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पाकिस्तानी सेना की इमरान ख़ान को चेतावनी, 'सैन्य अधिकारी को बदनाम करना बंद करें'
09-May-2023 11:34 AM
पाकिस्तानी सेना की इमरान ख़ान को चेतावनी, 'सैन्य अधिकारी को बदनाम करना बंद करें'

पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.

आईएसपीआर का कहना है कि इमरान ख़ान ने बिना किसी सबूत के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के ख़िलाफ़ बेहद ग़ैर ज़िम्मेदाराना और निराधार आरोप लगाए हैं.

बयान में कहा गया है कि पिछले एक साल से पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के ख़िलाफ़ अपने राजनीतिक हित साधने के लिए सनसनीखेज तरीक़े से प्रचार किया जा रहा है.

इमरान ख़ान ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि पूरे पाकिस्तान को जनरल फैसल नसीर का नाम याद रखना चाहिए, अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए फैसल नसीर ज़िम्मेदार होंगे.

नवंबर 2022 में इमरान ख़ान पर हुए जानलेवा हमला हुआ था. हमले के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए भी इमरान ख़ान ने कहा था, "तीन लोगों ने उनकी हत्या की साजिश रची हुई है. इनमें गृह मंत्री सनाउल्लाह खां, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और मेजर जनरल फ़ैसल नसीर शामिल हैं."

मेजर जनरल फ़ैसल कौन हैं?

सेना के अधिकारी फ़ैसल नसीर को हाल ही में मेजर जनरल के पद पर तरक़्क़ी दी गई थी जिसके बाद वह अगस्त में पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई में शामिल हुए हैं.

वह आईएसआई की इंटरनल विंग जिसे आम तौर पर 'पॉलिटिकल विंग' या सिर्फ 'सी-विंग' भी कहा जाता है, उसकी कमान संभाल रहे हैं.

इस पद को आमतौर पर 'डीजी सी' कहा जाता है. ग़ौरतलब है कि इसका मतलब 'काउंटर इंटेलिजेंस' नहीं है बल्कि यह सिर्फ़ एक अक्षर के तौर पर इस्तेमाल होता है. आईएसआई में इसके अलावा डीजी ए, बी आदि जैसे संक्षिप्त अक्षर भी इस्तेमाल होते हैं.

काउंटर इंटेलिजेंस या सीआई ब्यूरो एक अलग निदेशालय है जिसके मातहत राजनीतिक विंग समेत कई विभाग आते हैं. आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ़्टिनेंट जनरल फ़ैज़ हमीद भी बतौर मेजर जनरल इस पद पर तैनात रहे थे.

मेजर जनरल फ़ैसल नसीर ने सेना की पंजाब रेजीमेंट में कमीशन हासिल किया था. अपने करियर के शुरुआती दौर में ही वह कोर ऑफ़ मिलिट्री इंटेलिजेंस में चले गए थे जिसके बाद उनका करियर इंटेलिजेंस असाइनमेंट तक रहा है.

और यही कारण है कि उनके बारे में बहुत अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. वह अपने करियर के दौरान अशांत क्षेत्रों में तैनात रहे और महत्वपूर्ण इंटेलिजेंस आधारित अभियानों का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने पिछले दो दशकों के दौरान मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों को मारा या गिरफ़्तार किया. (bbc.com/hindi)

 

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