अंतरराष्ट्रीय
डुआंगपेच प्रोमथेप ROYAL THAI NAVY photo
थाईलैंड, 16 फरवरी । साल 2018 में थाईलैंड की एक गुफ़ा में 12 बच्चे फँस गए थे.
इन बच्चों को बचाने के लिए दुनियाभर से गोताखोर और बचावकर्मी आगे आए थे.
ये 12 बच्चे जब सुरक्षित गुफा से बाहर निकले तो कुछ लोगों ने इसे चमत्कार की तरह देखा और बच्चों के बचने की ख़ुशियां मनाई गईं.
मगर अब लगभग पांच साल बाद इन 12 बच्चों में से एक डुआंगपेच प्रोमथेप की मौत हो गई है.
प्रोमथेप की मौत ब्रिटेन में हुई है. बीते साल ही प्रोमथेप ने ब्रिटेन की फुटबॉल एकेडमी में दाखिला लिया था.
प्रोमथेप उस फुटबॉल टीम के कप्तान थे, जो थाईलैंड की गुफ़ा में कोच सहित फँस गई थी.
इन बच्चों को बचाने के लिए जब रेस्क्यू टीम गुफा के अंदर गई थी, तब टॉर्च मारने पर प्रोमथेप का चेहरा दिखा था.
ये तस्वीर उस घटना की यादगार तस्वीरों में से एक थी.
प्रोमथेप की मौत की वजह के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है.
पुलिस का कहना है कि इस मौत को फिलहाल संदिग्धता भरी निगाहों से नहीं देखा जा रहा है.
थाईलैंड में छपी कुछ रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि प्रोमथेप के सिर पर चोट लगी थी.
प्रोमथेप को रविवार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
बीते साल अगस्त में प्रोमथेप ने इंस्टाग्राम पर ख़ुद के ब्रिटेन की फुटबॉल एकेडमी में दाखिला और स्कॉलरशिप मिलने की बात साझा की थी.
प्रोमथेप के दोस्त ख़ुश थे. प्रोमथेप ने तब लिखा था- आज मेरा सपना पूरा हो गया.
लेकिन छह महीने बाद ही ये पूरा होता सपना बीच में टूट गया और प्रोमथेप दुनिया छोड़कर चले गए. (bbc.com/hindi)