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पटना, 30 दिसंबर । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद शनिवार की शाम पटना पहुंचे। पटना हवाई अड्डा पर पहुंचने के बाद उनका भव्य स्वागत किया गया। नीतीश कुमार के साथ पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह भी रहे।
हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री के बतौर अध्यक्ष लौटने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। समर्थकों ने जमकर नीतीश कुमार के समर्थन में नारे लगाए।
पटना हवाई अड्डा से बाहर निकलने के बाद गाड़ी पर बैठकर मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल गए। नीतीश के पटना पहुंचने के दौरान सबसे गौर करने वाली बात थी कि उनके साथ पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह भी रहे।
कहा जा रहा है कि इन दोनों नेताओं के साथ आने का मकसद यह जताना है कि नीतीश कुमार की ललन सिंह से कोई नाराजगी नहीं है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और खुद नीतीश के नाम का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद नीतीश के हाथ में पार्टी की कमान सौंप दी गई। (आईएएनएस)
अयोध्या (उप्र), 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को सुबह भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या पहुंचे, जहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई प्रमुख नेताओं ने उनका स्वागत किया।
अयोध्या पहुंचने के बाद मोदी हवाई अड्डे से ही ‘अयोध्या धाम’ रेलवे स्टेशन के लिए एक रोडशो पर निकले, जहां विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने सड़कों के दोनों तरफ खड़े होकर प्रधानमंत्री का हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उनकी तस्वीर भी लेते दिखे।
इससे पहले, अयोध्या हवाई अड्डे पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेताओं ने स्वागत किया।
मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री को अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत करते हुए एक तस्वीर साझा की और एक पोस्ट में कहा, ‘‘आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का श्री अयोध्या धाम में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।’’
एक अन्य पोस्ट में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आपके यशस्वी और दूरदर्शी नेतृत्व में अयोध्या धाम की विरासतों को संरक्षित व संवर्धित करते हुए उसके समग्र विकास की यात्रा अविराम जारी है। आपका हार्दिक आभार एवं अभिनंदन।’’
अयोध्या पहुंचने के बाद मोदी हवाई अड्डे से ही एक रोड शो पर निकले। इस दौरान सड़क के दोनों ओर हजारों लोगों की भीड़ प्रधानमंत्री की एक झलक पाने को बेताब दिखी। मोदी का कारवां रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ा। सुरक्षाकर्मियों से घिरे मोदी सड़कों के दोनों ओर उमड़े लोगों का उत्साह देखकर खुद को रोक नहीं पाये और अपने वाहन का दरवाज़ा खोला और हाथ हिलाकर उत्साहित जनता का अभिवादन किया। फिर वह वाहन पर खड़े होकर ही लोगों के अभिवादन का जवाब देते नजर आए।
लोग उनके काफिले पर पुष्प वर्षा कर रहे थे। मोदी ने सफेद कुर्ता, सदरी और पहना हुआ था और नीले रंग का एक दुशाला ले रखा था। रोड शो के रास्ते में बीच-बीच में साधु संत भी अलग-अलग मंचों से उनका स्वागत करते देखे गये।
बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे दिवंगत हामिद अंसारी के पुत्र इकबाल अंसारी ने अपने परिजनों के साथ अयोध्या में पांजी टोला के सामने अपने घर के सामने मोदी पर पुष्प वर्षा की। इकबाल अंसारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि ‘‘वो सबके प्रधानमंत्री हैं, उनके कार्यकाल में अयोध्या में विकास हुआ। पूरे समाज ने मोदी का स्वागत किया, उनका फूल बरसाकर स्वागत किया और जो अयोध्या आता है वो हमारा मेहमान है।’’
रोड शो के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक मंडलियों ने भी प्रस्तुति दी। तुलसीदास कृत रामचरित मानस की चौपाई सुनाते संस्कृतिकर्मी मोदी का स्वागत कर रहे थे। रास्ते भर मोदी-मोदी के नारों के साथ ही ‘जय श्री राम’ की गूंज सुनी गयी। मोदी के रोडशो के लिए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी है।
लता मंगेशकर चौक पर भी साधु-संतों ने मोदी पर पुष्पवर्षा की और उन्होंने आशीर्वाद भी दिया। आज अयोध्या का श्रृंगार काफी अद्भुत था। जिसने भी देखा, यह श्रृंगार देख मनमोह उठा। रास्ते-रास्ते में बने तोरण द्वार और संत-साधु और आमजन ने अपने मन में भी मोदी को बसा लिया।
गौरतलब है कि लता मंगेशकर के जन्मदिवस पर 28 सितंबर 2022 को लता मंगेशकर चौक का उद्घाटन किया गया था। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल तरीके से और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में मौजूद थे। यहां 14 टन वजनी व 40 फुट लम्बी वीणा लगाई गई है। शनिवार को यहां वीणा के पास पहली बार पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाव विभोर हो गए। उन्होंने वीणा को निहारकर यहां की अलौकिक छवि का दीदार किया।
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के लोकार्पण के उपरांत मोदी ने ट्रेन के कोच में जाकर बच्चों से संवाद भी किया। बच्चों के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। किसी ने मोदी को कविताएं सुनाई तो किसी ने अपने संस्मरण भी बताए।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे स्टेशन के बारे में मोदी को बारीकी से जानकारी दी। मोदी जब ट्रेनों को हरी झंडी दिखायी तो ट्रेन के अंदर बैठे बच्चे व यात्री जन भी जय श्री राम, जय-जय सियाराम का उद्घोष करने लगे। (भाषा)
मोतिहारी (बिहार), 30 दिसंबर। कबाड़ घोषित विमान को लखनऊ से असम ले जा रहा ट्रक बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक पुल के नीचे फंस गया, जिसकी वजह से सड़क पर भारी जाम लग गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे मोतिहारी के पिपरा कोठी के समीप हुई।
मोतिहारी (सदर) के सहायक पुलिस अधीक्षक राज ने बताया, ‘‘ एक ट्रक पर लखनऊ से असम ले जाया जा रहा कबाड़ घोषित विमान मोतिहारी में पिपरा कोठी पुल के नीचे फंस गया, जिसकी वजह से सड़क पर भारी जाम लग गया। विमान का अगला हिस्सा पुल के नीचे से गुजर गया था लेकिन पिछला हिस्सा फंस गया। पिपराकोठी पुलिस, अन्य ट्रक चालकों और स्थानीय लोगों की सहायता से हम कुछ घंटों के बाद विमान को पुल के नीचे से निकालने में सफल रहे, जिसके बाद मार्ग पर यातायात बहाल हो गया।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘ ट्रक चालक पुल की ऊंचाई का अंदाजा लगाने में विफल रहा, जिसकी वजब से विमान फंसा।’’
घटना का एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें पैदल चलने वाले और बाइक सवार लोग पुल के नीचे फंसे विमान की वजह से बंद हुई सड़क के लिए वैक्लपिक मार्ग तलाशने का प्रयास कर रहे हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को 2024 के लिए सरकार के वार्षिक कैलेंडर का अनावरण किया। इसमें अयोध्या सहित देशभर के तीर्थस्थलों के विकास को शामिल किया गया है।
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के लिए प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा।
ठाकुर ने कहा कि कैलेंडर पिछले लगभग 10 वर्ष में सरकार की उन उपलब्धियों को प्रदर्शित करता है जिनका लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।
मंत्री ने कहा, ‘‘2023 अब खत्म हो रहा है और 2024 हमारे लिए नयी संभावनाएं लेकर आ रहा है। दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। दुनिया नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रही है। ऐसा पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदान किए गए नेतृत्व और उनकी सरकार की उपलब्धियों के कारण है।’’
ठाकुर ने कहा कि कैलेंडर आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की प्रगति, विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, कूटनीति जैसे क्षेत्रों में पहल और युवाओं, गरीबों, महिलाओं और किसानों के लाभ के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘तारीखें और महीने बदल गए, साल बीत गए लेकिन एक चीज जो नहीं बदली है वह है काम के प्रति हमारी प्रतिबद्धता, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, विकसित भारत का संकल्प और यही कारण है कि देश आज ‘भरोसा बरकरार, मोदी सरकार’ का नारा बुलंद कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही ने भारत को आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की स्थिति तक पहुंचाया है।
ठाकुर ने राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में ‘हमारा संकल्प, विकसित भारत’ विषय पर एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। (भाषा)
कोप्पल (कर्नाटक), 30 दिसंबर। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को कहा कि उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अभी तक नहीं मिला है और निमंत्रण मिलने के बाद वह इस पर विचार करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इस भव्य समारोह के लिए देश की कई प्रतिष्ठित हस्तियों और राजनीतिज्ञों को आमंत्रित किया है।
जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण मिला है तो सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, 'अभी तक तो उन्हें निमंत्रण नहीं मिला। अगर निमंत्रण मिलता है तो मैं इस पर विचार करूंगा।'
कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा था कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं, इसका फैसला पार्टी "उचित समय" पर करेगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि गांधी और खरगे को समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने कहा था, "कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है। उचित समय पर फैसला किया जाएगा और उचित समय पर जानकारी दी जाएगी।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर। केंद्र सरकार ने दिव्यांग लोगों के लिए रेल यात्रा को और सुविधाजनक बनाने के लिए मसौदा दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें रेलवे स्टेशन और ट्रेन में बेहतर सुविधाएं सुलभ कराने के साथ ही 'टेक्स्ट-टू-स्पीच' (ऐसा फीचर जिसमें कोई व्यक्ति स्क्रीन पर लिखता है, तो इसे श्रव्य ध्वनि के रूप में बदल दिया जाता है ताकि दूसरे लोग इसे सुन सकें) और उपयोगकर्ता के अनुकूल ‘चित्रलेख’ या ‘चित्र वाले चार्ट’ जैसी तकनीक आधारित सुविधाएं उपलब्ध कराने की जरूरत पर जोर दिया गया है।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने रेल का इस्तेमाल करने वाले दिव्यांग लोगों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए प्रस्तावित दिशानिर्देशों पर हितधारकों और जनता से 29 जनवरी तक टिप्पणियां, आपत्तियां और सुझाव देने के लिए कहा है।
प्रस्तावित दिशानिर्देश में 'दिव्यांगजनों' के लिए समर्पित एक वेबसाइट की आवश्यकता का भी उल्लेख किया गया है जो उन्हें सभी सुविधाओं तक पहुंच बनाने में मदद करे।
मसौदा दिशानिर्देशों के मुताबिक, ये सुविधाएं दुनिया के दूसरे देशों में प्रयोग की जा रही सुविधाओं के सिद्धांतों पर आधारित होंगी और वेबसाइट, वर्ल्ड वाइड वेब दिशानिर्देशों के अनुरूप होगी, जिसमें 'टेक्स्ट-टू-स्पीच' और ‘चित्रलेख’ जैसी सुविधाएं मौजूद होंगी।
मसौदे में दिव्यांग जनों के लिए एक समर्पित मोबाइल ऐप और 'वन-क्लिक टेम्पलेट' बनाना भी शामिल है, जो स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेन में भी उनके लिए उपलब्ध सभी जानकारी और सुविधाओं को प्रदर्शित करेगा।
सभी स्टेशनों पर रोशनीयुक्त संकेत बोर्ड लगाने का प्रस्ताव भी दिया गया है जिसमें ‘ब्रेल संकेत’ भी होंगे। दिव्यांगजनों के साथ प्रभावी संचार सुनिश्चित करने के लिए काउंटर पर बैठने वाले कर्मियों को सांकेतिक भाषा में प्रशिक्षित किया जाएगा।
दिशानिर्देशों में दिव्यांगनों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशनों व ट्रेन में प्रवेश और निकास को सुलभ बनाने, रैंप व रेलिंग लगाने और स्पष्ट साइन बोर्ड के साथ पार्किंग की सुविधा को आसान बनाने की सिफारिश की गई है।
मसौदा दिशानिर्देशों के मुताबिक, 'दिव्यांगजन सहायकों' के नाम से कम ऊंचाई वाले टिकट काउंटर और सहायता बूथ भी प्रस्तावित किए गए हैं।
इन दिशानिर्देशों में प्लेटफार्मों पर बिना किसी रुकावट वाले क्षेत्र बनाने, सुलभ शौचालय, पेयजल बूथ व ‘फुट-ओवर ब्रिज’ बनाने पर भी जोर दिया गया है। दिशानिर्देशों में प्लेटफार्मों पर सुलभ लिफ्ट सुविधा और रोशनी के बेहतर प्रबंधन की जरूरत का जिक्र किया गया है। (भाषा)
अयोध्या (उप्र), 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या के पुरातन वैभव और विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।
मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण (नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह) का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में यह उत्साह, यह उमंग बहुत स्वाभाविक है।'
रैली को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की केन्द्र व राज्य सरकार की 46 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस बीच शंखनाद की ध्वनि और 'राम राम-जय जय राजाराम' भजन से वातावरण गूंज उठा।
इसके पहले मोदी ने अयोध्या पहुंचने पर हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक एक रोड शो किया और पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया और दो अमृत भारत और छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया।
हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम रखा गया है। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी। महर्षि वाल्मीकि के बहुत सारे अनुयायी हैं, जिनमें विशेष रूप से दलित समुदाय के लोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने अयोध्या में अपने स्वागत और रोड शो की चर्चा करते हुए कहा कि 'भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। हम सभी का ये उत्साह, ये उमंग अयोध्या की सड़कों पर भी पूरी तरह नजर आ रहा था।' मोदी ने 15 हजार करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि के नाम पर बने आधुनिक अंतरराष्ट्रीय विमानतल के अपने द्वारा किये गए लोकार्पण की चर्चा करते हुए कहा, 'यहां विकास की भव्यता दिख रही है तो कुछ दिन बाद यहां विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है।' मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि 'यही विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।'
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों गिनाते हुए कहा, 'एक समय था जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं देश के चार करोड़ गरीबों को मिला है।'
मोदी ने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी में इतनी ताकत इसलिए है क्योंकि मोदी जो कहता है, उसे पूरा करने के लिए अपना जीवन खपा देता है। दिन और रात एक कर देता है। अयोध्या नगरी इस बात की साक्षी है।’’
उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए।
अपने संबोधन के दौरान मोदी ने भीड़ से सियावर राम चंद्र का नारा लगवाने के साथ 30 दिसंबर की तारीख को ऐतिहासिक तारीख करार देते हुए कहा कि इसी तारीख 1943 में नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) ने अंडमान में झंडा फहराकर आजादी का जयघोष किया था और आज इस पावन दिवस पर आजादी के अमृत काल के संकल्प को आगे बढ़ा़ रहे हैं।
मोदी ने 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास की चर्चा करते हुए कहा, 'अयोध्या नगरी से नयी ऊर्जा मिल रही है। आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे।'
शनिवार को हरी झंडी दिखाने वाली ट्रेनों पर मोदी ने कहा कि वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत ट्रेनों की त्रिशक्ति भारतीय रेलवे का कायाकल्प करने जा रही है।
विकास परियोजनाओं के लिए अयोध्या वासियों को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि 'दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नयी ऊंचाई पर पहुंचना है तो उसे अपनी विरासत को सहेजना होगा।'
मोदी ने कहा, 'हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है। हमें सही मार्ग दिखाती है, इसलिए आज का भारत पुरातन व नूतन, दोनों को आत्मसात करते आगे बढ़ रहा है।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज भारत अपने तीर्थों को तो संवार ही रहा है, डिजिटल तकनीक की दुनिया में भी छाया हुआ है। आज भारत काशी विश्वनाथ धाम के साथ ही देश में 30 हजार पंचायत भवन भी बनवा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'हम चांद, सूरज और समुद्र की गहराइयों को नाप रहे हैं तो अपनी पौराणिक मूर्तियों को भी भारत वापस ला रहे हैं। आज के भारत का मिजाज अयोध्या में स्पष्ट दिखता है। आज यहां प्रगति का उत्सव है और कुछ दिन बाद यहां परंपरा का भी उत्सव होगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे खुशी है कि अयोध्या हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया है। प्रभु श्री राम के अस्तित्व से महर्षि ने परिचित कराया। राम ने उनके लिए कहा था- तुम त्रिकालदर्शी मुनि नाथा-- अर्थात हे मुनि आप त्रिकालदर्शी हैं और संपूर्ण विश्व आपके लिए हथेली पर रखे हुए बेर के समान है।'
उन्होंने कहा कि 'त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर अयोध्या धाम का नाम यहां आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा।'
मोदी ने कहा, 'प्राचीन काल में अयोध्या का वर्णन महर्षि वाल्मीकि ने विस्तार से किया है। वाल्मीकि जी बताते हैं कि महान अयोध्या पुरी धन धान्य से परिपूर्ण व आनंद से भरी हुई थी। अयोध्या में विज्ञान व वैराग्य तो था ही उसका वैभव शिखर पर था।'
मोदी ने कहा, 'आने वाले समय में अयोध्या नगरी, अवध क्षेत्र ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश के विकास को यह दिशा देने वाली है।
सभा को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी संबोधित किया। सभा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे। (भाषा)
जयपुर, 30 दिसंबर। राजस्थान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 21 विधायकों व चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी ने शनिवार को मंत्री पद की शपथ ली जिनमें से 12 को कैबिनेट, पांच को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व पांच को राज्यमंत्री बनाया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में विधायकों को पद व गोपनीयता दिलाई।
जिनको मंत्री बनाया गया है उनमें सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी भी शामिल हैं जो करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर पांच जनवरी को मतदान होना है।
कैबिनेट मंत्रियों में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबूलाल खराड़ी, मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैयालाल चौधरी व सुमित गोदारा शामिल हैं।
वहीं विधायक संजय शर्मा, गौतम कुमार, झाबर सिंह खर्रा, हीरालाल नागर को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई है। इसके अलावा विधायक ओटाराम देवासी, डॉ. मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, के के बिश्नोई व जवाहर सिंह बेढम ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
उल्लेखनीय है कि राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किया गया था। भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ नवनिर्वाचित विधायक दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।
राज्य की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर अब पांच जनवरी को मतदान होगा। यहां भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री सुरेंद्रपाल उम्मीदवार हैं तो कांग्रेस ने कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। (भाषा)
अयोध्या (उप्र), 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के नागरिकों से 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आने की अपील करते हुए कहा कि (राम लला का प्राण प्रतिष्ठा का) कार्यक्रम विधिपूर्वक हो जाने के बाद, वे अपनी सुविधा के अनुसार अयोध्या आएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जनवरी के राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले शनिवार को अयोध्या का दौरा किया और एक रैली को संबोधित किया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माणाधीन है, जिसका प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा जिसमें मोदी शामिल होंगे।
मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'मेरी सभी देश वासियों से एक करबद्ध प्रार्थना है कि 22 जनवरी को अयोध्या आने का मन न बनाएं। हर किसी की इच्छा है कि 22 जनवरी का साक्षी बनने के लिए वे (लोग) स्वयं अयोध्या आएं लेकिन आप भी जानते हैं कि हर किसी का आना संभव नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'अयोध्या में सबका पहुंचना बहुत मुश्किल है, इसलिए देश भर के राम भक्तों को, विशेषकर उत्तर प्रदेश के राम भक्तों से हाथ जोड़कर प्रणाम के साथ प्रार्थना है, आग्रह है कि 22 जनवरी को विधि पूर्वक कार्यक्रम हो जाने के बाद 23 जनवरी के बाद अपनी सुविधा के अनुसार अयोध्या आएं। अयोध्या आने का मन 22 जनवरी को न बनाएं।'
सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मोदी ने कहा, 'प्रभु राम जी को तकलीफ हो, ऐसा हम भक्त कर नहीं सकते। प्रभु श्री राम जी पधार रहे हैं तो हम भी कुछ दिन इंतजार करें। साढ़े पांच सौ साल इंतजार किया है तो कुछ दिन और इंतजार करें। इसलिए सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज से मेरी आप सबसे बार-बार प्रार्थना है कि कृपा करके आप प्रभु राम के दर्शन, अयोध्या का नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर आने वाले सदियों तक दर्शन के लिए उपलब्ध है।'
उन्होंने यह भी कहा, 'मैं 140 करोड़ देशवासियों से अयोध्या की इस पवित्र भूमि से प्रार्थना कर रहा हूं, प्रभु राम की नगरी से प्रार्थना कर रहा हूं कि आप 22 जनवरी को जब अयोध्या में प्रभु राम विराजमान हों तो अपने घरों में भी श्रीराम ज्योति जलाएं, दीपावली मनाएं। शाम पूरे हिंदुस्तान में जगमग जगमग होनी चाहिए।'
उन्होंने खासतौर से अयोध्या वासियों से देश दुनिया के अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार होने की अपील की। मोदी ने अयोध्या को स्वच्छ बनाने का अनुरोध किया और देश भर के लोगों से प्रार्थना की कि भव्य राम मंदिर निर्माण से पहले देश के सभी तीर्थ स्थलों पर 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाए।
उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदमकद ‘कटआउट’ के साथ ‘सेल्फी बूथ’ स्थापित करने को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि लोग सुलभ रेल यात्रा चाहते हैं या ‘शहंशाह के बुत’ के साथ तस्वीर।
गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ ‘गरीबों की सवारी’ भारतीय रेल के हर वर्ग का किराया बढ़ाया गया। किराए में बुजुर्गों को मिलने वाली छूट तक खत्म कर दी गयी, प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ाए गए, निजीकरण के द्वार खोल दिये गए।’’
कांग्रेस नेता ने लिखा, ‘‘जनता की मेहनत की कमाई से निचोड़ा जा रहा यह पैसा क्या ‘‘सेल्फी स्टैंड’’ बनाने के लिए था। भारत की जनता को क्या चाहिए। सस्ता गैस सिलेंडर एवं सुलभ रेल यात्रा या फिर ‘शहंशाह के बुत’ के साथ तस्वीर।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कुछ दिन पहले कहा था कि रेलवे स्टेशनों पर मोदी की तस्वीरों के साथ सेल्फी बूथ स्थापित करना करदाताओं के पैसे की ‘‘बर्बादी’’ है जबकि विपक्षी (दलों के शासन वाले) राज्य मनरेगा निधि का इंतजार कर रहे हैं।
खरगे ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत प्राप्त उत्तर की एक प्रति भी साझा की थी, जिसमें मध्य रेलवे के तहत उन स्टेशनों को सूचीबद्ध किया गया है जहां अस्थायी और स्थायी सेल्फी बूथ स्थापित किए गए हैं। (भाषा)
पटना, 30 दिसंबर। जदयू के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह 'ललन' ने शनिवार को उन मीडिया संगठनों के खिलाफ मुकदमा करने का संकल्प लिया जिन्होंने ऐसी खबरें दी थीं कि उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं राजद नेता तेजस्वी यादव के पक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विद्रोह की साजिश रची है।
ललन ने इस आशय का एक बयान ऐसे समय जारी किया, जब एक दिन पहले ही उन्होंने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
कड़े शब्दों में दिए गए बयान में आरोप लगाया गया है कि "एक प्रमुख समाचार पत्र और कुछ समाचार चैनल" की खबर ‘‘पूरी तरह से भ्रामक, झूठी और मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य वाली’’ थी।
उन्होंने कहा कि इन खबरों में किए गए दावे के विपरीत कि 20 दिसंबर को उन्होंने बिहार के एक मंत्री के आवास पर जदयू के कुछ विधायकों की बैठक में हिस्सा लिया था, "मैं माननीय मुख्यमंत्री के साथ ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली में था।। मैंने बाद में शाम को उनके दिल्ली आवास पर पार्टी सांसदों की एक बैठक में भी हिस्सा लिया।’’
ललन की नीतीश कुमार के साथ मित्रता यहां के राजनीतिक हलकों में जगजाहिर है। ललन ने आरोप लगाया कि खबरों के जरिये ‘‘मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और पिछले 37 वर्षों में विकसित हुए हमारे संबंधों पर सवालिया निशान खड़ा करने" की कोशिश की गई है।
मुंगेर से सांसद ललन ने दावा किया, ‘‘सच्चाई यह है कि मैंने अपना इस्तीफा केवल अपने लोकसभा क्षेत्र में अपनी व्यस्तताओं के कारण दिया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जद(यू) नीतीश कुमार के नेतृत्व में मजबूती से खड़ा है और हमारे सभी आलोचक धूल चाटेंगे।"
उन्होंने कहा कि दिल्ली से लौटने पर, जहां जदयू ने शुक्रवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठकें कीं, "मैं ऐसे सभी मीडिया घरानों को कानूनी नोटिस भेजूंगा और इनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।’’ (भाषा)
कटरा/जम्मू, 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को नयी दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के कटरा के बीच दूसरी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उम्मीद जताई कि अगले वर्ष की शुरुआत में कश्मीर और कन्याकुमारी के बीच रेल संपर्क शुरू हो सकता है।
कटरा के एक कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को नववर्ष पर उपहार के रूप में दूसरी वंदे भारत ट्रेन मिलने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिए कार्य की मोदी की प्रतिबद्धता के कारण ही यह संभव हो पाया।
उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा, 'आने वाले महीनों में प्रधानमंत्री लोगों को कश्मीर-कन्याकुमारी रेल संपर्क समर्पित करेंगे। सिर्फ जम्मू-कश्मीर के लोग ही नहीं बल्कि पूरा देश इस ऐतिहासिक परियोजना के पूरा होने का इंतजार कर रहा है।'
वंदे भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने से पहले सिन्हा कटरा रेलवे स्टेशन पर एक कार्यक्र को संबोधित कर रहे थे।
अधिकारियों के मुताबिक, उधमपुर श्रीनगर बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) का 111 किलोमीटर निर्माणाधीन कटरा-बनीहाल खंड अगले चार महीनों के भीतर पूरा हो सकता है।
सिन्हा ने हरी झंडी दिखाने से पहले कहा, 'आज (शनिवार) प्रधानमंत्री ने कटरा के श्री माता वैष्णो देवी से नयी दिल्ली तक के लिए वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाई जाने वाली छह वंदे भारत ट्रेनों में से एक है। जम्मू-कश्मीर के लिए यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन होगी। यह इस केंद्र शासित प्रदेश को विकसित करने की मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।'
उपराज्यपाल ने कहा, अगस्त 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क में सुधार देखा गया है।
उन्होंने कहा, 'पहली वंदे भारत ट्रेन को अक्टूबर 2019 में कटरा और नयी दिल्ली के बीच हरी झंडी दिखाई गयी थी और अब तक 94 लाख तीर्थयात्री वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन कर चुके हैं और इस साल के अंत तक तीर्थयात्रियों की संख्या 95 लाख को पार करने की संभावना है, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक है।'
सिन्हा ने कहा कि अमृत भारत योजना के तहत 6,003 करोड़ रुपये से जम्मू, बडगाम और उधमपुर रेलवे स्टेशनों को उन्नत बनाने का काम तेज गति से चल रहा है जबकि जम्मू क्षेत्र के कई अन्य स्टेशनों को भी उन्नत बनाया जा रहा है। (भाषा)
नोएडा (उप्र), 30 दिसंबर । नोएडा में बिजली विभाग के पांच कर्मचारियों के खिलाफ दो व्यक्तियों से मारपीट करने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि पीड़ित आम आदमी पार्टी (आप) का जिला सचिव और उनका भतीजा है।
थाना जारचा के प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि रिंकू राणा ने बीती रात को थाने में शिकायत दर्ज करायी कि वह अपने भतीजे रचित राणा के साथ प्यावली बिजली घर पर बिजली का बिल जमा करने गए थे और उन्होंने वहां मौजूद बिजली विभाग के कर्मचारियों से बिजली का कनेक्शन जोड़ने के लिए कहा था।
उन्होंने बताया कि इस बीच कर्मचारियों ने उनसे बदतमीजी करनी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने तथा उनके भतीजे ने इस बात का विरोध किया तो वहां खड़े बिजली विभाग के कर्मचारी रिंकू, नागेंद्र, प्रदीप, कृष्ण और उनके अन्य साथियों ने दोनों के साथ बुरी तरह मारपीट की।
थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के अनुसार विरोध करने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित के अनुसार शोर सुनकर वहां से गुजर रहे लोगों ने उनकी जान बचाई।
उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बाबत एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोगों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों के प्रति काफी आक्रोश व्यक्त किया है।(भाषा)
अयोध्या (उप्र), 30 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अपने अयोध्या दौरे में लता मंगेशकर चौक के करीब स्थित एक मोहल्ले में उज्ज्वला योजना की 10 करोड़वीं लाभार्थी मीरा से उनके घर मुलाकात की और चाय पी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में रैली को संबोधित करते हुए स्वयं इस बात का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, 'आज मुझे उज्ज्वला गैस कनेक्शन की 10 करोड़वीं लाभार्थी के घर जाकर चाय पीने का अवसर मिला।'
उन्होंने उज्ज्वला योजना की वर्ष 2019 में बलिया से शुरुआत करने की याद दिलाते हुए कहा कि तब (विपक्ष द्वारा) इसका उपहास उड़ाया जाता था लेकिन उज्ज्वला योजना ने करोड़ों माताओं, बहनों का जीवन बदल दिया है।
शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी के आवास पर चाय पी और उनसे संक्षिप्त बातचीत की।
मोदी का यह कार्यक्रम पहले से निर्धारित नहीं था। ऐसे में प्रधानमंत्री के मीरा के घर अचानक पहुंचने पर पूरी बस्ती के लोग हैरान रह गए। उनके पहुंचने पर पूरा क्षेत्र मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। इस दौरान मोदी ने मीरा के हाथों की बनी चाय पी और कहा कि 'चाय अच्छी है, मगर थोड़ी मीठी हो गयी है।'
बयान में कहा गया कि इसके साथ ही मोदी ने परिवार व पूरी बस्ती का हाल-चाल जाना। मोदी लाभार्थी मीरा के परिवार वालों से भी मिले। इस दौरान मोदी ने योजना के लाभ के बारे में जानकारी ली। इस पर मीरा ने मोदी से कहा कि ‘‘मुझे नि:शुल्क गैस और आवास मिल गया है। वह बोलीं, 'पहले मेरा कच्चा घर था पर अब पक्का हो चुका है। आपके घर आने से बहुत खुशी हुई है।
इस मौके पर मोदी ने एक बच्चे को ऑटोग्राफ भी दिया। इसमें उन्होंने वंदे मातरम लिखा और स्थानीय बच्चों संग तस्वीर भी खिंचवाई। (भाषा)
जयपुर, 30 दिसंबर । राजस्थान मंत्रिमंडल का विस्तार शनिवार को किया गया। भजन लाल शर्मा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 15 दिन बाद राजस्थान में कुल 22 मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें 12 कैबिनेट मंत्री और एक महिला समेत 10 राज्य मंत्री बनाए गए।
जायल विधानसभा क्षेत्र से विधायक मंजू बाघमार एकमात्र महिला विधायक थी, जिन्होंने शनिवार को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री पद पर दीया कुमारी भी शामिल हैं।
करणपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को भी शपथ दिलाई गई। इस सीट पर 5 जनवरी को चुनाव है। इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गुरुमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया था, इसलिए चुनाव स्थगित कर दिया गया था। कांग्रेस ने कुन्नर के बेटे को टिकट दिया है।
इस बीच, नई कैबिनेट में सोशल इंजीनियरिंग समीकरणों को प्रतिबिंबित किया गया। सभी क्षेत्रों और समुदायों को मौका दिया गया। पुराने और नए के संतुलन को दर्शाते हुए, नए मंत्रिमंडल में वास्तव में लोकसभा चुनाव से पहले आदिवासी, एससी, एसटी, जाट, राजपूत, ब्राह्मण और ओबीसी से अनुभवी और नए चेहरे लाए गए।
मंत्रिमंडल में किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबूलाल खराड़ी, मदनलाल देलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, मालपुरा से कन्हैयालाल चौधरी और सुमित गोदारा शामिल हैं।
वहीं, राज्य मंत्री संजय शर्मा, गौतम कुमार, झाबर सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, हीरालाल नागर, ओटाराम देवासी, मंजू बाघमार (महिला), विजय सिंह चौधरी, केके विश्नोई और जवाहर सिंह बेदाम हैं। (आईएएनएस)
रायपुर, 30 दिसंबर। छत्तीसगढ़ में राम भक्तों के लिए संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ी घोषणा की।एक निजी होटल में आयोजित अभिनंदन समारोह में अग्रवाल ने कहा है कि पूरे प्रदेश की जनता अयोध्या पहुंच कर राम भगवान के दर्शन कर करेगी। इसके लिए उन्हें किसी प्रकार का शुल्क देना नहीं पड़ेगा, अगले महीने 25 जनवरी से 25 मार्च तक छत्तीसगढ़ के लोगों के अयोध्या जाने-आने का पूरा खर्च छत्तीसगढ़ सरकार उठायेगी।
रायपुर/बिलासपुर, 30 दिसंबर। एलपीजी, पेट्रोल और डीजल टैंकर ट्रक ड्राइवर शनिवार को अचानक हड़ताल पर जा बैठे। वे हिट एंड रन दुर्घटनाओं के मामले में नए दंडात्मक कानून के हालिया अधिनियमन का विरोध कर रहे हैं । यह हड़ताल सोमवार से तीन दिन होनी थी।
टैंकर ट्रक ड्राइवर, कंडक्टर ने पेट्रोल-डीजल और एलपीजी आपूर्ति स्थानों - आईओसी/बीपीसी लखोली टर्मिनल (रायपुर), आईओसी कोरबा टर्मिनल और बॉटलिंग प्लांट पर अचानक हड़ताल पर गए। कोई भी टैंकर ट्रक इन स्थानों पर रिपोर्टिंग नहीं कर रहा है और ड्राइवर ट्रकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहे हैं। इससे छत्तीसगढ़ में पेट्रोल पंप ड्राई होंगे। और आने वाले दिनों में पेट्रोल/डीजल/एलपीजी की आपूर्ति बाधित होगी।संभागीय खुदरा प्रमुख रायपुर आईओसीएल सह राज्य स्तरीय समन्वयक, तेल उद्योग अमित कुमार ने कहा है कि जिला प्रशासन को समस्या के समाधान के लिए आपूर्ति स्थानों को समर्थन देने और बाजार में एलपीजी/पेट्रोल/डीजल की किसी भी अप्रिय कमी को रोकने के लिए संवेदनशील बनाएं।
यह हड़ताल तत्काल खत्म होने की कोई संभावना नहीं है क्योकि तीन जनवरी तक तो पहले से ही तय है। ऐसे में सोमवार से किल्लत बढ़ सकती है ।
मुंबई, 30 दिसंबर । आस्ट्रेलियाई महिला टीम ने फोबे लिचफील्ड (63 रन) और एलिसे पैरी (50 रन) के अर्धशतकों की बदौलत शनिवार को यहां दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारत के खिलाफ आठ विकेट पर 258 रन बनाये।
भारत के लिए दीप्ति शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहीं जिन्होंने 10 ओवर में 38 रन देकर पांच विकेट झटके।
उनके अलावा पूजा वस्त्राकर, श्रेयांका पाटिल और स्नेह राणा ने एक एक विकेट लिये।
मैच का स्कोर इस प्रकार रहा-
आस्ट्रेलिया : फोबे लिचफील्ड का घोष बो पाटिल 63 एलिसा हीली बो वस्त्राकर 13 एलिसे पैरी का पाटिल बो शर्मा 50 बेथ मूनी पगबाधा बो शर्मा 10 तहलिया मैकग्रा बो शर्मा 24 एशले गार्डनर का अमनजोत कौर बो राणा 02 अनाबेल सदरलैंड का एवं बो शर्मा 23 जॉर्जिया वारेहैम का मंधाना बो शर्मा 22 अलाना किंग नाबाद 28 किम गार्थ नाबाद 11 अतिरिक्त : (लेग बाई 2, वाइड 10) 12 कुल : 50 ओवर में आठ विकेट पर 258 रन विकेट पतन : 1-40, 2-117, 3-133, 4-160, 5-170, 6-180, 7-216, 8-219 गेंदबाजी : रेणुका सिंह 7-0-36-0 पूजा वस्त्राकर 10-0-59-1 अमनजोत कौर 3-0-21-0 श्रेयांका पाटिल 10-0-43-1 स्नेह राणा 10-0-59-1 दीप्ति शर्मा 10-0-38-5 जारी (भाषा)
रायपुर, 30 दिसंबर। पुलिस मुख्यालय, छत्तीसगढ़ द्वारा ”छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल“ के उपरोक्त सीधी भर्ती प्रक्रिया वर्ष-2023 अन्तर्गत, 133 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु 06 अक्टूबर को जारी विज्ञापन के तारतम्य में छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाइट https://cgpolice.gov.in पर ऑनलाईन आवेदन-पत्र 01 जनवरी .2024 (सोमवार) प्रातः 10ः00 बजे से
ऑनलाइन आवेदन-पत्र भरने की अंतिम तिथि 15 फरवरी 2024 (गुरूवार) रात्रि 11.59 तक। इन पदों में आरक्षक (बैण्ड)“, ”आरक्षक (श्वान दल)“ ”सहायक प्लाटून कमाण्डर (नर्सिंग), प्रधान आरक्षक (नर्सिंग)“, ”मेल नर्स, फिमेल नर्स, लैब टेक्निशियन, फार्मासिष्ट, नर्सिंग असिस्टेंट, कम्पाउण्डर, ड्रेसर“ शामिल हैं।
रायपुर, 30 दिसंबर। अगले 72 घंटों के दौरान राजधानी में नववर्ष के आयोजन पर पुलिस और आबकारी विभाग की पैनी नजर रहेगी। उपायुक्त आबकारी विभाग जिला रायपुर के आदेश अनुसार जिले के सभी होटल, बार, क्लब और रेस्टोरेंट सभी 12 बजे तक ही खुले रखने की अनुमति हेगी। उसके बाद खुले पाए जाने पर संचालकों के ऊपर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस आदेश को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई , अनियमितता पर इन वृत के प्रभारी अधिकारी पर भी कड़ी कार्यवाही होगी।
रायपुर, 30 दिसंबर। सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत हसदेव अरण्य क्षेत्र में घाटबर्रा कोल परियोजना के तहत जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा 93 हेक्टेयर भूमि से लगभग 9 हजार से अधिक पेड़ों की कटाई प्रारंभ कर दिया गया है। हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलनकारियों के खिलाफ पुलिसिया कार्यवाही कर गिरफ्तार किया जा रहा है।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह के नेतृत्व में 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।
समिति में पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह संयोजक, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, डॉ. प्रीतम राम, भानूप्रताप सिंह, गुलाब कमरो, सफी अहमद, राकेश गुप्ता, भगवती राजवाड़े सदस्य है।
जांच समिति के सदस्यों को कहा गया है कि वे अविलंब प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थानीय ग्रामवासियों व प्रशासन के अधिकारियों से भेंट एवं चर्चा कर प्रकरण वस्तुस्थिति से अवगत होकर प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करें।
पेड़ पर लटकती मिली दोनों की लाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 30 दिसंबर। दुर्ग जिले के खोपली गांव में एक शादीशुदा प्रेमिका ने युवक के साथ फांसी लगा ली। आज सुबह दोनों की लाश पेड़ से लटकती देख लोगों ने पुलिस को खबर की। मृतकों की पहचान कोसल विश्वकर्मा और मीनाक्षी यादव के रूप में हुई है। दोनों ग्राम स्टेशन मरौदा के रहने वाले थे।
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह गांव के कोटवार ने पेड़ से लटकती लाश देखी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए दुर्ग जिला अस्पताल भेजा।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि मृतक कोसल और मीनाक्षी दोनों एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे। मीनाक्षी शादीशुदा और दो बच्चों की मां थी, वहीं कोसल कुंआरा था।
कोसल टाइल्स का काम करता था। मीनाक्षी भी कई बार उसके साथ काम पर जाती थी। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। दोनों शादी नहीं कर पाए तो अपने घर से 10-12 किलोमीटर दूर खोपली गांव पहुंचे और वहां फांसी पर झूल गए, दोनों के बीच काफी समय से प्रेम संबंध था। महिला पति से अलग मायके में रह रही थी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कल आकार ले लिया। तीन हफ्ते पहले चुनावी नतीजे आ चुके थे, एक पखवाड़े पहले मंत्री तय हो चुके थे, लेकिन उनके विभाग तय नहीं हुए थे। एक मुख्यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्री, कुछ 15 साल और अधिक मंत्री रह चुके मंत्री, इनके बीच हो सकता है कि विभागों का बंटवारा आसान न रहा हो, और यह भी हो सकता है कि तीन राज्यों में साथ-साथ, समानांतर चल रहे सरकार-गठन में कुछ चीजों को साथ रखकर देखा जा रहा हो, कुछ चीजों को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तय किया जा रहा हो। जो भी वजहें रही हों, किसी सरकार के गठन को बहुत तेज या बहुत धीमा कहना गलत होगा क्योंकि मामला पांच साल का रहता है। ये बातें हम लिख तो छत्तीसगढ़ के सिलसिले में रहे हैं, लेकिन ये बाकी राज्यों पर भी लागू होती हैं जहां पर अभी सरकार बन ही रही है। छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के विभागों के बाद हो सकता है कि अब सरकार की मर्जी के, या मंत्रियों की पसंद के बड़े अफसर भी बदले जाएं, और यह भी हो सकता है कि कुछ हफ्ते बाद के बजट को देखते हुए सरकार तब तक मौजूदा अफसरों को उनकी जगह पर बनाए भी रखे। इस बारे में हमारी कोई राय नहीं है जिसकी वजह से हम आज यहां लिख रहे हों।
लेकिन पांच बरस के लिए बनने वाली सरकार को लेकर प्रदेशों के तमाम सोचने वाले लोगों को कुछ फिक्र भी करनी चाहिए। फिक्र का मतलब सरकार को फिक्र में डालना नहीं है, क्योंकि लोकतंत्र में यह भी माना जाता है कि किसी सरकार को हंड्रेड-डे-हनीमून का मौका मिलना चाहिए। वह सौ दिन अपने हिसाब से काम कर सके, उसके बाद उसका मूल्यांकन किया जाना चाहिए। लोगों को याद होगा कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने थे, तो उन्होंने अपने तमाम मंत्रियों को सौ दिनों का लक्ष्य तय करने को कहा था, और उसे पूरा करने के लिए वे हर मंत्री के साथ अलग-अलग भी बैठते थे। लोकतंत्र में मीडिया और विपक्ष को भी अपना रोज का काम भी करना चाहिए, और सरकार को अपना कामकाज साबित करने के लिए सौ दिन का वक्त भी देना चाहिए। सरकार की रोजाना की निगरानी जरूरी है ताकि उसकी गलती या गलत काम को रोजाना सुधारा जा सके, लेकिन मूल्यांकन की हड़बड़ी सौ दिन के पहले नहीं करनी चाहिए, जिसमें से करीब तीस दिन तो छत्तीसगढ़ सरकार के निकल चुके हैं। आज के लोकतंत्र में विपक्ष और परंपरागत मीडिया से परे सोशल मीडिया पर जनता के चौकन्नेपन, और उसकी जागरूकता को भी एक नई लोकतांत्रिक ताकत मानना चाहिए जो कि कई बार विपक्ष से अधिक धारदार रहती है, और विपक्ष की तरह समझौतापरस्त नहीं रहती, मीडिया की तरह दबाव या प्रभाव में नहीं रहती। जनता आज सोशल मीडिया पर उसे मुफ्त में हासिल एक तकरीबन बेकाबू आजादी के चलते सत्ता या विपक्ष दोनों का पल-पल मूल्यांकन कर सकती है, करती है।
हम फिर से नई सरकार के गठन पर लौटें, तो हमारे पास किसी ब्रांड वाली कोई सिफारिश नहीं है, डॉक्टरी में इस्तेमाल होने वाली जेनेरिक दवाओं सरीखी सलाह जरूर है जो कि किसी भी सरकार के काम की हो सकती है, किसी भी प्रदेश में काम आ सकती है, या रद्दी की टोकरी में भी डाली जा सकती है। किसी भी नई सरकार को अपने चुनावी वायदों के प्रति ईमानदार रहते हुए पिछली विपक्षी सरकार के गलत कामों की अनिवार्य रूप से जांच करवानी चाहिए, क्योंकि विपक्ष में रहते हुए पार्टी कई तरह के आरोप लगाती है, और छत्तीसगढ़ में हमारा देखा हुआ है कि भाजपा ने बहुत से सुबूतों और दस्तावेजों के साथ कभी राज्यपाल को, तो कभी चुनाव आयोग को सिफारिशें की थीं, कभी ईडी को कागजात दिए थे। अब वक्त आ गया है कि भाजपा की सरकार बनने पर उसे ऐसे सभी मामलों की जांच करवानी चाहिए क्योंकि उसे जानकारी रहते हुए वह जांच न करवाए, ऐसा कोई विकल्प संवैधानिक शपथ उसे नहीं देती है।
जब सत्तारूढ़ पार्टी बदलती है, तो कुछ बुनियादी फर्क भी आता है। एक बार फिर छत्तीसगढ़ की मिसाल दें, तो पिछली कांग्रेस सरकार ने देश की भाजपा लीडरशिप वाली मोदी सरकार से सीबीआई की जांच शुरू करवाने का अधिकार वापिस ले लिया था। ऐसा कुछ दूसरी कांग्रेस सरकारों ने भी किया था, और गैरभाजपा सरकारों ने भी। अब छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसी नई भाजपा सरकारों से यह स्वाभाविक उम्मीद की जाती है कि वे देश की पुरानी परंपरा के मुताबिक केन्द्र सरकार को, मतलब सीबीआई को अपने राज्य में खुद होकर जांच शुरू करने की एक सामान्य इजाजत दे। छत्तीसगढ़ में यह काम मंत्रियों को विभाग बंटने के पहले भी हो सकता था, लेकिन अब तो यह हो ही जाना चाहिए। फिर कुछ दूसरे और टकराव भूपेश सरकार और मोदी सरकार के बीच चले आ रहे थे, वे मुद्दे सुप्रीम कोर्ट के रास्ते होते हुए अभी नई सरकार के सामने सवाल बनकर खड़े हैं। इनमें सबसे बड़ा मुद्दा बस्तर की झीरम घाटी के नक्सल हमले का है जिसकी एनआईए जांच से असहमत होते हुए भूपेश सरकार ने एक नई एफआईआर दर्ज की थी, और उसने सुप्रीम कोर्ट तक से अपने पक्ष में यह आदेश पाया था कि वह इस एफआईआर पर जांच कर सकती है। अब यह तो मोदी सरकार के मातहत काम करने वाली एनआईए के खिलाफ भूपेश सरकार की पहल थी, आज कोई वजह तो है नहीं कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार एनआईए से असहमत होकर वैसी कोई जांच जारी रखे। इस पर भी फैसला कानूनी और राजनीतिक दोनों पहलुओं से होगा क्योंकि झीरम की राज्य पुलिस से जांच बंद करवाने पर कांग्रेस इसे एक मुद्दा बना सकती है कि पिछली भाजपा सरकार के वक्त हुआ वह हमला एक साजिश थी, और इसलिए आज की सरकार उसे बंद कर रही है। लोकतंत्र में फैसले कानूनी, राजनीतिक, और प्रशासनिक, कई पहलुओं से लिए जाते हैं, और झीरम का फैसला वैसा ही रहेगा।
छत्तीसगढ़ में पिछले पांच बरस में ईडी और इंकम टैक्स ने राज्य सरकार, इसके कई अफसर, इसके कई नेताओं के खिलाफ कई किस्म के नोटिस निकाले हैं, गिरफ्तारियां की हैं, संपत्ति जब्त की है, और भूपेश सरकार के खिलाफ बहुत ही गंभीर अपराधों के आरोप अदालत में पेश किए हैं। अब विष्णुदेव साय की सरकार को यह भी तय करना होगा कि सरकार और राज्य के जो लोग ऐसे कथित जुर्म से जुड़े हुए थे, उनमें शामिल थे, जिनके खिलाफ केन्द्र से राज्य को कार्रवाई के लिए लिखा जा चुका था, उन मामलों में क्या किया जाए? क्योंकि ईडी और आईटी की कार्रवाई कुछ धाराओं के तहत ही होती है, इन दोनों एजेंसियों के लगाए गए आरोपों में बहुत किस्म के जुर्म ऐसे दिखाई पड़ते हैं जो कि इनके अपने अधिकार क्षेत्र में नहीं आते। अपने अधिकार के दायरे को तो इन्होंने अदालत में पेश किया है, राज्य सरकार को लिखा है, लेकिन उन्हीं सुबूतों से भारत के कानून के तहत कई और जुर्म हैं जिनकी जांच राज्य अपनी एजेंसी से भी करवा सकता है, और चाहे तो उन्हें सीबीआई को भी दे सकता है। हमारा ख्याल है कि नए मंत्रिमंडल को ऐसे कानूनी पहलुओं पर प्राथमिकता के आधार पर गौर करना होगा क्योंकि कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव का माहौल बनने लगेगा, और उसके करीब आने पर लिए गए ऐसे फैसले चुनावी-राजनीतिक असुविधा भी पैदा कर सकते हैं, और बदनीयत के आरोपों को भी न्यौता दे सकते हैं।
हम सैद्धांतिक रूप से इस बात के हिमायती हैं कि किसी भी सरकार को पिछली किसी सरकार या किसी नेता पर लगे आरोपों को अनदेखा करने का हक नहीं होना चाहिए। संविधान की जो शपथ लेकर सरकार बनती है, तो वह ऐसी हर जांच के लिए जवाबदेह भी होती है। अगर पिछली सरकार के जुर्म भूलकर सिर्फ आगे काम करने की बात होगी, तो फिर लोकतंत्र में किसी गलत काम पर कार्रवाई हो ही नहीं पाएगी। इसलिए सत्तारूढ़ पार्टी को अपने पिछले आरोपों के साथ भी खड़े रहना चाहिए, और मौजूदा सरकार को बिना किसी बदनीयत के पिछले सारे संदिग्ध मामलों की ईमानदार जांच करवाना चाहिए। जब बहुत से राजनीतिक और सरकारी मुजरिम जेल जाएंगे, तो राजनीति धीरे-धीरे साफ-सुथरी भी होगी।
अयोध्या (उप्र), 30 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या के पुरातन वैभव और विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।
अयोध्या में मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण (नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह) का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में यह उत्साह, यह उमंग बहुत स्वाभाविक है।'
उन्होंने अयोध्या में अपने स्वागत और रोड शो की चर्चा करते हुए कहा कि 'भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। हम सभी का ये उत्साह, ये उमंग अयोध्या की सड़कों पर भी पूरी तरह नजर आ रहा था।'
मोदी ने 15 हजार करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि के नाम पर बने आधुनिक अन्तरराष्ट्रीय विमानतल के अपने द्वारा की गयी लोकार्पण की चर्चा करते हुए कहा, 'यहां विकास की भव्यता दिख रही है तो कुछ दिन बाद यहां विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है।'
मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि 'यही विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।'
उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए। (भाषा)