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गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व के 4 ग्रामीण गिरफ्तार
बैकुंठपुर, 8 जून। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत जहर देने से हुई थी। डॉग स्क्वॉड की मदद से वन विभाग ने इसमें शामिल चार ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है। बाघ ने ग्रामीणों की भैंस का शिकार किया था, जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने मृत भैंस में जहर मिलाया था। इसे खाने से बाघ की मौत हो गई।
ज्ञात हो कि बीते रविवार को एक खाई में बाघ को मृत स्थिति में पाया गया था। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद यह अंदाजा लगाया गया था कि उसकी मौत जहर खाने से हुई है। मंगलवार को वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की। मालूम हुआ कि बाघ ने एक भैंस का शिकार किया था। स्निफर डॉग ने जैसे ही भैंस को सूंघा, वह दौड़ते हुए पास के संलगवांखुर्द गांव में एक ग्रामीण के घर में घुस गया। पूछताछ से पता चला कि गांव के प्रेमसाय, बुद्धेश्वर, रामबदन और सुमेर राय ने शिकार का बदला लेने के लिए 5 जून की शाम को अपने मृत भैंस के शरीर पर जहर मिला दिया था। 5 जून की रात टाइगर भैंस को खाने पहुंचा था, तब जहर की वजह से उसकी मौत हो गई। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बाघ की मौत खाई में गिरने की वजह से हुई है।