अंतरराष्ट्रीय
सूडान की राजधानी ख़ार्तूम में एक बार फिर एयर स्ट्राइक हुई है. आम लोगों को शहर से बाहर निकलने के लिए यहां सेना और अर्धसैनिक बल के बीच सीज़फ़ायर किया गया था, लेकिन इसके बावजूद यहां हमले शुरू हो गए.
सेना का कहना है कि वह अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स (आरएसएफ़) पर हमला कर रही थी ताकि उन्हें शहर से हटाया जा सके.
दोनों पक्षों ने कहा कि वे युद्धविराम को और तीन दिनों के लिए बढ़ा रहे हैं. लेकिन इसके इतर युद्धविराम के दौरान ही हमले किए गए.
कई कूटनीतिक दबाव और अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त राष्ट्र की तमाम कोशिशों के बाद सेना के जनरल मानवीय युद्धविराम के लिए तैयार हुए थे, लेकिन इस युद्धविराम के दौरान भी हमले हुए.
रविवार को युद्धविराम के विस्तार की घोषणा से पहले, सेना ने बताया कि उसने शहर के केंद्र से उत्तर में आरएसएफ़ के ख़िलाफ़ ऑपरेशन चलाया था.
इस युद्ध में अब तक 500 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, जबकि हताहतों की सही संख्या कहीं अधिक मानी जा रही है. वहीं लाखों लोग इस समय ख़ार्तूम में फंसे हुए हैं.
सूडान में सेना अध्यक्ष जनरल अब्देल फ़तेह अल बुरहान और अर्धसैनिक बल 'रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स' यानी आरएसएफ के प्रमुख मोहम्मद हमदान दगालो यानी हेमेदती के बीच देश की सत्ता को लेकर युद्ध हो रहा है. देश में शासन कर रहा सैनिक जुंटा दो धड़ों में बँट गया है और हर कोई जल्द विजयी होने का दावा कर रहा है. (bbc.com/hindi)