अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान में इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद हो रही हिंसा में मरने वालों की संख्या 10 हो गई है.
ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह में 7, पंजाब में 2 और बलूचिस्तान में 1 व्यक्ति की मौत हुई है.
ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहम्मद आज़म ख़ान की अध्यक्षता में की गई समीक्षा बैठक में देश और प्रांत में सुरक्षा हालात का जायज़ा लिया गया.
कैबिनेट की बैठक में प्रांत में अफ़रा-तफ़री के माहौल को देखते हुए सेना को बुलाने की मंज़ूरी दे दी गई.
कार्यवाहक सूचना प्रसारण मंत्री फ़िरोज़ जमाल काकाखेल का कहना था कि मौजूदा हालात के मद्देनज़र प्रांत में हालात को और ख़राब होने से बचाने के लिए सेना को बुलाने का फ़ैसला लिया गया है.
प्रांतीय सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत संघीय सरकार से सेना को क़ानून व्यवस्था संभालने के लिए तैनात करने की सिफ़ारिश की है.
मंत्री का कहना था कि, “बीते दिन से प्रांत के कई ज़िलों में प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन किया और सरकारी संपत्तियों के अलावा संवेदनशील सुविधायों को भी नुक़सान पहुंचाया गया है जो किसी भी क़ीमत पर स्वीकार्य नहीं है.”
अपने बयान में सूचना प्रसारण मंत्री ने कहा कहा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन नागरिकों का अधिकार है लेकिन क़ानून के उल्लंघन, सरकारी सेवाओं को नुक़सान पहुंचाये जाना समझ से बाहर है.
उन्होंने कहा कि कार्यवाहक कैबिनेट हिंसक प्रदर्शनों की आलोचना करती है और यही वजह है कि सूबे को और नुक़सान से बचाने के लिए सेना को बुलाना पड़ रहा है.
इसके अलावा इस्लामाबाद पुलिस के प्रवक्ता का कहना है कि इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सेक्टर जे 11 में रमना थाने को आग लगा दी है जबकि एक बख़्तरबंद गाड़ी को भी जला दिया गया है.
पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की तरफ़ से फ़ायरिंग भी की जा रही है. पुलिस ने आम नागरिकों से घरों के भीतर रहने की अपील भी की है.
प्रवक्ता का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने निजी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की है. पुलिस ने आम लोगों को बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.
पुलिस का कहना है कि शहर में हिंसा रोकने के लिए सेना को बुला लिया गया है और सैन्य दस्ते अलग-अलग इलाक़ों में पहुंच रहे हैं.
पुलिस की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया है कि पुलिस, रेंजर और सेना अलग-अलग इलाक़ों में क़ानून व्यवस्था संभाल रही है.
प्रदर्शनकारियों को हिंसा रोकने की चेतावनी भी जारी की गई है. इसी बीच पंजाब प्रांत में सभी शिक्षण संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. (bbc.com/hindi)