अंतरराष्ट्रीय
काहिरा, 17 दिसंबर। यूरोप जा रहे प्रवासियों की नौका लीबिया तट के नजदीक पलटने से उसमें सवार कम से 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी ने यह जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात नौका पलटने की घटना भूमध्य सागर के इस हिस्से में हुई नवीनतम त्रासदी है। यूरोप में बेहतर जीवन की तलाश में अबतक इस खतरनाक रास्ते से अवैध तरीके से जाने वाले हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने एक बयान में बताया कि नाव 86 प्रवासियों को ले जा रही थी और तेज लहरों के कारण लीबिया के जुवारा शहर के नजदीक पलट गई और 61 लोग डूब गए।
यूरोपीय संघ की सीमा एजेंसी ने रविवार को एक बयान में कहा कि उसके विमान ने बृहस्पतिवार की शाम को लीबिया के नजदीक आंशिक रूप से खराब रबर की नाव का पता लगाया।
फ्रंटेक्स के नाम से जानी जाने वाली एजेंसी ने कहा, ‘‘प्रतिकूल मौसम के कारण लोग गंभीर खतरे में थे, लहरें 2.5 मीटर की ऊंचाई तक उठ रही थीं।’’
संकट में फंसे प्रवासियों के लिए एक हॉटलाइन ‘अलार्म फोन’ ने एक ट्वीट में कहा कि नौका पर सवार कुछ प्रवासी स्वयंसेवी समूह और लीबियाई तटरक्षक सहित अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। खबर के मुताबिक लीबियाई तटरक्षक बल ने कहा, ‘‘वे उनकी तलाश नहीं करेंगे।’’
लीबियाई तट रक्षक के प्रवक्ता पूरे प्रकरण पर तुरंत टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के प्रवक्ता फ्लेवियो डि जियाकोमो ने बताया कि इस वर्ष मध्य यूरोपीय इस मार्ग पर 2,250 से अधिक लोग मारे गए। (एपी)