अंतरराष्ट्रीय
संयुक्त राष्ट्र में इसराइल के राजदूत ने कहा है कि इसराइल को "ग़ज़ा पर कब्ज़ा करने में कोई दिलचस्पी नहीं है."
सीएनएन से बात करते हुए जिलाड अर्डन ने कहा है कि “हम अपने सर्वाइवल के लिए लड़ रहे हैं...और हमास को पूरी तरह ख़त्म करना ही हमारा मक़सद है, इसके लिए जो भी करना पड़े, करेंगे.”
जब उनसे पूछा गया कि अगर हमास ख़त्म हुआ तो ग़ज़ा पर किसका राज होगा?
इसके जवाब में उन्होंने कहा- "युद्ध के बाद क्या होगा इस बारे में हम अभी नहीं सोच रहे हैं.”
अर्डन का ये बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान के बाद आया है.
सीबीएस 60 मिनट्स को दिए गए इंटरव्यू में बाइडन से पूछा गया था कि क्या वह "इस समय ग़ज़ा पर इसराइल के कब्ज़े का समर्थन करेंगे?"
इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह एक "बड़ी गलती" होगी.
बाइडन ने कहा- “हमास, और हमास के चरमपंथी सभी फ़लस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते और मुझे लगता है कि इसराइल के लिए ग़जा पर फिर कब्ज़ा करना एक गलती होगी. ”
रविवार रात प्रसारित इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "हालांकि ग़ज़ा के अंदर जा कर चरमपंथियों को बाहर निकालना एक ज़रूरी काम है."
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें "विश्वास है कि इसराइल युद्ध के नियमों के तहत कार्रवाई करेगा."
बाइडन ने बार-बार कहा है कि हमास से अपनी रक्षा करना इसराइल का अधिकार और कर्तव्य है.
एक हफ़्ते पहले हमास के हमले को उन्होंने "सरासर दुष्ट कृत्य" बताया था. (bbc.com/hindi)