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रायपुर, 12 अगस्त। दुर्ग में एक व्यक्ति टीटीई बनकर 18242 अंबिकापुर -दुर्ग एक्सप्रेस से 10 अगस्त गुरूवार को टिकट चेकिंग स्टाफ के रूप में काम कर रहा था। उसने यात्री मोहम्मद रफीक के टिकटों की जांच की। तो रफीक को उसकी कार्यशैली देखकर संदेह हुआ कि वह टीटी तो नहीं हैं। रफीक ने उसलापुर के आरपीएफ को पूरा विवरण बताया। लेकिन आरपीएफ को वह नहीं मिला। दूसरे दिन को एमडी रफीक जब लिए दुर्ग स्टेशन आये तो वहां वही संदेहास्पद व्यक्ति प्लेटफार्म नं. 4 पर बैठा मिला। उन्होंने टीटी कार्यालय दुर्ग में पी.के.यादव, डिप्टी सीटीई और चन्द्रशेखर, सीटीसी को जानकारी दी। पी.के.यादव और चन्द्रशेखर तत्काल दुर्ग स्टेशन पर उस व्यक्ति (फर्जी टी टी) से पूछताछ की तो खुद को रेलवे कर्मचारी बताया। और कहा वो डोंगरगढ़ में भर्ती था, लेकिन उसके पास एक डुप्लीकेट रेलवे कार्ड था, जिसमें नाम संतोष दर्शाया गया था। संदेह होने पर टीसी ने व्यक्ति से अन्य पहचान पत्र दिखाने को कहा। जबरदस्ती करने पर उस व्यक्ति ने अन्य पहचान पत्र आधार कार्ड दिखाया जिसमें उसका नाम अवधेश साहू लिखा था।वाणिज्य विभाग के टिकट जांच कर्मियों ने रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी की मदद से उसे टीसी कार्यालय में लाकर चेक किया और उसके बैग की तलाशी ली , जिसमें रेलवे नौकरी प्रदान करने के संदिग्ध दस्तावेज थे। उसे गिरफ्तार किया गया