मनोरंजन

बर्लिनाले: हिंदी दर्शकों को इस बार नहीं आया पहले जैसा मजा
26-Feb-2023 12:37 PM
बर्लिनाले: हिंदी दर्शकों को इस बार नहीं आया पहले जैसा मजा

बर्लिनाले में भारत की ओर से पहली सीरीज दहाड़ का वर्ल्ड प्रीमियर हुआ. इस दौरान सीरीज की तारीफ हुई लेकिन जो जलवा गली बॉय और गंगूबाई जैसी फिल्मों का रहा था, उसे लोगों ने मिस किया.

  (dw.com) 

बर्लिन फिल्म फेस्टिवल 2023 में भारतीय दर्शकों के लिए तीन स्क्रीनिंग सबसे खास रहीं, घात, आत्मपैम्फ्लेट और दहाड़. इन तीनों में हिंदी के लिए सबसे खास थी, टीवी सीरीज दहाड़. ऐसा इसलिए क्योंकि यह भारत की ओर से बर्लिनाले आने वाली पहली टीवी सीरीज थी और इसके प्रीमियर में जोया अख्तर और विजय वर्मा की जोड़ी साथ आ रही थी.

जोया अख्तर और विजय वर्मा की जोड़ी 2019 में बर्लिनाले में गली बॉय के लिए तारीफें बटोर चुकी थी. और जर्मनी में रहने वाले सिनेमाप्रेमियों को इस जोड़ी का बेसब्री से इंतजार भी था लेकिन कई वजहों से उनका यह इंतजार सफल नहीं हुआ. ये वजहें थीं, दहाड़ का बर्लिनालेके केंद्र में रहने वाले बर्लिनाले पलास्ट के बजाए जू पलास्ट में हुआ प्रीमियर. प्रीमियर के बाद किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का न किया जाना और दहाड़ टीम का मीडिया से कोई बात न करना.

स्क्रीनिंग के बाद कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं

बर्लिनाले पलास्ट, बर्लिन फिल्म फेस्टिवल का केंद्र होता है. सारी की सारी अहम स्क्रीनिंग यहीं पर होती हैं. हालांकि बर्लिनाले में आई ज्यादातर टीवी सीरीज का प्रीमियर जू पलास्ट में ही हुआ तो दहाड़ कोई अपवाद नहीं थी. लेकिन स्क्रीनिंग के बाद किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का न किया जाना थोड़ा खटका.

गली बॉय और गंगूबाई की सफलता के बाद जर्मनी और दूसरे यूरोपीय देशों से बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में आने वाले लोग इस इंतजार में थे कि उन्हें जोया अख्तर और विजय वर्मा से यूरोप में उनके अनुभवों के बारे में और सुनने को मिलेगा. लेकिन उनका इंतजार, इंतजार ही रह गया.

'सब कुछ कह कर ही सबको बताना जरूरी है क्या'
यूं तो जू पलास्ट पर हुई दहाड़ की स्क्रीनिंग में भी बड़ी संख्या में भारतीय आए लेकिन सीरीज देखने के बाद सभी उतने उत्साहित नहीं दिखे. सीरीज का जादू भी फीका ही रहा. हालांकि दर्शकों ने भारतीय सीरीज होने के चलते दहाड़ टीम का जमकर उत्साह बढ़ाया. स्क्रीनिंग के बाद किसी ने सीरीज के कुछ हिस्से बोरिंग होने की बात कही तो कुछ दर्शक सोनाक्षी सिन्हा के रोल से जुड़ी कुछ कमियां बता गए.

बर्लिन में पढ़ रहे किरन कुमार और सत्यजीत ने विजय वर्मा को एक बार फिर से पहले की ही तरह एंटी हीरो रोल में देखकर निराश हुए तो पति के साथ बर्लिन में रह रही आकांक्षा ने सोनाक्षी सिन्हा के बार-बार खुद को तथाकथित पिछड़ी जाति का बताने की बात पर सवाल उठाया. आकांक्षा का मानना था कि अगर किरदार, उनके प्रति दूसरे किरदारों के व्यवहार और उनके आसपास के माहौल को ऐसा बनाया जाता तो उन्हें बार-बार यह कहने की जरूरत न पड़ती और लोग जान जाते कि सोनाक्षी का किरदार एक पिछड़ी जाति से आता है.

कटी-कटी रही दहाड़ टीम

हालांकि प्रीमियर के तौर पर सीरीज के दो ही एपिसोड दिखाए गए हैं. कुछ दर्शकों को आशा है कि सीरीज आगे बढ़ने पर अच्छा प्रदर्शन करेगी. ऐसा हो सकता है लेकिन सीरीज अवार्ड नहीं जीत सकी, बर्लिनाले सीरीज अवार्ड विनर 'द गुड मदर्स' को घोषित किया जा चुका है.

बहरहाल दहाड़ टीम के केंद्र में रहे विजय वर्मा और सोनाक्षी सिन्हा, बर्लिन के केंद्र के कुछ इलाकों में घूमे लेकिन वे लगातार मीडिया से बचते रहे. टीवी सीरीज का काम देखने वाली पीआर कंपनी एक्सल पीआर और बर्लिनाले की दक्षिण एशियाई कॉर्डिनेटर दोनों ही इस रहस्यमयी तरीके से कटे-कटे रहने पर कोई टिप्पणी करने से भी बचे.

 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news