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रायपुर, 22 मार्च। रायपुर, राजनांदगांव के निजी वित्तपोषकों (फाइनेंसर) दलालों पर आयकर विभाग की ताजा छापेमारी शुक्रवार को भी जारी है। आज भी दिन भर चली पड़ताल के बाद दो दिन में 3.20 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई। इन ठिकानों में मिली हुंडियों का मूल्यांकन किया जा रहा है।
दो जिलों में कर अधिकारियों ने क्रमश: तीन कार्यालय और तीन आवासीय परिसरों तथा एक पेट्रोल पंप पर छापेमारी की थी। शुक्रवार देर रात तक संजय शर्मा के ठिकानों में जांच समेट ली जाएगी। वहीं रायपुर के तीन ठिकानों में कल पूरी कर लिए जाने की जानकारी दी गई है ।
वित्त वर्ष 23-24 के अंतिम दिनों में आयकर अन्वेषण विंग के अधिकारियों ने गुरुवार दोपहर को निजी वित्त, ब्रोकरेज और बिल्डर डेवलपर फर्मों के तीन व्यक्तियों के सात परिसरों पर एक साथ तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था। जब्त जेवरों का मूल्यांकन सरकारी मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा किया जा रहा । इसके अलावा, करोड़ों रुपये के प्रॉमिसरी नोट (जिन्हें साहूकारी बाजार में हुंडी कहा जाता है )भी मिले हैं, जो कच्चे लेनदेन में शामिल है। आयकर अधिनियम की धारा 132 के अनुसार, विंग ने गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे प्रधान निदेशक (जांच, मप्र-सीजी) सुनील कुमार सिंह और अतिरिक्त निदेशक (जांच) ऋतुपर्ण नानमदेव उप निदेशक, जांच विंग (डीडीआईटी) नवल जैन के की निगरानी कर रहे। जानकार सूत्रों ने बताया कि रायपुर, भोपाल और इंदौर से लगभग 50 कर अधिकारियों की एक टीम इस अभियान में भाग ले रही थी। इसमें रायपुर में प्रकाश लूलिया और उनके साथी चंद्रकांत अग्रवाल और राजनांदगांव जिले में संजय शर्मा शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कर अधिकारियों को 24 कर्मियों का सशस्त्र पुलिस दल उपलब्ध कराया है, जो वर्तमान में ढेर सारे आपत्तिजनक दस्तावेजों की छानबीन कर रहे हैं तथा वचन पत्र के माध्यम से किए गए निजी वित्तपोषण और उधार कारोबार से संबंधित करोड़ों रुपये के नकद लेन-देन की कई कच्ची प्रविष्टियों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रकाश लूलिया के आलीशान आवासीय परिसर में छापेमारी की गई।