अंतरराष्ट्रीय
आज एक बार फिर तुर्की में यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल मुलाक़ात कर रहे हैं. इन वार्ताओं में यूक्रेन अपने क्षेत्र की संप्रभुता को छोड़े बिना युद्धविराम की मांग करता रहा है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने इस्तांबुल में वार्ता के बारे में कहा, "हम लोगों का, भूमि या संप्रभुता का सौदा नहीं कर रहे हैं."
उन्होंने यूक्रेन के सरकारी टीवी चैनल को बताया, "इस बातचीत का हासिल कम से कम मानवीय मुद्दों पर सहमति और ज़्यादा से ज़्यादा युद्धविराम पर रज़ामंदी हो सकती है."
लेकिन यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार वादिम डेनिसेंको ने कहा कि उन्हें संदेह है कि वार्ता में कोई सफलता मिलेगी.
अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यूक्रेन-रूस के बीच बेहतरी की उम्मीदों पर संदेह जताते हुए कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध को खत्म करने के लिए समझौता करने को तैयार नहीं हैं.
इस बीच क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि अब तक की बातचीत में कुछ महत्वपूर्ण हासिल नहीं हुआ है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि वार्ताएं जारी रहे. (bbc.com)