अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ़ के प्रमुख इमरान ख़ान ने शनिवार की रात कराची में रैली की.
बाग़-ए-जिन्ना में हुई रैली में उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत यह कहते हुए की कि आज वो यहां लोगों से बड़ी ख़ास बात करना चाहते हैं.
उन्होंने भीड़ से कहा कि ये उनके बच्चों के भविष्य से संबंधित है और ये मुद्दा सिर्फ़ तहरीक-ए-इंसाफ़ का नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान का है.
इमरान ख़ान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से उन्हें बड़ी तकलीफ़ हुई है.
“हमने सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला मान लिया मगर हमारे हाथ बंध गए, यहां तक कह दिया गया कि किस वक़्त वोटिंग की जानी है.”
उन्होंने कहा, “मैंने क्या जुर्म किया था कि रात को 12 बजे अदालतें लगाई गईं.”
इमरान ख़ान ने न्यायपालिका से सवाल किया कि ‘जब राजनेताओं की ख़रीद-फ़रोख़्त की मंडी लगी हुई थी तो न्यायपालिका को क्या ख़ुद नोटिस नहीं लेना चाहिए था?’ (bbc.com)