अंतरराष्ट्रीय
इसराइल और हमास के बीच जारी लड़ाई को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मांग तेज़ हो रही है ताकि ग़ज़ा में फंसे लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा सके.
7 अक्तूबर को इसराइल पर हमास के हमले के बाद से इसराइल लगातार ग़ज़ा पर बमबारी कर रहा है.
ग़ज़ा के लिए बिजली, पानी और ईंधन की आपूर्ती रोक दी गई है. यहां लोग बेहद मुश्किल हालात में रहने के लिए मजबूर हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने अस्थायी संघर्ष विराम का प्रस्ताव दिया है.
हालांकि उन्होंने औपचारिक संघर्ष विराम की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि इससे हमास को ही फ़ायदा होगा.
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वांग ने कहा है कि इसराइल अपनी सुरक्षा के अधिकार को किस तरह इस्तेमाल करता है ये मायने रखता है.
ग़ज़ा में मानवीय संकट को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. इसराइल के सहयोगी देश भी ग़ज़ा के हालात को लेकर गंभीर है.
मंगलवार को मिस्र के रास्ते राहत सामग्री से भरे सिर्फ़ आठ ट्रक ही ग़ज़ा में दाख़िल हो सके.
राहत एजेंसियों के कहना है कि ये ज़रूरत के मुक़ाबले कुछ भी नहीं हैं.
संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों का कहना है कि अगर ग़ज़ा के लिए ईंधन की आपूर्ति नहीं की गई तो वो बुधवार के बाद से काम नहीं कर पाएंगे.
इसराइल ने ग़ज़ा के लिए ईंधन की आपूर्ति रोक दी है. इसराइल का कहना है कि अगर ग़ज़ा में ईंधन गया तो वो हमास के पास ही पहुंच जाएगा.
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों ने मानवीय आधार पर लड़ाई रोकने की अपील की है. हालांकि इन देशों ने सार्वजनिक रूप से स्थायी संघर्ष-विराम का आह्वान नहीं किया है. (bbc.com/hindi)