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बीजापुर-सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्र में 17 साल थीं सक्रिय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 12 अगस्त। नक्सल मोर्चे पर जवानों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे प्रभावित होकर आज 8 लाख की ईनामी नक्सली ने एसपी किरण चव्हाण के समक्ष बिना हथियार के आत्म समर्पण किया है। समर्पित महिला नक्सली को प्रोत्साहन राशि के साथ-साथ श्रीफल व साड़ी भेंट की गई।
शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 17 बरस से सक्रिय व आधा दर्जन बड़ी घटनाओं में शामिल रही 8 लाख की ईनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है।
नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत विश्वास, विकास एवं सुरक्षा की भावना एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पुना नर्कोम अभियान’’ नई सुबह, नई शुरूआत से प्रभावित होकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय महिला नक्सली माड़वी मल्ले उर्फ गंगी पीएलजीए बटालियन सदस्य ने आत्मसमर्पण किया। वह थाना चिंतलनार क्षेत्र की रहने वाली हैं।
पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पित महिला नक्सली से पूछताछ में बटालियन की कार्यप्रणाली एवं संगठन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हैं, जिसका उपयोग आगामी अभियानों में किया जाएगा।
महिला नक्सली से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि लगातार कैम्पों के निर्माण एवं ऑपरेशनल कार्यवाहियों से बटालियन सहित सक्रिय नक्सली संगठनों का आधार क्षेत्र कमजोर/सिमटता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षो में बटालियन के बहुत से कैडर संगठन छोडक़र लगातार समय अंतराल पर भाग गये हैं। कैडरों में अविश्वास की भावना व्याप्त हैं। साथ ही समर्पित महिला नक्सली को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
इस दौरान आकाश मरकाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, रजत नाग उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा उपस्थित रहे।