ताजा खबर
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में पिछले बरस अपने स्कूल की 13 बरस की बच्ची से यौन शोषण करने वाले शिक्षक कुंजबिहारी को जिला अदालत ने 20 साल की कैद सुनाई है। इस अधेड़ शिक्षक ने स्कूली छात्रा को ऑनलाईन पढ़ाने के नाम पर अश्लील वीडियो भेजना शुरू किया, और फिर उसे भावनात्मक कब्जे में लेकर, उसका यौन शोषण किया। हमारा ख्याल है कि देश में हर प्रदेश में हर दिन एक से अधिक ऐसी खबरें छपती हैं जिनमें नाबालिग के यौन शोषण में किसी की गिरफ्तारी दिखती है। दूसरी तरफ हर दिन ऐसी खबर भी दिखती है जिसमें स्कूली बच्चों के यौन शोषण से लेकर स्कूलों में नशे में पहुंचने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होती है, गिरफ्तारी भी होती है। हम यह मानकर चलते हैं कि हर शिक्षक पढ़े-लिखे रहते हैं, और घर या स्कूल में न सही, चायठेले या पानठेले पर तो उनकी पहुंच अखबारों तक रहती है, और वे यह जानते हैं कि किस तरह की हरकत करने पर पुलिस और अदालत की कैसी कार्रवाई होती है। अभी-अभी छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाके के एक ऐसे स्कूल के शिक्षक का वीडियो सामने आया है जिसमें वह शराब पिया हुआ स्कूल पहुंचता है, और वहां के बच्चे चप्पलें फेंक-फेंककर उस शिक्षक को मारते हैं, और उसे बचकर मोटरसाइकिल पर भागना पड़ता है। स्कूलों में नशे में पड़े हुए शिक्षकों की तस्वीरें और उनके वीडियो तो आम हैं। अब इस ताजा मामले से यह तरस भी आता है कि स्कूली शिक्षकों में सामान्य समझबूझ भी शून्य सरीखी है, और वह नाबालिग छात्रा के फोन पर अश्लील वीडियो भेजकर भी इस भरोसे में बैठा है कि न तो उसे कोई और देखेंगे, और न ही कोई कार्रवाई होगी। मूर्खता की यह पराकाष्ठा बताती है कि कैसे-कैसे बेअक्ल लोग शिक्षक तो बन गए हैं, लेकिन उनका ध्यान बच्चियों के शोषण पर है। हर महीने ही छत्तीसगढ़ में ऐसे शिक्षक और हेडमास्टर पकड़ा रहे हैं, जो कि बच्चियों का देहशोषण कर रहे हैं। और भारत की आम गरीब बच्चियों की हालत को ध्यान में रखते हुए सोचें तो यह समझ पड़ता है कि शोषण की शिकार दर्जनों बच्चियों में से कोई एक बच्ची ही शिकायत का हौसला कर पाती होगी।
छत्तीसगढ़ के स्कूलों को कई तरह से सुधारने की जरूरत है। राज्य बना तब से अब तक यह देखने में आया है कि सरकार चाहे जो भी रहे, क्लासरूम का फर्नीचर खरीदने में परले दर्जे का भ्रष्टाचार रहता है, और हर स्कूल में एक-दो कमरे ऐसे टूटे हुए फर्नीचर से भरे रहते हैं, जो कि सप्लाई होते ही टूट जाते हैं। भ्रष्टाचार इस दर्जे का संगठित है कि अच्छा फर्नीचर बनाने वाले लोग सरकारी सप्लाई में कहीं टिक ही नहीं सकते। इसके अलावा खेल का सामान, लाइब्रेरी की किताबें, स्कूलों की हर किस्म की खरीदी भ्रष्टाचार से भरी हुई है। और अब तो जिस तरह पिछली भूपेश सरकार की एक सबसे प्रतिष्ठा वाली योजना, आत्मानंद स्कूल का भ्रष्टाचार सामने आ रहा है, वह बताता है कि जब कलेक्टरों के स्तर पर अंधाधुंध और मनमानी स्थानीय फैसले लिए जाते हैं, तो कैसी-कैसी और नई-नई गड़बडिय़ां होती हैं। अभी आत्मानंद स्कूलों की जांच शुरू भी नहीं हुई है जिन पर सरकार के अलग-अलग विभागों का, जिला खनिज निधि का, और उद्योगों के सीएसआर का मनमाना पैसा खर्च किया और करवाया गया है।
दूसरी तरफ स्कूलों में पढ़ाई का हाल इतना बुरा है कि राष्ट्रीय स्तर के जो सर्वे हुए हैं, वे बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में 5वीं में पढ़ रहे बच्चे भी दूसरी कक्षा की पढ़ाई भी करने लायक नहीं हैं। यह तो गनीमत कि सरकारी स्कूलों में दोपहर का भोजन मिलता है, जिसकी वजह से बहुत से गरीब बच्चे स्कूल नहीं छोड़ते हैं, और स्कूलों में दर्ज संख्या अच्छी-खासी दिखती है। लेकिन बहुत सी जगहों पर शिक्षकों ने अपने आपको कहीं भी अटैच करवा लिया है, और अपनी मर्जी के शहरों में रहते हैं। नतीजा यह होता है कि हजारों ऐसी स्कूलें हैं जहां एक-एक शिक्षक पांच-पांच कक्षाएं पढ़ा रहे हैं, और बच्चों का भगवान ही मालिक है। किसी भी पार्टी की सरकार रहती हो, स्कूल शिक्षा विभाग सप्लायरों का पसंदीदा विभाग रहता है क्योंकि सरकारी सप्लाई का घटिया सामान इस्तेमाल करने वाले बच्चे किसी शिकायत करने की समझ भी नहीं रखते हैं। गरीब बच्चों के मां-बाप इसी बात पर खुश रहते हैं कि उनके बच्चों को फीस नहीं देनी पड़ रही, स्कूल का यूनिफॉर्म सरकार दे रही है, दोपहर का भोजन भी वहां मिल रहा है, और किताबों का भी पैसा नहीं देना पड़ता। इन सहूलियतों के बाद मां-बाप पढ़ाई-लिखाई की उत्कृष्टता के बारे में सोचने का तो मानो अधिकार ही खो बैठते हैं। अब ऐसा लगता है कि स्कूल शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल लोकसभा चुनाव जीत सकते हैं, और इस विभाग की जिम्मेदारी किसी और मंत्री पर आ सकती है, तो ऐसे में सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी को यह भी सोचना चाहिए कि क्या स्कूल शिक्षा को भ्रष्टाचार से मुक्त विभाग बनाया जा सकता है? सरकारों से भ्रष्टाचार मुक्त होने की उम्मीद आज के वक्त में शायद देश में कहीं भी बहुत जायज नहीं है, लेकिन आने वाली पीढ़ी की बुनियाद ही भ्रष्टाचार की वजह से कमजोर न हो, ऐसी फिक्र जिन लोगों को हो, उन्हें जरूर इस बारे में सोचना चाहिए।
जहां स्कूली शिक्षक छात्राओं से बलात्कार करते पकड़ाते हों, वहां न पकड़ाने वाले शिक्षकों के बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए, और स्कूलों में ऐसी निगरानी समितियां बनानी चाहिए जो कि छात्र-छात्राओं से बात करके शिक्षकों के बारे में जानकारी ले। हो सकता है कि शिकायत बक्से लगाना कारगर हो, या हर स्कूल की दीवार पर ऐसे नंबर लिखे हों जहां फोन करके या संदेश भेजकर शिकायत दर्ज करवाई जा सके। इससे भी बेहतर विकल्प यह होगा कि उस इलाके में काम करने वाले कुछ प्रतिष्ठित और जिम्मेदार जनसंगठनों की मदद ली जाए, और बच्चों का हौसला बढ़ाया जाए कि वे अपने शोषण के खिलाफ शिकायत कर सकें। ऐसा हौसला बढऩे पर बच्चियों की शिकायत अभी कुछ हफ्ते पहले ही सामने आई है। भारत में अगर अगली नौजवान पीढ़ी को बेहतर बनाना है, तो उसकी शुरूआत स्कूलों में सुधार लाकर ही की जा सकती है। (क्लिक करें : सुनील कुमार के ब्लॉग का हॉट लिंक)
श्रीनगर, 31 मार्च । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम टूरिस्ट रिजॉर्ट में रविवार को एक वाहन की चपेट में आने से एक बुजुर्ग पदयात्री की मौत हो गई।
अधिकारियों के अनुसार, मृतक की पहचान गुलाम कादिर वानी (60) के रूप में हुई है।
वानी को पहलगाम के बटकूट इलाके में एक वाहन ने टक्कर मार दी। अधिकारियों ने बताया, "उसे एक अस्पताल ले जाया गया जहां घातक चोटों के कारण उसकी मौत हो गई।"
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। टक्कर मारने वाले वाहन के चालक को हिरासत में ले लिया गया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है।
टूरिस्ट सीजन शुरू होने के कारण श्रीनगर-पहलगाम रोड इन दिनों काफी व्यस्त रहता है। पर्यटक भारी संख्या में सड़क मार्ग से पहलगाम तथा आसपास के टूरिस्ट स्पॉट पर जाते हैं।
(आईएएनएस)
पणजी, 31 मार्च गोवा की एक स्थानीय अदालत ने दो महिला खिलाड़ियों पर शारीरिक हमला करने के आरोप में गिरफ्तार अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की कार्यकारी समिति के सदस्य दीपक शर्मा को रविवार को जमानत दे दी।
पुलिस इंस्पेक्टर निखिल पालेकर ने आईएएनएस को बताया कि शर्मा को अदालत में पेश किया गया और उन्हें बिना शर्त जमानत दे दी गई है।
पुलिस अधीक्षक (उत्तर) अक्षत कौशल ने शनिवार को कहा था कि खाद फुटबॉल क्लब की खिलाड़ी फुटबॉल लीग में भाग लेने के लिए गोवा आयी थी और दोनों लड़कियों ने शर्मा के खिलाफ शिकायत की थी।
उन्होंने कहा, "उन्होंने एक शिकायत दर्ज कराई है जिसमें कहा गया है कि आरोपी व्यक्ति ने उन पर शारीरिक हमला किया और दुर्व्यवहार किया। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, एक प्राथमिकी दर्ज की गई।"
हालांकि, टीम की अन्य महिला फुटबॉल खिलाड़ियों का समूह शनिवार रात मापुसा पुलिस स्टेशन में इकट्ठा हुआ और कहा कि शर्मा के खिलाफ आरोप निराधार हैं।
शर्मा के समर्थन में सामने आईं महिला फुटबॉल खिलाड़ियों ने कहा, "शिकायतकर्ताओं में से एक रात करीब 11 बजे कुछ चीजें खरीदने के लिए होटल के कमरे से बाहर गई थी और जब वह वापस लौटी, तो शर्मा ने उससे सवाल किया कि वह एक अनजान शहर में देर रात बाहर क्यों गई थी। उस पर शिकायतकर्ता ने मुद्दा बना दिया।"
शर्मा के समर्थन में पुलिस स्टेशन में एकत्र हुई लड़कियों ने संवाददाताओं से कहा, "हम पिछले दस वर्षों से सर (दीपक शर्मा) से जुड़े हुए हैं, लेकिन उन्हें कभी दुर्व्यवहार करते नहीं देखा।"
(आईएएनएस)
पश्चिमी मीडिया की खबरें इस बात से पटी हुई हैं कि किस तरह अमरीका इजराइली हमले के शिकार फिलीस्तीन के गाजा पर पैराशूट से खाना गिरा रहा है। अमरीकी एयरफोर्स की ली गई ऐसी तस्वीरें फैलाई जा रही हैं, और यह भी बताया जा रहा है कि गाजा के किनारे अस्थाई बंदरगाह बनाकर अमरीका वहां से भी मानवीय मदद भेजने की कोशिश कर रहा है। पिछले दो हफ्ते ऐसी खबरों से भरे हुए हैं कि अमरीका इजराइल से इस बात को लेकर खफा है कि वह फिलीस्तीन में मानवीय मदद जाने नहीं दे रहा है, और संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसियों का कहना है कि फिलीस्तीन में लोग अब भूख से मरने की कगार पर हैं, और कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का कहना है कि अनगिनत फिलीस्तीनी बच्चे गाजा में भूख से मर चुके हैं। ऐसे में इजराइल रफा नाम के उस सरहदी शहर पर फौजी कार्रवाई करने पर अड़ा हुआ है जहां पर गाजा के दस लाख से अधिक लोग शरणार्थी बनकर तम्बुओं में पड़े हुए हैं।
अमरीका एक तरफ तो इजराइल के साथ अपनी नाराजगी दिखा रहा है, उससे असहमति दिखा रहा है, और ये खबरें आ रही हैं कि गाजा से हजार मील दूर कतार के एयरफोर्स अड्डे पर अमरीकी वायुसेना के मालवाहक विमानों में भूखे गाजा पर बरसाने के लिए खाने को लादा जा रहा है जिसके बक्से पैराशूट से वहां गिराए जा रहे हैं। इसे कुछ दूसरे पश्चिमी देशों के साथ मिलकर एक बहुराष्ट्रीय वायुसेना-अभियान की तरह चलाया जा रहा है, और अमरीका यह भी गिना रहा है कि वह गाजा के मलबे पर 40 हजार लोगों के लिए खाने को तैयार पैकेट गिरा रहा है। भूख का हाल यह है कि इसी हफ्ते पानी में गिर गए खाने के बक्सों को निकालते हुए गाजा में 12 लोग डूबकर मर गए, और 6 लोग खाने पर झपटती हुई भीड़ के पैरोंतले कुचलकर मारे गए। ऐसे में इजराइल रफा के शरणार्थी शिविर पर फौजी कार्रवाई के लिए अड़ा हुआ है, जबकि अमरीका इसे गलत करार दे रहा है।
अब तक की इन बातों से लोगों को ऐसा धोखा हो सकता है कि अमरीका में एकाएक तथाकथित इंसानियत आ गई है, और अब वह समंदर के रास्ते, हवाई जहाजों से फिलीस्तीन में खाना भेज रहा है। लेकिन इस गलतफहमी या खुशफहमी को खत्म होने में अधिक वक्ता नहीं लगा। दो दिन पहले 29 मार्च को यह खबर आई कि अमरीका ने इजराइल को नई फौजी मदद मंजूर की है, और दो-दो हजार पौंड के 18 सौ बम, और पांच सौ पौंड के 5 सौ बम इजराइल के लिए और मंजूर किए हैं। इजराइल की सारी गुंडागर्दी सिर्फ अमरीकी मदद पर चलती है, और एक तरफ अमरीका भूख से मरते गाजा पर खाना बरसाने का नाटक कर रहा है, और दूसरी तरफ फिलीस्तीन पर बरसाने के लिए इजराइल को और बम दिए जा रहा है। मतलब यह कि दो-दो हजार पौंड के 18 सौ बम गाजा का जो हाल करेंगे, उसके बाद अमरीका को वहां खाना बरसाने की जरूरत भी नहीं रहेगी, क्योंकि वहां इंसान भी नहीं बचेंगे।
दो-तीन हफ्ते पहले ही मैंने फेसबुक पर लिखा था कि अमरीका एक तरफ इजराइल को 10 लाख छुरे भेज रहा है, और फिलीस्तीन को मरहम की एक हजार ट्यूब। और पिछले हफ्ते-दस दिन में यह बात सही साबित हुई कि भूखों के लिए खाना पहुंचाने के नाटक से अपने लिए शोहरत और हमदर्दी, साख और वाहवाही जुटाने वाले अमरीका ने इजराइल के हाथ इतने मजबूत कर दिए हैं कि वह गाजा की बाकी बची तमाम इमारतों को जमीन से मिला सकता है। आज अमरीका की हालत यह है कि राष्ट्रपति जो बाइडन के इस फैसले का विरोध अमरीका के बहुत से इंसाफपसंद लोग कर रहे हैं, और तो और खुद बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुत से नेता और सांसद इसके खिलाफ हैं कि अमरीका इस दर्जे की जारी इजराइली गुंडागर्दी में उसके हाथ मजबूत करने के लिए बम भेजे। दरअसल अमरीका के साथ-साथ बाकी दुनिया में भी अमनपसंद लोग इस बात पर हक्का-बक्का हैं कि पिछले बरस 7 अक्टूबर को एक फिलीस्तीनी आतंकी संगठन हमास के फौजी हमले में सैकड़ों इजराइलियों के कत्ल के बाद जवाब में इजराइल ने अब तक गाजा में 32 हजार से अधिक लोगों को मार डाला है, और पूरे गाजा शहर को मलबे में तब्दील कर दिया है। आधी से अधिक आबादी शरणार्थी शिविरों में पड़ी हुई है, और संयुक्त राष्ट्र संघ की युद्धविराम की दर्जन भर अपील भी इजराइल के खूनी हमलों को धीमा भी नहीं कर पा रही है।
अमरीका इन दिनों दो अलग-अलग मोर्चों पर उजागर हो रहा है। फिलीस्तीन पर इजराइली फौजी हमले में वह इजराइल को बम और फिलीस्तीनियों को फूड पैकेट देकर दुनिया में जाने किसको बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहा है। दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन के मोर्चे को देखें, तो अमरीकी अगुवाई में पश्चिमी देशों के फौजी संगठन, नाटो की तरफ से जितनी फौजी और बाकी किस्म की रसद यूक्रेन को दी जा रही है, वह उसे रूस के हमलों के सामने डटाए रखने के ही काम आ रही है, बचाए रखने के काम नहीं आ रही। अमरीका और योरप के बाकी देश जिस अंदाज में यूक्रेन का साथ दे रहे हैं, उससे एक बात जाहिर है कि वे यूक्रेन को बचाना नहीं चाह रहे, वे रूस को खोखला करना चाह रहे हैं, और अपने इस मकसद के लिए वे कितने भी यूक्रेनी सैनिकों और नागरिकों की मौत देख रहे हैं, पूरे यूक्रेन को मलबे में तब्दील होते देख रहे हैं, और एक गैरबराबरी की जंग में नापतौल कर यूक्रेन की उतनी ही मदद कर रहे हैं जितने से वह मोर्चे पर डटे रहे। नतीजा यह है कि यूक्रेन के कंधों पर बंदूक रखकर पश्चिमी देश रूस पर हमला कर रहे हैं, और रूसी हमले को झेलने के लिए यूक्रेनी सीनों को सामने कर दे रहे हैं।
इस खतरनाक खेल को समझना चाहिए। अमरीका जिस तरह जानलेवा जख्म देने के लिए छुरे सप्लाई कर रहा है, और उसके बाद दुनिया के दिखावे के लिए मरहम भी भेज रहा है, उससे दुनिया के इतिहास में अच्छी तरह दर्ज इजराइल-समर्थक अमरीकी-वीटो मिट नहीं जाएगा। यह भी लगता है कि अमरीका के पास कुछ ऐसा खाना बचा हुआ होगा, जो सडऩे वाला होगा, और उसे गाजा पर बरसाकर अमरीका अपने घूरों का बोझ बढ़ाने से बच रहा होगा। अमरीका की सारी हमदर्दी को, चाहे वह गाजा हो, चाहे यूक्रेन, इस हिसाब से ही समझने की जरूरत है। इजराइल की सारी गुंडागर्दी दुनिया के नक्शे पर बाकी देशों के बीच उसकी मौजूदगी की वजह से मिलने वाली अमरीकी मदद और उकसावे से चलती है, और उसमें ताजा इजाफा करने के लिए अमरीका ने बमों के साथ-साथ फाइटर जेट भी दिए हैं। अभी-अभी का यह ताजा फैसला बमों के साथ-साथ फाइटर जेट भी इजराइल भेज रहा है, और अमरीका को तो चाहिए कि बेघर हो चुके, मां-बाप खो चुके फिलीस्तीनी बच्चों के लिए वह खिलौने के फाइटर प्लेन भी भेज दे, ताकि वह दुनिया के इतिहास में गिना सके कि उसने इजराइल को कम, और फिलीस्तीन को अधिक फाइटर प्लेन दिए थे। इस पूंजीवादी, विस्तारवादी, फौजी-आतंकी साजिश को न समझने वाले अमरीका को मदर टेरेसा भी मान सकते हैं जो कि बिना मां-बाप के रह गए, हाथ-पैर खो चुके फिलीस्तीनी बच्चों की सेवा के लिए फूड पैकेट लेकर गाजा में है।
(शीर्षक: दुष्यंत कुमार का लिखा हुआ)
मुंबई, 31 मार्च । फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने थाईलैंड में अपने "ट्रेवल लाइफ" की एक झलक दी है और कहा है कि वह 'द लैंड ऑफ स्माइल्स' का आनंद ले रहे हैं।
मधुर ने रविवार को एक्स पर थाईलैंड में एक बाजार से अपनी एक तस्वीर साझा की।
फिल्म निर्माता ने पूरी तरह से सफेद कपड़े पहने हुए हैं और धूप के चश्मे के साथ अपना लुक पूरा किया है।
'फैशन' निर्देशक कैमरे की ओर देखकर मुस्कुराते हुए तस्वीरें खिंचवाने के लिए पोज देते नजर आ रहे हैं।
कैप्शन के लिए, उन्होंने लिखा: “बैंकॉक, थाईलैंड में डूबा हुआ। यात्राजीवन, थाईलैंडवाइब्स।”
मधुर को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्हें सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
उन्हें 'चांदनी बार', 'पेज 3', 'ट्रैफिक सिग्नल', 'फैशन' और 'बबली बाउंसर' जैसी फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है।
(आईएएनएस)
टिहरी, 31 मार्च।रविवार को टिहरी के गजा तहसील के डुवाकोटी के पास एक बड़ा हादसा हो गया। टाटा सूमो गाड़ी अनियंत्रित होकर 150 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इसमें सवार 13 लोगों में से दो की मौत हो गई है जबकि 11 घायल हो गए। उन्हे विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
रविवार को एक टाटा सूमो गाड़ी टिहरी से चंबा जा रही थी। टिहरी के गजा तहसील के डुवाकोटी के पास वह अनियंत्रित होकर 150 मीटर खाई में गिर गई। वाहन में सवार 13 लोगों में से दो की मौत हो गई और 11 घायल हो गए हैं। जिन्हें रेस्क्यू कर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गजा में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को वहां से एम्स, ऋषिकेश रेफर कर दिया गया। चार घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गजा में चल रहा है। साथ ही घटनास्थल से ही गंभीर रूप से घायल दो लोगों को एम्स, ऋषिकेश रेफर किया जा चुका है।
हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इस हादसे में धर्मवीर असवाल पुत्र कर्म सिंह असवाल (उम्र 45 वर्ष), निवासी- कठूड़, टिहरी, और रितिका पुत्री दीपा सिंह (उम्र 21 वर्ष), निवासी- अम सारी, टिहरी की मौत हो गई। जबकि 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें विकास पांडे पुत्र सत्य प्रसाद (उम्र 35 वर्ष), निवासी-मटियाली, टिहरी, साक्षी पुत्री खुशीराम जखमोला (उम्र 19 वर्ष), निवासी- पाली, टिहरी, कलावती पत्नी स्व. सुभाष (उम्र 60 वर्ष), निवासी- उत्तरकाशी, वीरेंद्र सिंह पुंडीर पुत्र शंकर सिंह (उम्र 52 वर्ष), निवासी- फलसरी (चालक), सृष्टि पुत्री अनिल (उम्र 11 वर्ष), निवासी- खांड तल्ला, टिहरी, पूजा पुत्री खुशीराम (उम्र 22 वर्ष), निवासी- पाली, टिहरी, वंश पुत्र सुभाष (उम्र 8 वर्ष), निवासी- खांड तल्ला, टिहरी, गौतम पुत्र सुभाष (उम्र 19 वर्ष), निवासी- उत्तरकाशी, दीपा देवी पत्नी कुंदन लाल (उम्र 65 वर्ष), निवासी- पलोगी, टिहरी, प्रवासी पत्नी अनिल सजवाण (उम्र 35 वर्ष), निवासी- खांड तल्ला, टिहरी और अदिति पुत्री विकास पांडे (डेढ़ वर्ष), निवासी- मटियाली, टिहरी शामिल हैं।
(आईएएनएस)
बीजिंग, 31 मार्च । 30 से 31 मार्च तक वर्ष 2024 चीनी अनुवाद संघ का वार्षिक सम्मेलन दक्षिण चीन के छांग शा शहर में आयोजित हुआ, जिसका मुख्य विषय ‘सभ्यताओं का आदान प्रदान बढ़ाना : अनुवाद जगत का दायित्व’ है।
इस दौरान जारी हुई वर्ष 2024 चीनी अनुवाद व्यवसाय की विकास रिपोर्ट में कहा गया कि चीन में अनुवादक राष्ट्रीय विकास और विभिन्न क्षेत्रों के कार्यों का अच्छा समर्थन करते हैं। अंतर-विद्या प्रतिभाओं की जरूरत बढ़ रही है।
इस रिपोर्ट से पता चला है कि वर्ष 2023 के अंत तक चीन में अनुवाद कारोबार होने वाले उद्यमों की संख्या 6,23,260 है और उनमें से 11,902 उद्यमों का मुख्य कारोबार अनुवाद है। देश में अनुवाद उद्यमों का कुल उत्पादन मूल्य निरंतर बढ़ता जा रहा है, जो वर्ष 2022 से 5.6 प्रतिशत से अधिक रहा।
चीन में अनुवादकों की संख्या भी निरंतर बढ़ रही है। वर्तमान में अनुवादकों की संख्या 64 लाख 20 हजार है, जो वर्ष 2022 से 6.8 प्रतिशत अधिक है।
चीनी अनुवाद संघ के अध्यक्ष और चीनी विदेशी भाषा प्रकाशन प्राधिकरण के प्रमुख तु त्येनयुआन ने बताया कि भविष्य के उन्मुख चीनी अनुवाद व्यवसाय को देश की जरूरतों पर फोकस रखकर अनुवाद क्षमता को मजबूत कर चीनी शैली वाले आधुनिकीकरण की कहानी अच्छी तरह सुनानी चाहिए।
चीनी अनुवाद संघ को मार्गदर्शक की भूमिका निभाकर वैदेशिक आदान-प्रदान का विस्तार कर चीनी अनुवाद जगत का अंतरराष्ट्रीय स्तर और प्रभाव निरंतर उन्नत करना चाहिए। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने रविवार को कहा कि उसने पटियाला के उस रेस्तरां को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है जिससे ऑनलाइन ऑर्डर किया गया जन्मदिन का केक खाने के बाद 10 साल की एक लड़की की मौत हो गई थी। साथ ही उसके मालिक को भी प्रतिबंधित कर दिया है।
कंपनी ने सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का सामना करने के बाद कहा कि वह "पटियाला में हुई हालिया घटना से दुःखी है और पूरी तरह हिल गई है"।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, “जैसे ही हमें घटना के बारे में पता चला, जिसकी अब पुलिस जांच जारी है, हमने तुरंत रेस्तरां को ज़ोमैटो प्लेटफ़ॉर्म से हटा दिया। हमने रेस्तरां मालिक को ज़ोमैटो पर किसी भी इकाई का संचालन करने से भी रोक दिया है।"
प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपना पूरा समर्थन दे रही है।
लड़की के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 273 और 304-ए के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि जन्मदिन का केक खाने के बाद लड़की की मौत हो गई। केक खाने के बाद परिवार के अन्य सदस्य भी बीमार पड़ गये थे।
मृतका की मां काजल ने केक ऑर्डर किया था। बिल की कॉपी पर जो पता है, पटियाला में उस पते पर 'केक कान्हा' नाम की कोई दुकान नहीं है।
पुलिस को शक है कि बेकरी क्लाउड किचन है। इसके अतिरिक्त, ज़ोमैटो के एक अन्य रसीद चालान में बिलिंग अमृतसर से की गई है, न कि पटियाला से।
कई नेटिज़ेंस ने फूड-डिलीवरी ऐप के रूप में सूचीबद्ध क्लाउड किचन पर खराब विनियमन के लिए ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म की आलोचना की।
(आईएएनएस)
बृजमोहन के लिए मेहनत का राज
रायपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने अच्छी मार्जिन से जीत के लिए अलग ही रणनीति बनाई है। उन्होंने सबसे ज्यादा बढ़त दिलाने वाले मंडल, और बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करने का ऐलान किया है। उन्होंने ईनाम के लिए बेस्ट मंडल, और बेस्ट बूथ जैसी कैटेगरी बनाई है।
सुनते हैं कि बेस्ट मंडल, और बेस्ट बूथ के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं को टूर पर भेजा जा सकता है। उन्हें टूर पर कहां भेजा जाएगा, यह साफ नहीं है, लेकिन बृजमोहन उदार नेता हैं। उनसे जुड़े लोग मानते हैं कि बेहतर काम करने वाले, और अच्छी मार्जिन के लिए मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को विदेश प्रवास पर भी भेजा जा सकता है।
दूसरी तरफ, रायपुर दक्षिण में सबसे ज्यादा मेहनत हो रही है। यहां उपचुनाव की संभावनाओं को देखते हुए कई दावेदार अभी से सक्रिय हैं, और बृजमोहन को भारी बढ़त दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। मौजूदा सांसद सुनील सोनी भी रायपुर दक्षिण में ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं। इसके अलावा सुभाष तिवारी, मीनल चौबे, केदार गुप्ता, मोहन एंटी, मृत्युंजय दुबे, और पार्षद मनोज वर्मा सहित कई विधानसभा टिकट के दावेदार बृजमोहन के लिए पसीना बहाते दिख रहे हैं।
बस्तर पर खास मेहनत
बस्तर की दोनों सीटों पर भाजपा ने अपनी ताकत झोंक दी है। यहां संगठन के दो प्रमुख नेता अजय जामवाल, और पवन साय खुद ही प्रचार की रणनीति देख रहे हैं। बस्तर में नया प्रत्याशी होने की वजह से कई बड़े नेताओं का अपेक्षाकृत सहयोग नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि आरएसएस से जुड़े 32 संगठनों के पदाधिकारियों को प्रचार में झोंक दिया गया है।
इससे परे कांकेर में कांग्रेस से पिछले प्रत्याशी को रिपीट करने से इस बार मुकाबला कांटे का हो सकता है। इससे निपटने के लिए पार्टी के रणनीतिकारों ने विधानसभा वार रणनीति बनाई है। सीएम विष्णुदेव साय यहां कई सम्मेलनों में शिरकत कर चुके हैं। पार्टी का सभी 11 सीटों को जीतने का लक्ष्य है। राज्य बनने के बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन बहुत बढिय़ा रहा है। लेकिन अधिकतम 10 सीट ही जीत पाई है। वर्ष 2019 के चुनाव में 9 सीट ही जीत पाई थी। मगर इस बार पार्टी सभी सीट जीतने के लिए भरपूर दम खम लगा रही है। वाकई ऐसा होगा, यह तो चार जून को चुनाव नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।
सुरक्षा की मांग कौन पूरी करेगा?
लोगों के लाइसेंसी हथियार गन, बंदूक, रिवाल्वर आदि चुनाव के समय थानों में जमा करा लिए जाते हैं। इधर, मुख्यमंत्री निवास के करीब रहने वाले कांग्रेस नेता रामकुमार शुक्ला ने इस आधार पर अपनी रिवाल्वर वापस मांगी है कि उनके ऊपर हमला हो सकता है। हमला इसलिये, क्योंकि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ बयान दिए थे। बघेल पर मंच से तीखा हमला करने वाले राजनांदगांव के कांग्रेस नेता ने सुरेंद्र वैष्णव ने इसी आधार पर पुलिस सुरक्षा मांगी है। वहीं बघेल के करीबी विनोद वर्मा व पार्टी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर 5 करोड़ 90 लाख रुपये की गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले एआईसीसी सदस्य अरुण सिसोदिया ने भी पुलिस सुरक्षा मांगी है। दो दिन पहले उन्होंने पीसीसी चीफ दीपक बैज को चि_ी लिखकर स्लीपर सेल वाले बयान पर बघेल के खिलाफ फिर कार्रवाई की मांग की है। यह देखना होगा कि चुनाव आचार संहिता लागू है तो पुलिस खुद रिवाल्वर लौटाने या किसी को सुरक्षा देने का फैसला क्या कर सकेगी। यह तो कम से कम जिला दंडाधिकारी या उसके ऊपर के अधिकारी कर सकते हैं। बयान देने वाले नेताओं को सचमुच सुरक्षा की जरूरत है या नहीं इसका आकलन भी निर्वाचन के अधिकारी ही करेंगे। मगर, पुलिस सुरक्षा की मांग कांग्रेस के भीतर व्याप्त भारी अंतर्कलह को उजागर कर रहा है, जिसमें जुबानी राजनीतिक हमले की प्रतिक्रिया में शारीरिक हमले की आशंका जताई जा रही है। भाजपा ने भी मौका नहीं छोड़ा। सीनियर विधायक अजय चंद्राकर तो यहां तक कह गए कि यदि बघेल के मुताबिक कांग्रेस के भीतर कुछ लोग स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे हैं तो इसका मतलब तो यह हुआ कि यह आतंकी संगठन है। सुरक्षा मांगना जायज है।
साहब के तेवर !!
पीएम और रेल मंत्री,सुविधाएं बढ़ाकर रेलवे की छवि सुधारने में जुटे हुए हैं लेकिन उनके अपने अफसर उस पर बट्टा लगाने से पीछे नहीं हट रहे। टैक्स पेयर के पैसे से मिलने वाले वेतन और मुफ्त की सुविधाओं के भोगी ये अफसर उसी यात्री से दुर्व्यवहार करने लगे हैं । 15 लाख की आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले आधा दर्जन संगठनों के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों बड़े साहब से मुलाकात की। वे लोग एक वंदे भारत ट्रेन की मांग करने गए थे। यह ट्रेन छत्तीसगढ़ को मिलने के बाद भुवनेश्वर को दे दी गई। ये जन प्रतिनिधियों न धरना दे रहे थे, न नारेबाजी कर रहे थे ।
केवल ज्ञापन देकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी पूरा करना चाहते थे। साहब ने पहले घंटों इंतजार कराया और मिले तो पेशानी पर गुस्से के बल थे। उस पर कहने लगे आप लोगों को कोई काम नहीं है क्या? क्यों आए हैं? अब क्या कहे, आप अपना काम नहीं कर पाए इसलिए तो याद दिलाने गए थे। रायपुर की ट्रेन छीन ली गई, और आपने अपना काम नहीं किया। रेलवे बोर्ड ने इंटरनल सूचना भेज वंदेभारत के लिए टीटीई,गार्ड ड्राइवर रिजर्व करने कह दिया था। टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया। उसके बाद ट्रेन को भुवनेश्वर में हरी झंडी दिखाई गई। शायद अपनी इस ट्रेन को हासिल करना आपका काम था। आपने नहीं किया। क्योंकि आपके पास कोई काम न था। अब आपके काम को याद दिलाने इन संगठनों ने पीएमओ और एमओआर को पत्र मेल किया। कुछ हो न हो, पीएमओ तो जवाब मांगता है। जवाब देना तो आपका काम है न साहब।
संघ सदैव की तरह साथ !
आरएसएस खुद को गैर राजनीतिक एक सांस्कृतिक संगठन बताता है लेकिन भाजपा का सहयोग करती है। भाजपा की हर जीत में संघ की खास भूमिका होती है। भाजपा का जनसंपर्क दिखाई देता है, पर संघ का प्रचार आम तौर पर नहीं। संघ की खामोशी से कई बार चर्चा निकल जाती है कि भाजपा सरकार और उसके शीर्ष नेताओं से उसकी नाराजगी चल रही है, या उनमें दूरी बढ़ गई है। हाल ही में तो और गजब हो गया। महाराष्ट्र में जनार्दन मून नाम के किसी व्यक्ति ने कई जगहों पर प्रेस कांफ्रेंस लेकर बयान दिया कि आरएसएस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहा है। सामान्य जानकारी है कि आरएसएस पंजीकृत संगठन नहीं है। इस व्यक्ति ने आरएसएस नाम की एक सोसाइटी का पंजीयन कराने की भी कोशिश कथित रूप से की थी, पर वे सफल नहीं हुए। अब नागपुर में आरएसएस ने मून के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है कि वे भ्रामक खबर फैला रहे हैं। निर्वाचन आयोग को भी पत्र लिखा गया है कि वह वैमनस्यता और भ्रम फैलाने वाले इस व्यक्ति पर कार्रवाई करे। मून की प्रेस कांफ्रेंस यू ट्यूब पर भी अपलोड है। निर्वाचन आयोग से उसे भी हटाने की मांग की गई है। तो ऐसे माहौल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत छत्तीसगढ़ के अल्प प्रवास पर आए। प्रचारकों और स्वयंसेवकों से अपने बिलासपुर कार्यालय में मिले। भाजपा के कुछ विधायक-नेता भी खबर मिलने पर वहां पहुंचे। हमेशा की तरह मीडिया से उनकी दूरी बनी रही। अधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं बताया गया है कि वे यहां क्या मंत्र अपनी टीम को देकर गए, पर यह साफ है कि संघ हमेशा की तरह भाजपा के साथ है।
बार में टाइगर..
बार नवापारा के सिरपुर की ओर वाली गेट के पास कुछ पर्यटकों को बीते 29 मार्च को टाइगर नजर आया। इस अभयारण्य में तेंदुआ व दूसरे वन्य जीव बड़ी संख्या में हैं, पर तीन दशकों में पहला मौका है, जब टाइगर दिखा। यह बाघ किसी दूसरे जंगल से भटककर आया होगा। वन विभाग इसके बारे में जानकारी जुटा रहा है। इसकी मौजूदगी से पार्क की रौनक और बढ़ गई है। आने वाले दिनों में यहां आने वाले सैलानियों की संख्या और बढ़ सकती है।
मुरादाबाद, 31 मार्च । मुरादाबाद-हरिद्वार स्टेट हाइवे पर तेज रफ्तार स्कार्पियो अनियंत्रित होकर एक पोल से टकरा गई। हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मुरादाबाद के कांठ थाना इलाके के रसूलपुर रेल फाटक के पास रविवार सुबह हुुए हादसे में गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार लोग हादसे की चपेट में आ गए। वाहन में सवार एक ही परिवार के लोग देहरादून से मुरादाबाद जा रहे थे। मृतकों में तीन महिलाएं व एक पुरुष शामिल हैं। सभी मृतक देहरादून के है रहने वाले हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
मुजफ्फरपुर, 31 मार्च। शनिवार रात अपने काफिले पर पथराव के बाद केंद्रीय मंत्री व मुज़फ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि यह हमला सुनियोजित था।
मीडिया से बात करते हुए मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि हमला बेहद खौफनाक था। उनके काफिले पर घरों की छतों से इंतरलॉक टाइलों से हमला किया गया। बालियान ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए युवाओं को बरगला रहे हैं और उनके खिलाफ भड़का रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री बालियान ने युवाओं से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में आकर कोई गलत काम न करें। राजनीतिक लाभ के लिए कुछ स्वार्थी तत्व उनका उपयोग कर रहे हैं। लेकिन युवाओं को ऐसे तत्वों को पहचानना चाहिए और ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे उनका नुकसान हो और करियर प्रभावित हो।
बालियान ने कहा कि वह हमले में शामिल युवाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहते हैं, लेकिन हमले की साजिश का खुलासा होना चाहिए। उसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व जिन युवाओं के हाथ में किताब होनी चाहिए, उन्हें पत्थर थमा रहे हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों का चेहरा सबके सामने आना चाहिए।
गौरतलब है कि शनिवार की रात मुजफ्फरपुर के एक गांव में चुनावी जनसभा के दौरान भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार संजीव बालियान के काफिले पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया था। हमले में कई लोगों को चोटें आईं और कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । राष्ट्रीय राजधानी के शास्त्री पार्क इलाके में झगड़े के बाद एक कपड़ा दुकान के सेल्समैन की हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
मृतक की पहचान इलाके के निवासी मुस्तकीम के रूप में हुई, जो चांदनी चौक में एक कपड़ा दुकान में काम करता था।
आरोपी की पहचान चौहान बांगर निवासी यासीन (24) के रूप में हुई।
पुलिस को मंगलवार को बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क के पास गोलियां चलने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची ।
पुलिस उपायुक्त (उत्तरपूर्व) जॉय टिर्की ने कहा, "मुस्तकीम को सीने में गोली मारी गई। उसे तुरंत जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया।"
शुरुआती जांच में पता चला कि न्यू सीलमपुर निवासी सोहेल खान (22) और मुस्तकीम दोनों दोस्तों ने इशरत से मिलने का फैसला किया था।
डीसीपी ने कहा, "सोहेल ने चार साल पहले यूपी के गाजियाबाद के कौशांबी में 'द बैंग बैंग बार' में बार गर्ल के रूप में कार्यरत इशरत से शादी की थी और उनकी एक बेटी है। लेकिन, नवंबर, 2023 में उनका तलाक हो गया।"
सोहेल से तलाक के बाद इशरत का इरादा यासीन से शादी करने का थाा।
डीसीपी ने कहा, यासीन को सोहेल और मुस्तकीम का इशरत से मिलना नापसंद था।"
यासीन ने मुस्तकीम पर तीन राउंड गोलियां चलाईं। गोलियां मुस्तकीम को सीने में लगीं।
डीसीपी ने कहा, घटनास्थल पर दो खाली खोल और 7.65 मिमी का एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अपराध में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया गया है।
(आईएएनएस)
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने बिहार में अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी ने सीट बंटवारे के बाद मिली सभी पांचों सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.
हाजीपुर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान चुनाव मैदान में उतरेंगे. जमुई से पार्टी ने अरुण भारती को उतारा है.
बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को पांच सीटें मिली हैं.
इस बीच, चिराग पासवान के चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति नाथ पारस ने कहा है कि उनकी पार्टी एनडीए का अभिन्न अंग है.
उन्होंने ट्वीट किया,''माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री @narendramodi जी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है एवं उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से #NDA की सरकार बनेगी.'' चिराग पासवान और उनके चाचा के बीच हाजीपुर सीट को लेकर विवाद चल रहा था.
हाजीपुर सीट के लेकर पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान को लेकर विवाद चल रहा था. वो इस सीट को लेकर तैयार नहीं थे.
बिहार में सीट बंटवारे में पशुपति कुमार पारस की पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी. इसके बाद उन्होंने नाराज होकर मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. (bbc.com/hindi)
ठाणे (महाराष्ट्र), 31 मार्च। महाराष्ट्र के ठाणे शहर में एक दुकान से 1.05 करोड़ रुपये की कीमत के जेवरात चोरी करने के आरोप में पुलिस ने 27 वर्षीय सेल्समैन को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
नौपाडा पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अभय महाजन ने बताया कि आरोपी राहुल जयंतीलाल मेहता को 26 मार्च को उसम समय मीरा रोड इलाके से गिरफ्तार किया गया था जब वह अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा।
उन्होंने बताया कि वह ऐशोआराम की जिंदगी जीने के लिए चोरी करता था। अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने तलाव पाली इलाके में स्थित आभूषण की दुकान में चोरी को वारदात को अंजाम दिया था।
दुकान मालिक की ओर से 25 मार्च को दी गई शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 408 (किसी क्लर्क या सेवक द्वारा आपराधिक विश्वास भंग) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
अधिकारी ने बताया कि मेहता दुकान पर ब्रिकी का काम संभालता था। इस दौरन नवंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच उसने कथित तौर पर 70 जेवरातों पर हाथ साफ कर लिया, जिनकी कीमत लगभग 1,05,55,766 रुपये है।
आरोपी आठ मार्च 2024 से काम पर नहीं आ रहा था और उसकी पत्नी ने 15 मार्च को उसके लापता होने की शिकायत भी दर्ज कराई थी।
अधिकारी के अनुसार वह पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए मुंबई, मध्य प्रदेश के इंदौर, गुजरात और अन्य स्थानों पर छिपता रहा।
पुलिस को सूचना मिली कि वह 26 मार्च को यहां मीरा रोड इलाके में अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए आने वाला है।
अधिकारी ने बताया कि जब आरोपी वहां पहुंचा तो पुलिस ने उसे धर दबोचा।
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने चोरी के रुपयों को महंगी जीवनशैली के लिए खर्च कर दिया। वह पब और पांच सितारा होटल में जाता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से अब तक लगभग 62.10 लाख रुपये की कीमत के जेवरात बरामद कर लिए गए हैं। (भाषा)
लखनऊ, 31 मार्च। समाजवादी पार्टी (सपा) से अलग होकर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का झंडा थामने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कुशीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
मौर्य ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर इसकी घोषणा करते हुए यह भी कहा कि अब देखना यह है कि विपक्ष का ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) उनका समर्थन करता है या नहीं।
उन्होंने देवरिया सीट से भी प्रत्याशी का नाम घोषित करते हुए कहा कि जल्द ही कुछ अन्य सीट पर भी उम्मीदवारों का ऐलान किया जाएगा।
मौर्य ने 'एक्स' पर लिखे अपने संदेश में कहा कि वह 22 फरवरी को राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के गठन के बाद से ही ‘इंडिया’ गठबंधन को जिताने और मजबूत बनाने का प्रयास करते रहे हैं।
उन्होंने कहा, “‘इंडिया’ गठबंधन में सम्मिलित उत्तर प्रदेश के दोनों बड़े दलों के नेताओं से मेरी वार्ता भी हुई एवं उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप मैंने पांच नामों की सूची भी भेजी।”
मौर्य ने कहा, “ मैं प्रतीक्षा करता रहा कि उसपर निर्णय कर इन्हीं दोनों दलों की ओर से तय किये गये नामों की घोषणा भी हो, किंतु आज-तक घोषणा नहीं हुई।"
उन्होंने ने कहा कि लम्बी प्रतीक्षा के बाद कुशीनगर लोकसभा सीट की जनता की मांग को देखते हुए “कुशीनगर की जनता के सम्मान, स्वाभिमान व विकास का संकल्प लेकर मैं कुशीनगर लोकसभा सीट के प्रत्याशी के रूप में खुद को कुशीनगर की जनता को समर्पित कर रहा हूं।”
पूर्व मंत्री ने कहा, “देवरिया लोकसभा सीट से राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रत्याशी एस.एन. चौहान होंगे। शेष नामों की घोषणा भी शीघ्र की जाएगी।"
उन्होंने कहा, "अब देखना यह है कि ‘इंडिया’ गठबंधन में सम्मिलित दल मुझे ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा मानते हैं या भीम आर्मी प्रमुख, चंद्रशेखर आजाद एवं अपना दल (कमेरावादी) की पल्लवी पटेल की तरह गठबंधन का हिस्सा न होने का प्रमाण पत्र देते हैं।"
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं और ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी 62, कांग्रेस 17 और तृणमूल कांग्रेस एक सीट पर चुनाव लड़ रही है।
मौर्य की राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी, अपना दल (कमेरावादी) और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत कुछ सीट मांगी थी लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई।
मौर्य 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने फाजिलनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। बाद में सपा ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया था।
हालांकि सनातन धर्म से संबंधित टिप्पणियों को लेकर पार्टी के अंदर उनका विरोध भी हुआ था जिसके बाद उन्होंने सपा से नाता तोड़कर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का झंडा थाम लिया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 मार्च। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया में आयी एक खबर के हवाले से रविवार को कहा कि नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कच्चातिवु द्वीप ‘‘संवेदनाहीन’’ ढंग से श्रीलंका को दे दिया था।
उन्होंने ‘एक्स’ पर खबर साझा करते हुए कहा, ‘‘आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली खबर। नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कैसे संवेदनाहीन ढंग से कच्चातिवु दे दिया था। इससे प्रत्येक भारतीय नाराज है और लोगों के दिमाग में यह बात बैठ गयी है कि हम कभी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर सकते।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उम्मीद है कि यह मुद्दा लोकसभा चुनाव में दक्षिणी राज्य में बढ़त हासिल करने के उसके प्रयासों में मददगार साबित होगा।
यह खबर भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलई के आरटीआई (सूचना का अधिकार) आवेदन पर मिले जवाब पर आधारित है। उन्होंने पाक जलसंधि में इस द्वीप को पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंपने के 1974 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के फैसले को लेकर जानकारियां मांगी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का 75 वर्ष से काम करने का तरीका रहा है।’’
खबर में उस मुद्दे पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणियों का भी उल्लेख है जो भारत और श्रीलंका के बीच विवाद की जड़ रहा है। नेहरू ने कथित तौर पर कहा था कि उन्हें इस द्वीप पर अपना दावा छोड़ने में कोई झिझक नहीं होगी। (भाषा)
(हैरी एम. पिल्लै)
पतनमतिट्टा (केरल), 31 मार्च। केरल में 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पतनमतिट्टा लोकसभा क्षेत्र में जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है जहां कांग्रेस अपनी पकड़ बनाए रखने का प्रयास कर रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भी इस अहम दक्षिणी सीट को हासिल करने के लिए आक्रामक प्रचार कर रही हैं।
कांग्रेस ने इस सीट पर एंटो एंटनी को अपना उम्मीदवार बनाया है और वह 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने प्रदर्शन को दोहराने का प्रयास कर रही है।
वहीं, भाजपा ने इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल के. एंटनी को उतारा है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके लिए समर्थन जुटाने के वास्ते 15 मार्च को इस जिले का दौरा किया था।
अनिल के नामांकन से भाजपा का स्थानीय नेतृत्व खुश नहीं है जिसमें उसके नए सदस्य और वरिष्ठ नेता पी सी जॉर्ज भी शामिल हैं जिन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की उम्मीद थी। इन सबके बावजूद अनिल को अपनी जीत का भरोसा है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने मुझे बताया है कि यहां से चुनाव लड़ रहे तीन प्रत्याशियों में से मैं सबसे ज्यादा योग्य हूं।’’
सत्तारूढ़ माकपा नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने राज्य के पूर्व वित्त मंत्री टी एम थॉमस इसाक के राज्य की राजनीति में दबदबे और पिछली दो एलडीएफ सरकार में मंत्री के रूप में उनके अनुभव को देखते हुए उन पर दांव लगाया है।
तीनों उम्मीदवार ईसाई समुदाय से संबंध रखते हैं जो जिले की कुल आबादी का करीब 40 फीसदी हैं।
ईसाई समुदाय को दी गयी अहमियत प्रधानमंत्री मोदी के हाल में यहां के कार्यक्रम से भी दिखायी देती है जब उन्होंने वेटिकन में पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मुलाकात को याद किया और यमन में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए कोट्टायम के एक पादरी को छुड़ाने के लिए अपने सरकार के सफलतापूर्वक प्रयासों का भी उल्लेख किया था।
दूध बेचने वाले एक स्थानीय निवासी राजू ने बताया कि यहां माकपा उम्मीदवार के अधिक पोस्टर और बैनर हैं लेकिन इस निर्वाचन क्षेत्र में मोदी के हाल के दौरे से अनिल एंटनी की संभावनाओं को भी बल मिला है। साथ ही उन्होंने कहा कि एंटो एंटनी के दोबारा जीतने की भी संभावना है।
कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पतनमतिट्टा से 40,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी जबकि 2021 के विधानसभा चुनाव में इस जिले की सभी पांच सीटों पर एलडीएफ ने जीत हासिल की थी। (भाषा)
मुजफ्फरनगर (उप्र), 31 मार्च। मुजफ्फरनगर जिले के खतौली क्षेत्र में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा के दौरान कुछ युवकों ने पथराव कर कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यनारायण प्रजापत ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि शनिवार रात खतौली थाना क्षेत्र के मढ़करीमपुर गांव में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की चुनावी सभा आयोजित की जा रही थी तभी कुछ अराजक तत्वों ने उनके काफिले में शामिल कई गाड़ियों पर पथराव कर दिया, जिससे उनके शीशे टूट गए।
उन्होंने बताया कि पथराव करने वाले लोगों ने नारेबाजी भी की। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। एहतियात के तौर पर गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस बीच, भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष सुधीर सैनी ने घटना की निंदा करते हुए इसमें शामिल तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मुजफ्फरनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)
देवभूमि द्वारका, 31 मार्च। गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में रविवार को एक मकान में आग लगने के कारण एक शिशु सहित एक परिवार के चार सदस्यों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस निरीक्षक टी सी पटेल ने बताया कि द्वारका शहर में आदित्य रोड पर स्थित मकान की पहली मंजिल पर जब तड़के करीब साढ़े तीन बजे आग लगी, उस समय परिवार के पांच सदस्य सो रहे थे।
उन्होंने बताया आग लगने के बाद घर की बिजली आपूर्ति बंद होने की वजह से परिवार के लोग निकास द्वार नहीं ढूंढ सके जिसके कारण वे बाहर नहीं आ पाए।
अग्निशमन कर्मी जब घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मकान की पहली मंजिल पर एक व्यक्ति, उसकी पत्नी, उसकी आठ महीने की बेटी और उसकी मां बेहोश पड़ी हैं।
उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पटेल ने बताया कि व्यक्ति की दादी मकान के भूतल पर एक कमरे में सो रही थीं और वह इस दौरान सुरक्षित बच गईं।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि एयर कंडीशनर के अत्यधिक गर्म होने के बाद उसमें विस्फोट होने के कारण आग लगी।
उन्होंने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञ आग लगने के सही कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
मृतकों की पहचान पवन उपाध्याय (39), उसकी पत्नी तिथि (29), बेटी ध्याना और मां भवानीबेन (69) के रूप में हुई है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 मार्च। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रस्तावित सभा से पहले रविवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री देश की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य के लोगों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर खामोश क्यों रहते हैं?
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री आज उत्तर प्रदेश के मेरठ में हैं। ये तीन ऐसे मुद्दे हैं जिन पर उन्होंने अपने वास्तविक इरादों को ज़ाहिर करने से बचने के लिए सोची-समझी चुप्पी साध रखी है। उत्तर प्रदेश के लोग उम्मीद करेंगे कि आज वह अपनी चुप्पी को तोड़ेंगे।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री मोदी को महिला सशक्तीकरण और "नारी शक्ति" के बारे में बात करना पसंद है, लेकिन उन्होंने भारत की महिलाओं की बार-बार अवहेलना की है, यहां तक कि अपनी पार्टी के भीतर भी। अभी दो हफ़्ते पहले, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने यह कहते हुए पार्टी छोड़ दी कि महिला पार्टी कार्यकर्ताओं का "अपमान" किया जा रहा है और उनके साथ "दुर्व्यवहार" किया जा रहा है।’’
रमेश के अनुसार, मुरादाबाद में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष पर स्थानीय नेताओं ने हमला किया और उन्हें सोशल मीडिया पर न्याय मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ क्या प्रधानमंत्री मोदी अंततः अपनी विफलताओं को स्वीकार करेंगे और आरोपियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे?’’
रमेश का कहना था, ‘‘कल मोदी सरकार ने भारत के किसानों के दो सबसे बड़े हिमायती - चौधरी चरण सिंह और डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया। भले ही प्रतीकात्मक राजनीति के तहत प्रधानमंत्री इन दोनों नेताओं के प्रति दिखावा करें, लेकिन उन्होंने किसानों को लगातार हताश और निराश किया है।’’
रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘ 2014 में प्रधानमंत्री मोदी अक़्सर स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने का वादा करते थे। लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद से, उन्होंने रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। भारत के किसान जब अपने अधिकारों और आजीविका के लिए आवाज़ उठाते हैं तब उन्हें दबा दिया जाता है।’’
उन्होंने सवाल किया कि स्वामीनाथन आयोग की उस रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री का रुख क्या है जिसका वह कभी प्रचार किया करते थे?
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘मोदी सरकार के शासनकाल में, पिछले कुछ वर्षों में सरकारी पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षाओं के कम से कम 43 पेपर लीक हुए हैं, जिससे कम से कम दो करोड़ उम्मीदवार प्रभावित हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “हाल ही में, यूपी पुलिस परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द होने से 60 लाख आवेदकों का भविष्य ख़तरे में पड़ गया। अपनी युवा न्याय गारंटी के तहत, कांग्रेस पेपर लीक को रोकने के लिए मजबूत कानून लाने को प्रतिबद्ध है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘हमारे युवाओं को हुए नुक़सान की भरपाई करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का नजरिया क्या है? भाजपा की ‘‘डबल इंजन’’ सरकार अपनी गलतियों को सुधारने और यह सुनिश्चित करने के लिए क्या कर रही है कि हमारे युवाओं को फिर कभी इस तरह के अन्याय का सामना न करना पड़े? (भाषा)
मुंबई, 31 मार्च। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आज के युवा सरकारी नौकरियों के पीछे नहीं भागते बल्कि वे नौकरियां देते हैं।
उन्होंने शनिवार रात उत्तरी मुंबई लोकसभा क्षेत्र के मलाड उपनगर में आदर्श कल्याण एसोसिएशन के निवासियों की सभा को संबोधित करते हुए यह कहा। गोयल उत्तरी मुंबई लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
इस लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के निवर्तमान सदस्य गोपाल शेट्टी ने भी सभा को संबोधित किया और आवासीय परिसर के सदस्यों से गोयल को वोट देने का अनुरोध किया।
गोयल ने कहा, ‘‘आज के युवक-युवतियां सरकारी नौकरियों के पीछे नहीं भागते, बल्कि वे अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरी देने वाले बन रहे हैं। आज के युवा नए प्रयोग और नवोन्मेष के जरिए देश को आगे बढ़ा रहे हैं।’’
वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 10 साल में भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए। उन्होंने सभी क्षेत्रों में सुशासन लाने का प्रयास किया। वे गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं लाए।’’
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं से शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में लाने के लिए काम किया।
उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत एक विकसित देश बन जाएगा और इसकी 10 गुना बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 मार्च। मध्य दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के नेताओं की एक रैली के मद्देनजर दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने कोई मार्च न निकालने, कोई ट्रैक्टर-ट्रॉली न लाने और कोई हथियार न लाने समेत कुछ शर्तों के साथ रैली करने की अनुमति दी है।
राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव समेत ‘इंडिया’ गठबंधन के शीर्ष नेताओं के इस रैली में शामिल होने की संभावना है।
यह रैली ऐसे वक्त में आयोजित की जा रही है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है और विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि रैली को अनुमति दी गयी है लेकिन डीडीयू मार्ग पर निषेधाज्ञा आदेश लागू रहेगा जहां राजनीतिक दलों के कार्यालय स्थित हैं।
उन्होंने बताया कि रामलीला मैदान से कोई मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी गयी है और अगर कोई उल्लंघन होता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं ताकि आम जनता को रैली के कारण कोई असुविधा न हो।’’
उन्होंने बताया कि रामलीला मैदान के समीप यातायात और पार्किंग की व्यवस्था के लिए यातायात पुलिस को तैनात किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि रामलीला मैदान तथा दीनदयाल उपाध्याय मार्ग समेत मध्य दिल्ली के अन्य हिस्सों के आसपास अर्द्धसैन्य बलों की करीब 12 टुकड़ी तैनात की गई हैं।
प्रशासन ने रैली के लिए 20,000 लोगों को आने की अनुमति दी है लेकिन पुलिस को यह संख्या 30,000 के पार जाने का अनुमान है।
आम आदमी पार्टी (आप) के सूत्रों ने दावा किया कि एक लाख के आस-पास लोग जुट सकते हैं जो रामलीला मैदान में लोगों के एकत्रित होने की पूर्ण क्षमता है।
एक अधिकारी ने बताया कि रामलीला मैदान में प्रवेश और निकासी के लिए सात द्वार बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन सात द्वार में से एक वीआईपी (अतिविशिष्ट व्यक्तियों) तथा एक मीडियाकर्मियों के लिए है।’’
उन्होंने बताया कि मैदान में आने वाले हर व्यक्ति की प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर तथा अन्य उपकरणों से जांच की जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं और एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया है जहां से वे रामलीला मैदान में गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं।(भाषा)
नारायणपुर, 31 मार्च। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने लौह अयस्क की ढुलाई कर रहे चार ट्रक में आग लगा दी। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
उसने बताया कि शनिवार देर रात हुई इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने एक निजी कंपनी को आवंटित आमदई घाटी खदान से लौह अयस्क की ढुलाई कर रहे चार ट्रक को ओरछा-नारायणपुर मार्ग पर छोटेडोंगर पुलिस थाने के पास रोक लिया।
उसने बताया कि नक्सलियों ने चालकों को ट्रक से उतरने को कहा और उसके बाद वे वाहनों को आग लगाकर फरार हो गए।
अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक ट्रक जलकर खाक हो चुके थे।
नक्सली लंबे समय से आमदई घाटी खदान परियोजना का विरोध कर रहे हैं और वे पहले भी यहां काम में लगे वाहनों में आगजनी कर चुके हैं।
नारायणपुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां आम चुनाव के पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)