अंतरराष्ट्रीय
कनाडा की सरकार ने टोरंटो स्थित एक चीनी राजनयिक को निष्कासित कर दिया है.
चीनी राजनयिक पर संसद के एक सदस्य को डराने-धमकाने की योजना में कथित रूप से शामिल होने का आरोप है.
सांसद माइकल चोंग ने चीन पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया था जिसके बाद चीन कथित रूप से उन्हें और हॉन्ग कॉन्ग में उनके रिश्तेदारों को परेशान करने की कोशिशें कर रहा है.
विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार को एक बयान में कहा कि राजनयिक चाओ वेई की ज़रूरत नहीं है.
कनाडा की राजधानी ओटावा में चीन के दूतावास ने राजनयिक के निष्कासन की निंदा की है.
ग्लोब एंड मेल अख़बार में कनाडा की एक खुफिया रिपोर्ट छपने के बाद सरकार ने यह क़दम उठाया है. रिपोर्ट में राजनयिक चाओ वेई पर 51 साल के माइकल चोंग के बारे में जानकारी जमा करने में शामिल होने का आरोप लगाया गया था.
कनाडा की जासूसी एजेंसी का मानना है, उन्होंने हॉन्ग कॉन्ग में चोंग के रिश्तेदारों के बारे में जानकारियां भी मांगी थीं.
माइकल चोंग ने 2021 में संसद में एक प्रस्ताव रखा था जिसमें वीगर मुसलमानों के साथ चीनी व्यवहार को नरसंहार बताया गया था. चीन ने इन आरोपों का खंडन करते हुए चोंग पर प्रतिबंध लगा दिया था.
कनाडा की विदेश मंत्री का कहना है कि देश के आंतरिक मामलों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला काफ़ी सोच समझकर लिया गया है.
जोली ने सोमवार को कहा कि कनाडा "हमारे आंतरिक मामलों में किसी भी प्रकार के विदेशी हस्तक्षेप. (bbc.com/hindi)