अंतरराष्ट्रीय
पोलैंड, 16 नवंबर । पोलैंड के एक गांव में मिसाइल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है. ऐसी ख़बरें हैं कि ये मिसाइल रूस की ओर से आई है लेकिन अब भी ये साफ़ नहीं है कि दरअसल हुआ क्या है.
रूस ने इस दावे को ख़ारिज कर दिया है कि मिसाइल उसकी ओर से आई है. रूस ने एक बयान में कहा है कि ये हालात को जानबूझकर उकसाने की कोशिश है.
अमेरिका और अन्य अंतरराष्ट्रीय ताक़तों ने कहा है कि वे घटना की जांच कर रहे हैं और फिलहाल इस पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचे हैं. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस बात की संभावना कम है कि ये मिसाइल रूस की ओर दागी गई हो.
इंडोनेशिया के बाली में जी 20 सम्मेलन में जमा हुए जी 7 नेताओं ने इस मसले पर बातचीत करने के बाद एक बयान जारी किया है.
जी 7 और नेटो की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "हमने पोलैंड में हुए धमाके पर चर्चा की है. हम पोलैंड को इसकी जांच में पूरा सहयोग करने का प्रस्ताव दे रहे हैं. हम अगले क़दम के लिए पोलैंड के साथ नज़दीकी संपर्क में रहेंगे."
बयान में इन देशों ने रूस के साथ यूक्रेन के युद्ध में यूक्रेन का साथ देने का वादा दोहराते हुए कल यूक्रेनी शहरों पर मिसाइल हमलों की कड़ी निंदा की है.
फ़्रांस ने भी इस मसले पर सावधानी बरते जाने पर ज़ोर देते हुए कहा है कि क्षेत्र के कई देशों के पास ऐसी मिसाइलें हैं.
फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, "तार्किक यही है कि हम इस मुद्दे पर अति सावधानी से गौर करें. चूंकि ऐसे मिसाइलें कई देशों के पास हैं इसलिए मिसाइल के नाम से देश की पहचानना करना ठीक नहीं होगा."
उधर समाचार एजेंसी एसोसिएटड प्रेस ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा है कि शुरूआती जांच में मिसाइल के यूक्रेन द्वारा दागे जाने का पता चला है.
समाचार एजेंसी के मुताबिक इस अधिकारी को आधिकारिक बयान देने का अधिकार नहीं है.
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
उधर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने पोलैंड में गिरी मिसाइल पर गहरी चिंता व्यक्त की है.
संयुक्त राष्ट्र की ओर जारी एक बयान में कहा गया है कि वे इस घटना पूरी जांच की उम्मीद कर रहे हैं.
यूएन के प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने कहा, "ये बिल्कुल ज़रूरी है कि यूक्रेन के युद्ध को और अधिक ने भड़कने दें."
पोलैंड की सरकार की ओर से भी कोई बयान सामने नहीं आया है.
पोलैंड ने बस इतना कहा है कि वे अपनी कुछ सैन्य टुकड़ियों को हाई अलर्ट पर रख रहे हैं.
पोलैंड के फ़ायर फ़ाइटर्स ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. ये विस्फोट देश के पूर्वी क़स्बे ज़वोडॉउ में हुआ है. दमकल विभाग ने विस्फोट के कारण के बारे में कुछ नहीं बताया है.
जी 7 नेताओं की आपात बैठक
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही एक तस्वीर में मिसाइल से हुए नुकसान को दिखाया जा रहा है.
एक तस्वीर में मिसाइल का टुकड़ा भी दिख रहा है.
अगर इस बात की पुष्टि होती है कि ये मिसाइल रूस ने चलाई है तो ये पहली बार होगा जब किसी नेटो सदस्य देश में रूसी मिसाइल गिरी हो.
इस स्थिति में सबकी निगाहें नेटो का जवाब पर होंगी.
इंडोनेशिया में चल रही जी 20 बैठक का आज आख़िरी दिन है. इसी बैठक के दौरान ही आज जी7 देशों के नेताओं ने पोलैंड में गिरी रूसी मिसाइल के बारे में चर्चा की है.
इस बातचीत की तस्वीर सामने आई है जिसमें अमेरिका, इटली, जर्मनी, फ़्रांस, ब्रिटेन,जापान, स्पेन और नीदरलैंड्स के नेता मौजूद हैं.
इनके अलावा इस बैठक में यूरोपीय काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिसेल और यूरोपीय संघ के कमिशनर भी शामिल रहे.
रूसी मिसाइल के पोलैंड में गिरने के भयंकर परिणाम हो सकते हैं. पोलैंड नेटो मिलिट्री अलायंस का सदस्य है और उस पर हमला नेटो पर हमला माना जा सकता है.
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या इस हमले के बाद नेटो सेना पोलैंड में आएगी?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को भी यही लगता है कि इस बात की संभावनाएं कम हैं कि पोलैंड पर गिरने वाली मिसाइल रूस ने ही दाग़ी हो.
जो बाइडन ने कहा, "मैं तब तक कुछ नहीं कहूँगा जब तक हम पूरी तरह से इंवेस्टिगेट नहीं कर लेते. लेकिन इस बात की संभावना कम है कि मिसाइल रूस ने दागी हो."
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि दुनिया के नेता इस मामले की पूरी तफ़्तीश के बाद ही अपने अगले क़दम का एलान करेंगे. (bbc.com/hindi)