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आरबीआई अफसर बन रिटायर्ड बीएसपी कर्मी से एक करोड़ 22 लाख की ठगी, आरोपी दंपत्ति दिल्ली से गिरफ्तार
07-Jun-2022 5:17 PM
 आरबीआई अफसर बन रिटायर्ड बीएसपी कर्मी से एक करोड़ 22 लाख की ठगी, आरोपी दंपत्ति  दिल्ली से गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 7 जून।
बीमा पॉलिसी में निवेश के नाम पर अत्यधिक मैच्योरिटी रकम मिलने का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाने वाले पति पत्नी को दुर्ग पुलिस के द्वारा देश की राजधानी दिल्ली से पकड़ा है। आरोपी पिछले 8 वर्षों से प्रार्थी को निवेश करने व टॉवर लगाने के नाम पर एक करोड़ 22 लाख रुपए जमा करवा करवा चुके थे। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैंकों के बैंक पास बुक व मोबाईल फोन तथा सीम कार्ड बरामद हुआ है। उत्तम नगर दिल्ली से आरोपी पति-पत्नि को गिरफ्तार किया गया। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई नगर पुलिस ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की है।

आज पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रार्थी दुलार सिंह पिता बिसोराम (55 वर्ष) निवासी ए-85 अनुष्ठा रेसिडेंसी जुनवानी के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि बीमा पॉलिसी के नाम, गांव के जमीन में मोबाईल टॉवर लगाने हेतु टॉवर इस्टालेशन करने, 2 वर्षो के लिये निवेश प्लान, 1 वर्षीय निवेश प्लान सभी निवेशों की मेच्योरिटी एमांउट वापसी के लिये डॉक्युमेंट के री-वेरिफिकेशन के नाम पर कथित मनीषा शर्मा के द्वारा  रिजर्व बैंक का अधिकारी बताते हुए विभिन्न इन्वेस्टमेंट प्लान की जानकारी देकर विभिन्न मोबाईल नंबरों के माध्यम से बात-चीत कर जनवरी 2014 से मई 2021 तक अपने अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा करवा कर लगभग 1 करोड़ 22 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गई है। रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर में धारा 420, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।

टीम द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ के उपरांत आरोपिया मनीषा के बताये गये विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग समय पर रकम जमा करने की जानकारी प्राप्त हुई साथ ही आरोपिया के द्वारा बातचीत करने के लिये इस्तेमाल किये गये विभिन्न मोबाईल नंबरों के बारे में भी पता चला जिसके आधार पर धोखाधड़ी से संबंधित सभी बैंक खातों के स्टेटमेंट व जरूरी आवश्यक दस्तावेज संबंधित बैंकों से प्राप्त किये गये। आरोपियों के मोबाईल नंबरों का विस्तृत विश्लेषण करने पर आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना और संबंधित बैंक खाते भी दिल्ली के पते पर ही होना पता चला। इस प्रकार सभी बैंक खातों व मोबाईल नंबरों के विश्लेषण के परिणाम स्वरूप आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना सुनिश्चित हो जाने पर टीम को आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना किया गया। टीम द्वारा बैंक खातों के खाता धारकों के दिये गये पतों पर जाकर गोपनीय रूप से नाम पता की जानकारी प्राप्त की गई। मोबाईल नंबरों के आधार पर आरोपियों के निवास स्थान व उपस्थिति सुनिश्चित कर घेराबंदी कर आरोपी मनीषा व उसके पति संदीप चौटाला को उत्तम नगर दिल्ली में पकड़ा गया।

प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करते रहे लेकिन तकनीकी प्रमाणों के आधार पर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार करते हुये बताए कि वर्ष 2012 में सीएस इनोवेशन इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी में काम करते हुए उन्होंने विभिन्न लाईफ इंश्योरेंस कंपनियों का इंश्योरेंस प्लान किया था, उसी दौरान 2013 में भिलाई निवासी दुलार सिंह से मोबाईल के माध्यम से संपर्क हुआ था। जिसके बाद विभिन्न कंपनियों का इंश्योरेंस दुलार सिंह के नाम पर किया गया। वर्ष 2016 में प्रोजेक्ट बंद होने के बाद भी लगातार मई 2021 तक पहले सिंगल बीमा प्रिमियम, 2 वर्षीय निवेश प्लान, मोबाईल टॉवर लगाने के नाम पर, 1 वर्षीय निवेश प्लान व सभी निवेशों की मेच्योरिटी एमांउट की वापसी के लिये डॉक्युमेंट के री-वेरिफिकेशन के नाम पर अपने विभिन्न खातों में प्रार्थी से अलग-अलग समय पर रकम जमा करवा कर पति संदीप चौटाला के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।

आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, मोबाईल सीम कार्ड, बैंक पास बुक व एटीएम कार्ड बरामद किये गये। आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर दिल्ली न्यायालय ट्रांजिट रिमाण्ड हासिल कर लाया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई नगर से की जा रही है।

मामले की आरोपी दंपत्ति मनीषा चौटाला (29 वर्ष), संदीप चौटाला (29 वर्ष) दोनों निवासी उत्तम नगर नई दिल्ली वेस्ट से पूछताछ की जा रही है।

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