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पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद पहली बार वहां के पीएम शहबाज़ शरीफ़ ने बयान जारी किया है.
पीटीवी पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "पाकिस्तान का राजनीतिक इतिहास बहुत तल्ख़ रहा है. राजनीतिक दलों ने इतिहास से सबक सीखा है और सियासी इंतेकाम को दफ़्न करके नया इतिहास लिखा है. इसे लोकतंत्र कहते हैं."
"11अप्रैल को हमने जब सरकार की ज़िम्मेदारी संभाली तो इसके बाद बदनुमा और ज़ुल्म करने वाला तरीका इख़्तियार नहीं किया,जो इमरान नियाज़ी ने अपने चार साल के दौर में सियासी विरोधियों के ख़िलाफ़ अपनाया था."
"आपको याद होगा कि बीते चार सालों में केस नहीं फेस देखा जाता था,यानी मुक़दमा नहीं,चेहरा देखा जाता था कि किसे जेल भेजना है और किसे राहत देनी है.सरकार के मंत्री एक दिन पहले ऐलान कर देते थे कि विपक्ष का फलां लीडर कल गिरफ़्तार हो जाएगा,वो अगले दिन गिरफ़्तार हो जाता था."
"इमरान नियाज़ी ये कहते थे कि कल एक और विकेट गिरने वाली है और वो विकेट गिर जाती थी. संसद की पहली दो क़तारों में बैठने वाले तमाम नेता जेलों में क़ैद थे. सिर्फ़ आरोप लगाने पर ही गिरफ़्तारी हो जाती थी,कोई इस पर ध्यान देने वाला नहीं था."
उन्होंने कहा, "सरकारी संपत्तियों को नुक़सान पहुंचाना दहशतगर्दी है. ये याद रखा जाना चाहिए कि ताक़तवर और कमज़ोर सभी क़ानून के बराबर हैं."
उन्होंने आगे कहा, "हम इमरान की गिरफ़्तारी पर ख़ुशी का इज़हार नहीं कर सकते. ये ज़िंदगी का एक सख़्त दौर होता है जिससे हम कई बार गुज़र चुके हैं.
मंगलवार को हुई हिंसा की ओर इशारा करते हुए पीएम शरीफ़ ने कहा, "आंखों ने पाकिस्तान के 75 साल के इतिहास में ऐसे मंज़र कभी नहीं देखे थे. लोगों को एंबुलेंस से निकालकर गाड़ियों में आग लगा दी गई. निजी गाड़ियों को जला दिया गया. सरकारी संपत्ति पर दुश्मन की तरह हमले किए गए."
"उन्होंने पूरे देश के दिल को जख़्मी किया है और ये दहशतगर्दी अब भी जारी है. इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान नियाज़ी की गिरफ़्तारी का नोटिस लिया है और अपने फ़ैसले में इसे क़ानूनी बताया है."
"ये इस बात का सबूत है कि नैब क़ानून के मुताबिक़ कार्रवाई कर रहा है. मैं पाकिस्तान के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने पीटीआई के रवैये को ख़ारिज किया है और संविधान और क़ानून का साथ दिया है. मैं पुलिस और क़ानून व्यवस्था लागू करने वाले सभी संस्थानों का शुक्रिया किया."
"उन्होंने शांती बनाये रखी और गोलिया बरसाते जत्थों से जनता को सुरक्षित रखा. मैं इन देश के दुशमन लोगों को ख़बरदार करता हूं कि वो देश विरोधी गतिविधियां तुरंत बंद करे वरना क़ानून हाथ में लेने वाले हिंसक लोगों को सख़्त सज़ा दी जाएगी."
"पाकिस्तान राष्ट्र और उसकी विचारधारा की सुरक्षा करना हमें अपनी जान से भी ज़्यादा प्यारी है और हम किसी को देश के ख़िलाफ़ साज़िश नहीं करने देंगे और ना ही उनके मंसूबों को कामयाब होने देंगे." (bbc.com/hindi)