अंतरराष्ट्रीय
लद्दाख़ में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास मौजूद हॉट स्प्रिंग में भारतीय पक्ष के बेहद नज़दीक़ चीन ने तीन मोबाइल टावर लगाए हैं.
अंग्रेज़ी अख़बार 'द टाइम्स ऑफ़ इंडिया' ने अपनी विशेष रिपोर्ट में लिखा है कि शीतकालीन चरागाह से लौटे चरवाहों ने इसकी जानकारी दी है.
इसके साथ यह भी माना जा रहा है कि बीजिंग इस जगह पर इमारतें स्थापित करने और अपनी सैन्य मौजूदगी को विस्तार देने पर भी ध्यान दे सकता है. यह उन इलाक़ों में से एक है जहां पर साल 2020 से दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं.
लद्दाख़ स्वायत्त पहाड़ी परिषद के चुशुल का प्रतिनिधि करने वाले कोंचोक स्टेंज़िन ने बताया है कि इस तरह के दूरस्थ इलाक़े में चीन का मोबाइल टावर लगाना दिखाता है कि भारतीय हिस्से के सीमाई गांवों में संचार ढांचा बहुत ख़राब है.
उन्होंने अख़बार से कहा, "इस तरह के अलग-थलग पड़े इलाक़े में वो (चीन) 4जी टावर लगा रहा है. उनके चरवाहे अब कनेक्टेड रहेंगे. हमारे चरवाहे जब अपने जानवरों के साथ निकलते हैं तो वो भटक जाते हैं. सिर्फ़ दो को छोड़कर सभी सीमाई गांवों में अभी भी 2जी सेवा है जिसमें भी सिग्नल की कमी रहती है."
उन्होंने नए चीनी टावरों की तस्वीरें भी ट्वीट की हैं जो चरवाहों ने ली हैं लेकिन इसकी अख़बार ने स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है. (bbc.com)