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नई दिल्ली, 4 दिसम्बर। हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा है कि विदेशी ताकतें भारत को अस्थिर करना चाहती हैं इसलिए किसानों के नाम का इस्तेमाल कर रही हैं.
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि, "ये किसानों की बात नहीं है. किसान का नाम आगे कर के विदेशी ताकतें, चीन, पाकिस्तान और दुश्मन देश, भारत को अस्थिर करना चाहते हैं."
"देश में विकास हो रहा है लेकिन कुछ विदेशी ताकतों को देश का विकास अच्छा नहीं लगता, कुछ को मोदी का चेहरा पसंद नहीं है और वो किसान को मोहरा बना कर राजनीति कर रहे हैं क्योंकि किसानों के नाम से कोई विरोध नहीं करता."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोपे हुए राजा नहीं बल्कि चुने हुए नेता हैं जिन्हें जनता का मैन्डेट मिला है.
उन्होंने कहा, "ये क़ानून पास होने के बाद बिहार चुनाव में उनकी जीत हुई. उन्हें लोगों ने जबर्दस्त समर्थन दिया है. क्या वो किसान नहीं हैं?"
राज्य कृषि मंत्री ने कहा, "दस-बीस हज़ार किसान सड़क पर आ जाएं तो सवाल उटता है कि देश का नीति निर्धारण सड़क पर होगा या संसद में. अगर जनता को चुने प्रतिनिधियों का फ़ैसला पसंद नहीं हैं तो जनता को उन्हें हटाने का हक़ है लेकिन सड़क की राजनीति अच्छी बात नहीं है."
उन्होंने कहा, "देश में लोकतंत्र है, चुनाव होते हैं. एक विचारधारा को सभी लोग नहीं मानते और न ही एक नेता को सभी स्वीकार नहीं करते हैं, कुछ लोग ने एक नेता का विरोध किया तो इसका मतलब ये नहीं है कि आम जनता उनके खिलाफ़ हो गई है."
किसानों के दिल्ली पहुंचने और दिल्ली की सीमाओं पर इकट्ठा होने को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का दिल है, इसे घेरना अच्छा बात नहीं.
उन्होंने किसानों से अपील की कि वो सरकार से बातचीत करें. उन्होंने कहा, "ये अच्छी बात नहीं है कि दिल्ली का पानी बंद कर देंगे या रास्ते बंद कर देंगे. दिल्ली कोई लाहौर या कराची नहीं, ये हमारी देश की राजधानी है."
उन्होंने कहा कि अगर किसी को प्रधानमंत्री मोदी की नीति से शिकायत है "एक दो साल इंतज़ार करें, पहले काम होने दें और फिर देखें कि इससे लाभ हो रहा है या नुकसान हो रहा है, उसके बाद कोई फ़ैसला करें." (बीबीसी)