अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा है कि दहशतगर्दी से जुड़े सभी मामलों के बारे में अंतिम फ़ैसला संसद में होना चाहिए.
डॉन अख़बार के अनुसार, पीपीपी ने दहशतगर्दी के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए वरिष्ठ नेताओं की बैठक की. इस दौरान अफ़ग़ानिस्तान के ताज़ा घटनाक्रम और चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और तहरीक-ए-तालिबान अफ़ग़ानिस्तान (टीटीए) के बारे में भी बातचीत हुई.
बाद में बिलावल भुट्टो ने ट्वीट किया, "पीपीपी का मानना है कि सारे फ़ैसले संसद में लिए जाने चाहिए. इस मामले में आम सहमति बनाने के लिए सहयोगी दलों से संपर्क करूंगा."
पाकिस्तान की सरकार और टीटीपी काबुल में बातचीत कर रहे हैं और काबुल की तालिबान सरकार इस बातचीत में मदद कर रही है.
पिछले महीने पाकिस्तान की सरकार और टीटीपी ने अनिश्चित काल के लिए युद्धबंदी का ऐलान किया था और सीमावर्ती क़बायली इलाक़ों में पिछले दो दशकों से जारी चरमपंथी गतविधियों को ख़त्म करने के लिए बातचीत जारी रखने का फ़ैसला किया था. (bbc.com)