अंतरराष्ट्रीय
ट्रम्प को बर्ख़ास्त करने के दस्तावेज़ कांग्रेस में पहुंचे...ट्रम्प शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के अपने बयान से पलटे, त्यागपत्र से किया इंकार उप राष्ट्रपति पेन्स से सख़्त नाराज़
अमरीकी मीडिया ने ख़ुलासा किया है कि अपने कार्यकाल के आख़िरी दिन गुज़ार रहे अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प अपने उप राष्ट्रपति माइक पेन्स से सख़्त नाराज़ हैं क्योंकि उन्होंने निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की विजय की पुष्टि की प्रक्रिया में बाधा नहीं डाली।
मीडिया में लीक होने वाली रिपोर्टों के अनुसार ट्रम्प ने शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के बारे में जो बयान दिया है उस पर वह पछता रहे हैं।
वाशिंग्टन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि ट्रम्प को पेन्स पर बहुत ग़ुस्सा है क्योंकि उन्होंने ट्रम्प की बात नहीं मानी और कांग्रेस की कार्यवाही को पूरा होने दिया।
सीएनएन ने पेन्स के बहुत क़रीबी सूत्र के हवाले से यह बात कही है कि ट्रम्प को राष्ट्रपति पद से बर्ख़ास्त करने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का इस्तेमाल किया जा सकता है और अगर ट्रम्प जोखिम भरे क़दम उठाते रहे तो ट्रम्प को बर्ख़ास्त ही करना पड़ेगा।
मगर इस सूत्र का कहना है कि पेन्स की टीम को यह चिंता है कि अगर ट्रम्प को बर्ख़ास्त किया गया तो इसके विनाशकारी परिणाम सामने आ सकते हैं या अगर कांग्रेस में ट्रम्प के ख़िलाफ़ कार्यवाही की गई तब भी ट्रम्प कुछ उल्टे सीधे क़दम उठा सकते हैं।
वाशिंग्टन पोस्ट का कहना है कि कांग्रेस पर अपने समर्थकों के हमले में 5 लोगों के मारे जाने के बाद ट्रम्प ने कोई ध्यान ही नहीं दिया और इन घटनाओं में एक अमरीकी पुलिसकर्मी की हत्या के बाद उन्होंने वाइट हाउस पर लगा राष्ट्र ध्वज झुकाने का आदेश भी नहीं दिया।
अख़बार ने यह रिपोर्ट भी दी कि ट्रम्प और उनके सलाहकार जारेड कुशनर कुछ सांसदों से लगातार संपर्क कर रहे हैं कि उनके ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही न होने पाए। कुशनर सांसदों से कह रहे हैं कि वह ट्रम्प पर क़ानूनी कार्यवाही के विरोध में बयान दें और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करें।
प्रतिनिधि सभा की चेयर परसन नेन्सी पेलोसी ने डेमोक्रेट सांसदों को संदेश दिया है कि देश के लोकतंत्र पर हमला करने वालों के ख़िलाफ़ कार्यवाही बहुत ज़रूरी हो गई है।
पेलोसी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के भीतर और बाहर संवैधानिक और संसदीय विशेषज्ञों से इस बारे में बात की है कि ट्रम्प के ख़िलाफ़ क्या कार्यवाही की जा सकती है।
रोयटर्ज़ ने रिपोर्ट दी है कि कांग्रेस में सांसदों के बीच सदन में ट्रम्प पर मुक़द्दमा चलाने के विषय से संबंधित एक दस्तावेज़ गरदिश कर रहा है।
समाचार एजेंसी का कहना है कि यह दस्तावेज़ जो ट्रम्प को राष्ट्रपति पद से बर्ख़ास्त करने से संबंधित है डेमोक्रेट सांसदों ने तैयार किया है। इसमें ट्रम्प पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने जान बूझ कर हिंसा भड़काने वाले बयान दिए ताकि चुनाव के नतीजों को ताक़त के बल पर बदल सकें।
दूसरी ओर न्यूयार्क टाइम्ज़ ने ख़ुलासा किया है कि ट्रम्प ने बंद दरवाज़ों के पीछे यह कहा है कि वह कभी इस्तीफ़ा नहीं देंगे और उन्होंने गत गुरुवार को शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के बारे में जो बयान दिया है उस पर उन्हें पछतावा है।
फ़ारेन पालीसी मैगज़ीन ने रिपोर्ट दी है कि अमरीकी विदेश मंत्रालय के 175 अधिकारियों ने विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो को संदेश भेजकर उनसे मांग की है कि कांग्रेस पर ट्रम्प के समर्थकों के हमले की निंदा करें। पोम्पेयो से यह भी कहा गया है कि ट्रम्प ने कांग्रेस पर हमले के लिए अपने समर्थकों को उकसाया है तो इस घटना पर उन्हें बर्ख़ास्त करने के लिए कार्यवाही की जानी चाहिए। (parstoday)