अंतरराष्ट्रीय
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपनी ताजमहल यात्रा को याद करते हुए कहा कि ये वाकई में अजूबा है.
हिस्ट्री डिफाइनंड नाम के एक अकाउंट से किए गए एक ट्वीट के जवाब में एलन मस्क ने लिखा- यह बेहद ख़ूबसूरत है. मैं 2007 में यहाँ गया और ताजमहल देखा,ये वास्तव में दुनिया का एक अजूबा है.”
इस ट्वीट पर उनकी मां मय मस्क ने एलन के दादा-दादी की साल 1954 में की गई ताजमहल यात्रा की तस्वीरें शेयर करते हुए एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया.
उन्होंने लिखा, “1954 में तुम्हारे दादा-दादी दक्षिण अफ़्रीका से ऑस्ट्रेलिया जाते समय ताजमहल देखने गए थे. वे एक इंजन वाले प्रोपेलर विमान में रेडियो या जीपीएस के बिना इस यात्रा को करने वाले एकमात्र कपल थे. उनकी ज़िंदगी का उद्देश्य था- सावधानी के साथ ख़तरनाक तरीक़े से जियो.”
ताजमहल इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. इलाहाबाद हाई कोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया है कि ताजमहल एक शिव मंदिर पर बना है.
बीते दिनों इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एक याचिका दायर कर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया से ताजमहल के 22 बंद दरवाज़ों की जाँच करवाने की मांग की है ताकि वहाँ हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों का पता लगाया जा सके.
याचिका में मांग की गई है कि इसके लिए फ़ैक्ट फ़ाइंडिंग कमेटी का गठन किया जाए और एएसआई अपनी जाँच रिपोर्ट अदालत के समक्ष दाख़िल करे.
याचिका में कहा गया है, “कुछ हिंदू समूह और प्रबुद्ध संतों का दावा है कि यह मक़बरा एक पुराना शिव मंदिर है और उनके इस दावे को कई इतिहासकारों का भी समर्थन है. हालाँकि बहुत से इतिहासकार मानते हैं कि यह मुग़ल बादशाह शाहजहाँ का बनवाया ताजमहल ही है .कुछ लोगों का यह भी मानना है कि तेजो महालय उर्फ़ ताज महल एक ज्योर्तिलिंग है.” (bbc.com)