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जवानों के सर्चिंग को प्रभावित करने लगाया आरोप-एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 मार्च। नारायणपुर जिले के कोंगे पांगुर इलाके में सर्चिंग पर निकले डीआरजी जवानों पर एक बार फिर से ग्रामीणों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया, जिसके बाद इसका एक वीडियो भी वायरल किया गया, जहाँ ग्रामीण अपने साथ ही अन्य लोगों के साथ मारपीट किये जाने की बात बताई।
मामले के बारे में बताया गया कि डीआरजी जवानों को सूचना मिली कि जंगल में नक्सलियों के टॉप लीडर आकर यहां पर बैठक ले रहा है, साथ ही बड़ी बैठक चल रही है। सूचना पर निकली टीम जैसे ही 20 मार्च को कोंगे पांगुर इलाके में सुबह पहुँची, वहां मौजूद ग्रामीणों ने जवानों को घेर लिया और बताया कि आदिवासी युवक सनकेर मेट्टामी छिंद का पत्ता तोडऩे के लिए जंगल जा रहा था, वहां पहले से ही डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी डीआरजी के जवान मौजूद थे। उन्होंने सनकेर मेट्टामी को पकड़ लिया और उसका हाथ बांध दिया, इस बीच सनकेर मेट्टामी के मुंह में पत्ते ठूंसने की कोशिश भी की गई, जिससे कि वह जंगल में शोर न मचा सके।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि सनकेर मेट्टामी की पत्नी मिंगरी बाई जब अपने पति को छोडऩे की गुहार लगाने पहुंची तो डीआरजी जवानों ने उसकी भी पिटाई कर दी। जंगल में मारपीट के बीच पांगुर गांव की महिलाएं भी वहां पहुंच गईं। उन्होंने भी आदिवासी युवक को पकडऩे का विरोध किया और जवानों से कारण पूछा, तब उनकी भी पिटाई की गई। इस मारपीट का शिकार हुई जिम्मी बाई, बुली बाई नुरोटी और मर्रे बाई मेट्टामी ने कहा कि डीआरजी जवानों ने बिना कारण उनके साथ मारपीट की है।
हालांकि ग्रामीणों के विरोध के चलते पुलिस ने सनकेर मेट्टामी को जंगल में ही छोड़ दिया और आगे बढ़ गए। सनकेर मेट्टामी के तीन बच्चे हैं और वह जंगल से मिलने वाले वनोपज से अपना परिवार का भरण पोषण करता है। इन आदिवासियों की आजीविका जंगल से मिलने वाले वनोपज से ही चलती है।
ग्रामीणों ने पुलिस पर बेरहमी से मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी बताया है कि मार पिटाई की घटना को अंजाम देने वाले पहले उस इलाके में नक्सलियों के संगठन में काम करते थे, अब पुलिस के डीआरजी बल का हिस्सा हैं और आदिवासियों को निशाना बना रहे हैं।
इस मामले में नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि जिस युवक के द्वारा मारपीट किये जाने की बात कह रहा है उसके द्वारा अपने हाथ में भरमार बंदूक पकड़ा हुआ था, इसके अलावा बड़े लीडर तक पुलिस जवान ना पहुँच सके, इसके लिए ग्रामीणों को आगे खड़ा कर दिया। पुलिस के द्वारा भरमार को जब्त करते हुए युवक को अपने साथ भी ले जाने लगे, लेकिन ग्रामीणों के द्वारा पूरे जवानों को घेर लिया, जिसके दबाव के चलते पुलिस जवानों ने मिलिशिया सदस्य को वहीं छोडक़र आगे चले गए।
नारायणपुर एसपी ने यह भी बताया कि जवानों की टीम जब बड़े टॉप लीडर नक्सली के तलाश में गए हुए थे, तब जनमिलिशिया सदस्य सामने आ गया, उस दौरान उसने आपने हाथ में भरमार भी रखा हुआ था, मिलिशिया सदस्य के द्वारा जवानों का ध्यान भटकाने के गांव वालों को बुला लिया, जिसके बाद गांव वालों ने जवानों को घेर लिया, जिसके बाद जवानों के द्वारा मिलिशिया सदस्य को छोड़ बड़े टॉप लीडर की तलाश में निकल गए।
इसके अलावा सदस्य के द्वारा अपने साथी नक्सलियों को जानकारी देने के साथ ही पुलिस लोकेशन भी बता रहा था, इसके अलावा जैसे ही जवान गांव से निकले गांव में फटाका भी फोड़ा गया। फिलहाल वीडियो आने के बाद कभी भी मिलिशिया मेम्बर को गिरफ्तार किया जा सकता है। जवानों के द्वारा मिलिशिया मेम्बर के पास से मिले भरमार को जब्त करने के साथ ही उसका फ़ोटो भी खींचा गया था।