अंतरराष्ट्रीय
उत्तर कोरिया, 18 नवंबर । दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को बताया है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर आईसीबीएम श्रेणी की मिसाइल दागी है. ये मिसाइलें अमेरिका तक मार करने के लिहाज़ से तैयार की गयी हैं.
जापान के कोस्ट गार्ड विभाग ने बताया है कि ये मिसाइल जापानी द्वीप होक्काइदो के पश्चिम में लगभग 210 किलोमीटर दूर समुद्र में गिरी है.
इससे पहले गुरुवार को उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री च्वे सन ही ने कहा था कि अगर अमेरिका ने इस क्षेत्र में सैन्य मौजूदगी बढ़ाने की योजनाओं को अंजाम दिया तो इसकी कड़ी प्रतिक्रिया मिलेगी.
उत्तर कोरिया ने इसी दिन ने शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल दागी थी.
ये मिसाइल कंबोडिया में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, दक्षिण कोरियाई नेता यून सुक-योल और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के बीच मुलाक़ात के बाद दागी गयी थी.
बाइडन ने इससे पहले उत्तर कोरिया की भड़काऊ गतिविधियों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि तीनों सहयोगियों के बीच इस समय सबसे ज़्यादा तारमेल है.
पिछले दो महीनों में उत्तर कोरिया ने 50 से ज़्यादा मिसाइलें दागी हैं जिनमें से ज़्यादातर शॉर्ट रेंज की मिसाइलें हैं. लेकिन इन लंबी दूरी वाली मिसाइलों का दागा जाना आम नहीं हैं.
ये मिसाइलें अमेरिका के लिए सीधा ख़तरा पैदा करती हैं क्योंकि ये अमेरिका कहीं परमाणु बम गिराने में सक्षम हैं.
दक्षिण कोरियाई सैन्य अधिकारियों के मुताबिक़, सबसे हालिया आईसीबीएम स्थानीय समयानुसार सुबह 10:15 मिनट पर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग से दागी गयी थी.
इस मिसाइल ने छह हज़ार किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचने के साथ ही एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय की है. इस मिसाइल की स्पीड 22 मैक थी.
जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ू हमादा ने कहा है कि इस मिसाइल की रेंज अमेरिका तक पहुंचने के लिए पर्याप्त थी और यह पंद्रह हज़ार किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है.
वहीं, जापान के प्रधानमंत्री फुमिया किशिदा ने थाइलैंड में मीडिया को बताया है, “हमने (उत्तर कोरिया को) स्पष्ट कर दिया है कि हम इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं कर सकते.”
उत्तर कोरिया पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों के जवाब में कोरियाई प्रायद्वीप में मिसाइलें दाग रहा है.
इसके साथ ही उत्तर कोरिया एक नये तरह की आईसीबीएम ह्वासॉन्ग 17 तैयार कर रहा है जो इससे पहले टेस्ट की गयी आईसीबीएम से बड़ी है.
विशेषज्ञ मानते हैं कि ह्वासॉन्ग दागने के पिछले कई प्रयास विफल रहे हैं और उत्तर कोरिया अब तक इसे दागने में सक्षम नहीं हुआ है.
दक्षिण कोरियाई सेना के मुताबिक़, पिछले महीने एक आईसीबीएम उड़ान के दौरान ही असफल हो गए थी. इससे पहले अक्तूबर में उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर पांच सालों में पहली बार बैलेस्टिक मिसाइल दागी थी.
उत्तर कोरिया तमाम आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद 2006 से 2017 तक छह परमाणु परीक्षण कर चुका है और माना जा रहा है कि वह सातवें परीक्षण की तैयारी कर रहा है. और इसके साथ ही वह लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. (bbc.com/hindi)