अंतरराष्ट्रीय
इसराइली सेना (आईडीएफ़) ने कहा है कि पांच लाख लोग उत्तरी ग़ज़ा छोड़ चुके हैं.
आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने कहा है कि पांच लाख लोग उत्तरी गज़ा से निकल चुके हैं, जो लोग उत्तर के इलाके से निकलना चाह रहे हैं , हमास उनके लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है.
उन्होंने कहा किआईडीएफ़ ने आम लोगों को निकलने के लिए दो सुरक्षित निकासी मार्ग बनाए हैं और जैसे-जैसे सैन्य अभियान आगे बढ़ेगा, आम लोगों के लिए ग़ज़ा शहर में रहना असुरक्षित होगा.
इसराइली सेना ने जिस रास्ते को निकासी के लिए सुरक्षित बताया था वहां शुक्रवार को वहां बम विस्फोट में 70 लोगों की मौत हुई. जब कॉनरिकस से इस धमाके के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दोहराया कि आईडीएफ सक्रिय रूप से आम लोगों को निशाना नहीं बनाता है.
हालांकि प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान उन्होंने इशारे में ये भी कहा कि ऑपरेशन में आम लोगों के हताहत होने को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता.
उन्होंने कहा- “हम हमास पर हमला करते हैं, हम उनके बुनियादी ढांचे पर हमला करते हैं और हम सक्रिय रूप से कमांडरों को निशाना बना रहे हैं, जब आप एक लाइव टारगेट पर निशाना बनाते हैं तो कोलैट्रल डैमेज होता है. वहां आप पहले चेतावनी नहीं दे सकते क्योंकि फिर टारगेट बच निकलेगा.”
शुक्रवार को इसराइली सेना ने ग़ज़ा के उत्तर में रह रहे 11 लाख लोगों से चौबीस घंटों के भीतर इलाक़ा खाली कर दक्षिणी ग़ज़ा में शिफ़्ट होने के लिए कहा था.
यूएन सहित कई मानवाधिकार संस्थाओं ने इसराइल के इस आदेश की आलोचना करते हुए इसे ‘असंभव’ बताया था. (bbc.com/hindi)