अंतरराष्ट्रीय
ऑनलाइन ट्यूशन देने और किताबें छापने वाली कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेज़ गिरावट जारी है.
ऐसे सबूत सामने आए हैं कि चैट जीपीटी जैसे आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस बॉट्स इन कंपनियों के कारोबार पर असर डाल सकते हैं.
अमेरिकी कंपनी चेग के शेयरों के दाम मंगलवार को 51 फ़ीसदी तक गिर गए और कंपनी को एक अरब डॉलर से अधिक का नुक़सान हुआ है.
वहीं ब्रितानी कंपनी पियर्सन ने अपने कुल मूल्य का छठा हिस्सा गंवा दिया है.
चेग के सीईओ डैन रोसंसविग का कहना है कि छात्र चैट जीपीटी में अधिक दिलचस्पी ले रहे हैं और कंपनी नए ग्राहक नहीं जोड़ पा रही है.
कंपनी ने आर्टिफ़िशियल एंटेलिजेंस बॉट्स से मुक़ाबले के लिए अपना ख़ुद का एआई टूल भी लांच किया है.
विश्लेषकों का मानना है कि प्रकाशन और शिक्षा उद्योग की कंपनियों पर एआई का असर इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि एआई स्थापित कारोबारी मॉडलों को नुक़सान पहुंचा सकता है.(bbc.com/hindi)