अंतरराष्ट्रीय
ग़ज़ा में युद्धविराम को लेकर फ्रांसीसी विदेश मंत्री के बयान के बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने युद्ध को लेकर एक बार फिर बयान दिया है.
जंग में मारे गए एक सैनिक के परिजनों का लिखा खत दिखाते हुए नेतन्याहू ने कहा कि "लड़ते रहना आपका फर्ज़ है, बीच में रुकने का आपको हक नहीं है."
उन्होंने कहा "दुश्मन पर जीत के लिए और बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास पर सेना का दबाव बना ज़रूरी है. हम आख़िर तक लड़ेंगे और अपना लक्ष्य हासिल कर के रहेंगे."
इधर इसराइल सेना के चीफ़ ऑफ़ जनरल स्टाफ़ हेरज़ी हलेवी ने भी कहा है कि हमास को ख़त्म करने और बंधकों को छुड़ाने के लिए जारी सैन्य अभियान ख़त्म नहीं होगा.
उन्होंने कहा, "हम सीमापार मौजूद दुश्मन को ख़त्म करने और अपने नागरिकों को हमा के कब्ज़े से छुड़ाने के लिए जंग के मैदान में उतरे हैं. निर्णायक युद्ध के बिना हम अपनी सीमाओं की रक्षा नहीं कर पाएंगे."
इसी सप्ताह इसराइल के दौरे पर गई फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने कहा कि युद्धविराम तुरंत होना चाहिए और ये स्थायी होना चाहिए.
उन्होंने कहा था कि युद्ध में बड़ी संख्या में आम लोगों की मौत हो रही है.
जैसे-जैसे इसराइल हमास युद्ध में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है, इसराइल पर युद्धविराम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बढ़ रहा है.
इससे पहले ब्रितानी विदेश मंत्री डेविड कैमरून और जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बारबोक ने अख़बार में एक साझा लेख में लिखा था कि ग़ज़ा में बड़ी संख्या में आम लोग युद्ध की भेंट चढ़ रहे हैं.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा था कि ग़ज़ा में जारी अंधाधुंध बमबारी के कारण इसराइल वैश्विक समर्थन खो रहा है. (bbc.com/hindi)