर्स टीम में किस किस तरह के लोग होंगे, लेकिन यह जरूर कहा कि बहुत कुशल इंजीनियर्स को इस टीम में भर्ती किया जाएगा. ब्लॉग पोस्ट में कहा गया कि यूरोपीय संघ में बहुत सी ऐसी अंकित खूबियां हैं जो टेक कंपनियों को वहां निवेश करने का प्रोत्साहन देती है, जैसे कि वहां एक बहुत बड़ा उपभोक्ता बाजार है, बेहतरीन विश्वविद्यालय हैं और सबसे जरूरी, बहुत उम्दा प्रतिभाएं उपलब्ध हैं.”

रणनीतिक ऐलान

फेसबुक का यह ऐलान ऐसे समय में आया है जबकि कंपनी कई समस्याओं से जूझ रही है. हाल ही में फेसबुक को कई बार बड़ी गंभीर आउटेज से गुजरना पड़ा है. उसकी सेवाएं घंटों तक बंद रही हैं. विभिन्न देशों में उसके बढ़ते प्रभाव पर नियंत्रण करने के लिए मांगें तेज हो रही हैं. उसके पूर्व कर्मचारियों द्वारा ऐसे आरोप लगाए गए हैं जिनसे फेसबुक की छवि को नुकसान पहुंचा है.

हाल ही में कंपनी की पूर्व कर्मचारी फ्रांसिस हॉगेन ने कुछ दस्तावेज लीक करते हुए बताया था कि फेसबुक जानती थी कि उसकी वेबसाइट युवा लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है.

पिछले महीने अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में ऐसे संकेत दिए थे कि मेटावर्स की घोषणा के जरिए फेसबुक अपनी छवि को सुधारने की कोशिश कर सकती है. वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा था कि मेटावर्स में कंपनी की दिलचस्पी "नीति-निर्मातओं के बीच कंपनी की छवि को फिर स्थापित करने और फेसबुक को इंटरनेट तकनीकों की अगली लहर के लिए तैयार करने की कोशिशों का हिस्सा हो सकती है.”

हालांकि मार्क जकरबर्ग पहले से ही मेटावर्स को लेकर काफी उत्साहित रहे हैं और पिछले काफी समय से इस योजना पर बोलते रहे हैं. जुलाई में फेसबुक ने कहा था कि अब कंपनी सिर्फ सोशल मीडिया कंपनी के बजाय अगले 5 साल में मेटावर्स कंपनी होने की ओर बढ़ रही है. 2014 में फेसबुक ने ऑक्युलस नाम की एक कंपनी को दो अरब डॉलर में खरीदा था और तब से होराइजन नाम का एक डिजिटल जगत तैयार कर रही है जहां लोग वी आर तकनीक के जरिए एक दूसरे से संवाद कर सकते हैं.

अगस्त में ही कंपनी ने ‘होराइजन वर्क रूम्स' नाम का एक फीचर जारी किया था जिसमें वी आर हेडसेट पहन कर लोग वर्चुअल रूम में एक दूसरे के साथ मीटिंग कर सकते हैं. इन रूम्स में लोग अपने ही थ्री डी वर्जन के रूप में नजर आते हैं.

भविष्य का इंटरनेट

मेटावर्स के बारे में लोग कहते हैं कि यह इंटरनेट का अगला कदम होगा, असल और वर्चुअल के बीच दूरियों को मिटा देगा. ऐसे कई प्रयोग हो भी चुके हैं. मसलन, पॉप स्टार आर्यना ग्रान्दे और रैपर ट्रैविस स्कॉट ने हाल ही में मशहूर वीडियो गेम फोर्टनाइट के जरिये परफॉर्मेंस दी जिसे लोगों ने अपने घरों में बैठकर देखा.

कई अन्य कंपनियां मेटावर्स की दुनिया में कदम आगे बढ़ा रही हैं. मेटावर्स के नाम पर डीसेंट्रालैंड नाम की एक ऑनलाइन कंपनी को इस मामले में अगुआ माना जा रहा है जहां आप वर्चुअल कसीनो में नौकरी भी पा सकते हैं.

फेसबुक ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि मेटावर्स पर किसी एक कंपनी का अधिकार नहीं होगा और यह इंटरनेट की तरह सबके लिए उपलब्ध होगा. इस तकनीक में निवेश करने वाली कंपनियों में और भी कई खिलाड़ी शामिल हैं. फोर्टनाइट वीडियो गेम बनाने वाली कंपनी एपिक गेम्स ने इसी साल ऐलान किया था कि मेटावर्स में निवेश के लिए उसने एक अरब डॉलर जुटा लिए हैं. (dw.com)

वीके/एए (एएफपी)

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