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विमान में पांच यात्री भी थे जिनमें एक बच्चा था. माना जा रहा है कि यात्रियों को रिहा कर दिया गया है.
न्यूज़ीलैंड के एक पायलट को इंडोनेशिया के पापुआ क्षेत्र में अलगाववादी लड़ाकों ने अगवा कर लिया है. उन्होंने पायलट को जान से मारने की धमकी दी है.
पायलट फिलिप मर्टेंस को तब अगवा किया गया जब विमान में आग लगने के बाद उसे नुडगा के पहाड़ी इलाक़े में उतारा गया था.
विमान में पांच यात्री भी थे जिनमें एक बच्चा था. माना जा रहा है कि यात्रियों को रिहा कर दिया गया है.
अलगाववादियों की मांग है कि इंडोनेशिया पश्चिमी पपुआ प्रांत को स्वतंत्र घोषित करे.
पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है. हालांकि, इसमें काफ़ी मुश्किलें हैं क्योंकि इलाक़े में सिर्फ़ विमान के ज़रिए ही पहुंचा जा सकता है.
पश्चिमी पापुआ में सक्रिय नेशनल लिबरेशन आर्मी ने इस अपहरण की ज़िम्मेदारी ली है. इंडोनेशिया की सरकार इसे एक आतंकी समूह मानती है.
नेशनल लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता सेबी सैमबॉम ने कहा कि अगर इंडोनेशिया "अड़ियल रुख़ अपनाता है" और पश्चिम पापुआ की स्वतंत्रता पर बातचीत करने में विफ़ल रहता है तो पायलट को मार दिया जाएगा.
वहीं, न्यूज़ीलैंड की सरकार ने कहा है कि उन्हें इस घटना की जानकारी है और इंडोनेशिया में उनके राजदूत पायलट के परिवार की मदद कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक़ ये विमान सुसी एयर का था जो पड़ोसी ज़िले में खनन वाले शहर टिमिका से सामान आपूर्ति कर रहा था.
पापुआ इलाक़ा एक डच कॉलोनी रहा है जो दो हिस्सों में विभाजित था- पापुआ और पश्चिमी पापुआ.
इसे संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षण में किए गए एक विवादित मतदान के बाद इंडोनेशिया में शामिल किया गया था. इसके बाद से अलगाववादियों और इंडोनेशियाई सेना के बीच लड़ाई जारी है.
वहीं, पापुआ और पापुआ न्यू गिनी दो अलग जगह हैं. पापुआ न्यू गिनी एक देश है जिसे ऑस्ट्रेलिया से 1975 में आज़ादी मिली थी.