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-आलोक प्रकाश पुतुल
केंद्र सरकार के 'हिट एंड रन' क़ानून के ख़िलाफ़ छत्तीसगढ़ में बस और ट्रक चालक, बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
हालांकि इस हड़ताल का राज्य में मिला-जुला असर नज़र आ रहा है.
छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन का दावा है कि इस हड़ताल में राज्य के 65 हज़ार से अधिक वाहन चालक शामिल हुए हैं.
कई इलाक़ों में बस और ट्रकों के पहिए थमे हुए हैं. रायपुर समेत राज्य के कई शहरों में स्कूल बसों पर भी असर हुआ है. लेकिन कई ज़िले इस हड़ताल से अछूते हैं.
इधर, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए राजधानी रायपुर के बस स्टैंड समेत कई जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के अध्यक्ष प्रीतम सेन के अनुसार सरकार ने हिट एंड रन क़ानून को लेकर अब तक केवल ट्रांसपोर्टरों से बात की है. जबकि इस क़ानून से सीधे प्रभावित होने वाले हम लोगों से चर्चा ही नहीं की गई है.
ड्राइवरों ने आरोप लगाया है कि ट्रांसपोर्टर ख़ुद ड्राइवरों का शोषण कर रहे हैं.
ड्राइवरों ने आम नागरिकों द्वारा किसी ड्राइवर के साथ मारपीट या अभद्र व्यवहार की स्थिति में कड़े क़ानूनी प्रावधान की मांग की है.
इसके अलावा, 50 साल की आयु के बाद पेंशन, देश के किसी भी हिस्से में निःशुल्क चिकित्सा, सड़क दुर्घटना में मृत्यु की स्थिति में मृतक को शहीद का दर्जा, पुलिस की अवैध वसूली बंद करने जैसी कई मांगें रखी गई हैं. (bbc.com/hindi)
-सीटू तिवारी
बिहार की राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ़ के पास हिंदुनी गांव में 8 और 10 साल की महादलित बच्चियों के साथ हुई बर्बर घटना सामने आई है.
हिंदुनी गांव में बच्चियों के घर से तक़रीबन 600 मीटर उत्तर एक 8 साल की बच्ची का शव मिला है. शव के पास ही ख़ून से लथपथ उनकी 10 साल की सहेली बैठी हुई मिली है.
ये दोनों ही बच्चियां हिंदुनी गांव में ही रहती हैं और वे एक दूसरे की पड़ोसी और सहेलियां रही हैं.
बताया गया है कि ये दोनों बच्चियां सोमवार की सुबह रोज़ की तरह अपने घर से जलावन लेने निकली थी. लेकिन जब ये देर रात तक नहीं लौटी, तो घर वालों ने इनकी खोजबीन शुरू की.
मृत बच्ची की रिश्तेदार संगीता कुमारी ने बताया, "मृत बच्ची सुबह 9 बजे गोइठा लेने आलमपुर गई थी. रोज बच्ची जाती थी और थोड़ी देर में वापस आ जाती थी. लेकिन जब देर तक नहीं आई, तो घर वालों ने खोजबीन शुरू की."
उन्होंने बताया, "रात में फिर घरवाले थाने गए, लेकिन थाने वालों ने कहा कि तुम लोग ढूंढ़ो, हम भी ढूंढ़ते हैं. लेकिन सुबह में बच्ची की लाश मिल गई. दूसरी उसके साथ वाली बच्ची जो ज़िंदा है, वो लाश के पास बैठी थरथर कांप रही थी. उसका माथा फूटा हुआ था और शरीर से पूरा ख़ून निकल रहा था."
असल में, मंगलवार की सुबह तक़रीबन 11 बजे स्थानीय निवासी गांव के उत्तरी हिस्से में खाली पड़े एक प्लॉट को देखने आए तो उन्होंने इन दोनों बच्चियों को देखा.
फुलवारी शरीफ़ के एएसपी विक्रम सिहाग ने बीबीसी को बताया, "इस मामले में परिजनों ने अज्ञात लोगों पर एफ़आईआर दर्ज कराई है. घायल बच्ची का इलाज पटना एम्स में चल रहा है. उसकी हालत अभी स्थिर है. हालांकि डॉक्टर ने अभी उसके ट्रॉमा को देखते हुए उससे बात करने की अनुमति नहीं दी है. लेकिन वो थोड़ा बहुत बात कर रही है."
एएसपी विक्रम सिहाग ने बताया, "उनसे बात करके हमे कोई पुख़्ता क्लू मिलेगा. मृत बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टमके लिए भेज दिया गया है. प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि गांव के ही किसी आदमी ने 'दुष्कर्म' करने की कोशिश की होगी और बच्चियों के चिल्लाने या विरोध करने पर उसने डर कर उन्हें मारने की कोशिश की होगी. घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम और डॉग स्क्वैड ने भी की है." (bbc.com/hindi)
2020 के दिल्ली दंगों के अभियुक्त उमर ख़ालिद की ज़मानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई है.
अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 24 जनवरी को सुनवाई करेगा.
उमर ख़ालिद के वकील कपिल सिब्बल ने बताया है कि वे संवैधानिक पीठ में सुने जाने वाले मामलों में व्यस्त हैं, इसलिए अदालत से इस मामले की सुनवाई टालने का अनुरोध किया था.
सरकारी पक्ष के वकील ने भी इस मामले की सुनवाई टालने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू आज व्यस्त हैं.
वहीं इस मामले की सुनवाई कर रहीं सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस बेला त्रिवेदी ने साफ किया कि अब इस मामले को और नहीं टाला जाएगा. (bbc.com/hindi)
गुजरात दंगों के दौरान 2002 में बिलकिस बानो के साथ हुए गैंगरेप के सभी 11 दोषी कब सरेंडर करेंगे?
गुजरात के दाहोद एसपी ने इस सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दाहोद एसपी बलराम मीणा ने मंगलवार को बताया, "दोषी संपर्क में नहीं हैं. उनमें से कुछ अपने रिश्तेदारों से मिलने गए हैं."
एसपी मीणा ने ये भी बताया कि वे जिस इलाक़े में दोषी रहते हैं, वहां शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है.
इससे पहले, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने इन दोषियों की सज़ा कम करके उन्हें रिहा करने के गुजरात सरकार के फ़ैसले को रद्द कर दिया था.
कोर्ट ने इन सभी 11 दोषियों को दो हफ्ते के अंदर जेल अधिकारियों के सामने सरेंडर करने का आदेश दिया था.
बलात्कार के वक्त बिलकिस बानो गर्भवती थीं. उस घटना में उनकी तीन साल की बेटी सहित परिवार के 14 लोगों को मार दिया गया था. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 10 जनवरी। मुख्य सचिव अमिताभ जैन मंगलवार शाम राजभवन तलब किए गए। राज्यपाल हरिचंदन ने चर्चा के लिए बुलाया था। दोनों के बीच करीब आधे घंटे चर्चा हुई।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस दौरान राजभवन में रिक्त पदों पर नई नियुक्ति पर चर्चा हुई । इनमे दो उप सचिव दीपक अग्रवाल, एमपी पटेल के पदों के साथ नए सचिव की भी नियुक्ति के संकेत हैं । अग्रवाल, गरियाबंद कलेक्टर और मंत्रालय कैडर के पटेल के रिटायर होने से पद रिक्त है। वहीं अमृत खलको की जगह भी नई नियुक्ति होनी है। इसके पीछे, पीएससी-21 को कारण माना जा रहा है। इस विवादित परीक्षा में खलको के पुत्र, पुत्री के चयन पर भी उंगली उठाई गई है। सरकार ने इस भर्ती की सीबीआई जांच का फैसला किया है । ऐसे में खलको का राजभवन में रहना उचित नहीं माना जा रहा । राज्यपाल ने इस संबंध में भी मुख्य सचिव जैन से चर्चा की । वैसे भी खलको,रिटायरमेंट के बाद संविदा पर कार्य कर रहे हैं। हाल के फेरबदल में खलको को श्रम विभाग से भी मुक्त कर दिया गया है। समझा जा रहा है कि आज शाम होने वाली कैबिनेट की बैठक के बाद श्री जैन ,सीएम विष्णु साय से राज्यपाल की इच्छा से अवगत कराएंगे। साय सामान्य प्रशासन विभाग के भी प्रभारी है।
मुंबई, 10 जनवरी। भारतीय वायु सेना एक ‘आउटरीच’ कार्यक्रम के तहत 12 से 14 जनवरी तक मुंबई में हवाई प्रदर्शन का आयोजन करेगी जिसका उद्देश्य जागरुकता पैदा करना और भारतीय वायुसेना तथा स्थानीय समुदाय के बीच संबंध बढ़ाना है। एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारतीय वायुसेना कर्मियों और विमानों का प्रदर्शन और उनकी हवाई कलाबाजियां वायुसेना के कौशल, क्षमताओं और पेशेवर रुख को प्रदर्शित करेंगे।
मंगलवार को एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘भारतीय वायुसेना महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से एक ‘आउटरीच’ कार्यक्रम के तहत मुंबई में 12 से 14 जनवरी तक दोपहर 12 बजे से एक बजे के बीच मरीन ड्राइव पर एक हवाई प्रदर्शन का आयोजन करेगी।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में ‘सूर्यकिरण एरोबेटिक डिस्प्ले टीम’ (एसकेएटी) और ‘सारंग’ हेलीकॉप्टर प्रदर्शन टीम के हवाई करतब शामिल होंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में हवाई गतिविधियों की एक विविध श्रृंखला भी देखने को मिलेगी जिसमें एसयू-30 एमकेआई द्वारा फ्लाईपास्ट और कम ऊंचाई वाले ‘एरोबेटिक’ प्रदर्शन, ‘आकाशगंगा’ टीम और सी-130 विमान द्वारा पैराशूट प्रदर्शन आदि शामिल हैं। (भाषा)
(गुरदीप सिंह)
सिंगापुर, 10 जनवरी। सिंगापुर सशस्त्र बल (एसएएफ) में भारतीय मूल के एक वारंट अधिकारी ने नाबालिग के साथ संबंध बनाने का आरोप मंगलवार को स्वीकार कर लिया।
‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ की खबर के अनुसार, सुब्रमण्यम थबुरन रंगास्वामी (50) को इस मामले में एक फरवरी को सजा सुनाई जाएगी और इस दौरान दो अन्य आरोपों पर भी गौर किया जाएगा।
अदालत ने पीड़िता की पहचान उजागर नहीं करने का आदेश दिया, जिसकी उम्र वर्तमान में 17 वर्ष है और घटना के वक्त उसकी उम्र 15 वर्ष थी।
उप लोक अभियोजक सुनील नायर ने बताया कि घटना स्कूल की छुट्टियों के दौरान छह दिसंबर 2021 की है, लड़की की सुबह 11 बजे स्कूल काउंसर के साथ ऑनलाइन माध्यम से बैठक थी लेकिन उसके घर में कई लोग थे ,इसलिए वह एकांत में बातचीत करने के लिए एक बहुमंजिला कार पार्किंग क्षेत्र में गई थी।
उन्होंने बताया कि करीब एक घंटे बाद पांचवीं मंजिल से नीचे उतरते समय वह सीढ़ियों से गिर गई और इस दौरान वहां मौजूद सुब्रमण्यम (50) ने उसकी मदद की।
उन्होंने बताया कि पीड़िता ने सुब्रमण्यम का आभार व्यक्त किया और घर चली गई, इस दौरान सुब्रमण्यम भी अपनी मोटरसाइकिल की ओर बढ़ा तभी लड़की घर से चाय का एक ‘केन’ ले आई और दोनों कार पार्किंग के चौथे तल पर बैठकर बात करने लगे।
उन्होंने बताया कि एक घंटे के बाद दोनों के बीच घनिष्ठता बढ़ी और दोनों ने संबंध भी बनाए। इसके बाद दोनों वहां से चले गए, दो दिन बाद लड़की ने सुब्रमण्यम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
प्रथम वारंट अधिकारी सुब्रमण्यम को गिरफ्तारी के बाद निलंबित कर दिया गया।
सिंगापुर के एक अखबार ने मंत्रालय की एक प्रवक्ता के हवाले से कहा, ‘‘एसएएफ अदालती सुनवाई खत्म होने के बाद आगे की कार्रवाई करेगा, उसे सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है।’’ (भाषा)
चित्रदुर्ग (कर्नाटक), नौ जनवरी। गोवा में चार साल के जिस बच्चे की उसकी मां ने कथित रूप से हत्या की थी, उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से मंगलवार को एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की मौत दम घुटने से हुई थी।
एक स्टार्ट-अप कंपनी की 39 वर्षीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सूचना सेठ ने अपने चार वर्षीय बेटे की कथित तौर पर गोवा में हत्या कर दी और फिर उसके शव को बैग में भरकर टैक्सी से पड़ोसी राज्य कर्नाटक चली गई, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
गोवा पुलिस ने आरोपी सूचना सेठ को सोमवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने बताया कि उसे मंगलवार को गोवा लाया गया और मापुसा शहर की एक अदालत ने उसे छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, हत्या के मकसद का अभी तक पता नहीं चला है।
महिला छह जनवरी को अपने बेटे के साथ उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में एक किराए के फ्लैट में आई थी और दो दिनों तक वहां रहने के बाद सोमवार को टैक्सी से बेंगलुरु चली गई।
पुलिस ने बताया कि अपार्टमेंट के कर्मचारियों ने बाद में पुलिस को सूचित किया और उन्हें बताया कि जब वह वहां से निकली, तो उनका चार वर्षीय बेटा उनके साथ नहीं दिखा।
हिरियुर तालुक अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी डॉ कुमार नाइक ने संवाददाताओं से कहा कि उसकी मौत मुंह और नाक दबाने की वजह से दम घुटने से हुई होगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी कपड़े या तकिए का इस्तेमाल किया गया।
नाइक के अनुसार ऐसा नहीं लगता कि हाथों से गला घोंटकर बच्चे को मारा गया होगा। (भाषा)
रायपुर, 10 जनवरी। सामान्य प्रशासन विभाग छग शासन ने मंत्रियों के निज सचिव, निज सहायक और ओएसडी की नियुक्ति की है. सूचना आयुक्त मनोज शुक्ला को शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निज सचिव, सौरभ श्रीवास्तव सहायक महाप्रबंधक, छग राज्य अंत्यवसायी वित्त एवं विकास निगम को खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के निज सचिव नियुक्त किए गए हैं।
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रश्मि भारती तिवारी को श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन की निजी स्थापना में उनके कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक सहायक ग्रेड-3 पद पर पदस्थ किया गया है. सहायक ग्रेड-3 रमेश कुमार सिंह की सेवाएं उनके पैतृक विभाग से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की निजी स्थापना में सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ किया गया है. अपर कलेक्टर आशुतोष पाण्डेय को श्याम बिहारी जायसवाल की निजी स्थापना में विशेष सहायक के पद पर पदस्थ किया गया है.
इसके अलावा डिप्टी कलेक्टर बालोद संजय कुमार मरकाम को श्याम बिहारी जायसवाल की निजी स्थापना में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के पद पर पदस्थ किया गया है. सूचना आयुक्त छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल मनोज शुक्ला की सेवाएं उनके पैतृक विभाग से लेते हुए शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निज सचिव पद पर नियुक्त किया गया है. शुक्ला को उनके संवर्ग के वेतनमान की पात्रता होगी व उनकी सेवा शर्तें बाद में जारी की जाएगी.
प्रकाश चन्द्र कोरी संयुक्त कलेक्टर, जिला कबीरधाम की सेवाएं उनके पैतृक विभाग से लेते हुए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के विशेष सहायक टीआर साहू, स्टॉफ ऑफिसर, सामान्य प्रशासन विभाग को विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, संतोष कुमार यदु डॉटा एण्ट्री ऑपरेटर, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था सड्डू की सेवाएं उनके पैतृक विभाग से लेते हुए बृजमोहन अग्रवाल के निज सहायक के पद पर नियुक्त किया गया है. वहीं सौरभ श्रीवास्तव सहायक महाप्रबंधक, छग राज्य अंत्यवसायी वित्त एवं विकास निगम की सेवाएं उनके पैतृक विभाग से लेते हुए खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के निज सचिव पद पर नियुक्त किया गया है.
शिवसेना के दोनों धड़ों- शिंदे गुट और ठाकरे गुट- के भाग्य का आज फ़ैसला हो जाएगा.
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर बुधवार शाम चार बजे अपना फ़ैसला सुनाएंगे कि शिवसेना का कौन सा धड़ा असली है और किसके व्हिप को आधिकारिक माना जाएगा.
इस फ़ैसले के आधार पर ही ये तय होगा कि शिवसेना के इन दोनों धड़ों के कौन से विधायक योग्य हैं और कौन से अयोग्य.
इससे पहले, सितंबर 2023 से दिसंबर 2023 के दौरान विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस मामले की सुनवाई की. उन्होंने 20 दिसंबर को अपनी सुनवाई पूरी कर ली थी.
दोनों धड़ों ने उनके समक्ष अपनी दलीलें रखी थीं. इस मामले में अब तक 2 लाख से ज्यादा पन्नों के सबूत सौंपे गए.
क्या है मामला
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की थी.
उसके बाद, शिंदे समूह ने अपने आपको असली शिव सेना होने का दावा करते हुए कहा कि ठाकरे समूह के विधायकों ने व्हिप तोड़ा.
सीएम एकनाथ शिंदे पर भी अयोग्य होने का ख़तरा मंडरा रहा है. इससे महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता भी पैदा हो सकती है.
वहीं अगर उद्धव ठाकरे के 14 विधायक अयोग्य घोषित होते हैं तो उनकी पार्टी के सामने बड़ी चुनौती आ खड़ी होगी.
किन विधायकों के अयोग्य होने का है ख़तरा
एकनाथ शिंदे गुट के 16 विधायकों पर लटक रही है अयोग्यता की तलवार:
एकनाथ शिंदे, अब्दुल सत्तार, संदीपन भुमरे, संजय शिरसाट, तानाजी सावंत, यामिनी जाधव, चिमनराव पाटिल, भरत गोगवे, लता सोनवणे, प्रकाश सुर्वे, बालाजी किनिकर, अनिल बाबर, महेश शिंदे, संजय रायमुलकर, रमेश बोरनारे और बालाजी कल्याणकर.
अगर फ़ैसला उद्धव ठाकरे गुट के ख़िलाफ़ गया तो जाएगी इन 14 विधायकों की सदस्यता:
सुनील प्रभु, अजय चौधरी, सुनील राउत, रवीन्द्र वायकर, राजन साल्वी, वैभव नाइक, नितिन देशमुख, भास्कर जाधव, राहुल पाटिल, रमेश कोरगांवकर, प्रकाश फातरपेकर, उदय सिंह राजपूत, संजय पोटनीस और कैलाश पाटिल.
शिंदे समूह ने विधायक आदित्य ठाकरे और रितुजा लटके के ख़िलाफ़ अयोग्यता की याचिका दायर नहीं की.
विधानसभा अध्यक्ष बुधवार को किसी भी गुट के पक्ष में फ़ैसला दें, उस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है. (bbc.com/hindi)
-अभिनव गोयल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरों पर कुछ दिन पहले आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं.
ये काम एक ऐसे पड़ोसी देश की मंत्री और नेताओं की तरफ से किया गया, जिसका साथ भारत ने कई बार मुश्किल वक्त में दिया है.
शायद यही वजह थी कि कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव और एक्सपलोर लक्षद्वीप ट्रेंड करने लगा.
न सिर्फ आम लोग बल्कि देश की बड़ी हस्तियों ने भी पीएम मोदी का साथ देते हुए मालदीव को घेरना शुरू कर दिया.
आनन-फानन में मालदीव की सरकार ने इन टिप्पणियों से किनारा करते हुए अपनी मंत्री और नेताओं को पद से निलंबित कर दिया.
अपने चुनाव प्रचार में 'इंडिया आउट' का नारा देने वाले मुइज़्ज़ू के नवंबर, 2023 में राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों पर सवाल उठे हैं, लेकिन ऐतिहासिक तौर पर दोनों देश के बीच दोस्ताना संबंध रहे हैं.
आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी का दिया ये बयान इसकी तस्दीक करता है, जिसमें वे कहती हैं कि भारत हमारे लिए 911 कॉल की तरह है और जब भी हमें जरूरत होती है, हम भारत से मदद मांगते हैं.
इस कहानी में हम उन चार घटनाओं का जिक्र करने जा रहे हैं, जब संकट में फँसे मालदीव ने बढ़कर मदद मांगी और भारत ने आगे बढ़कर उसकी मदद की.
1988 की एक घटना दोनों देशों के संबंधों में मील का एक पत्थर मानी जाती है. उस वक्त मालदीव में एक विद्रोह हुआ था, जिसे भारत की फ़ौज की मदद से नाकाम किया गया था. उस अभियान का नाम था - 'ऑपरेशन कैक्टस'.
3 नवंबर, 1988 को मालदीव के राष्ट्रपति मौमून अब्दुल ग़यूम भारत यात्रा पर आने वाले थे. उनको लाने के लिए एक भारतीय विमान दिल्ली से माले के लिए उड़ान भर चुका था. अभी वो आधे रास्ते में ही था कि भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अचानक एक चुनाव के सिलसिले में दिल्ली से बाहर जाना पड़ गया. राजीव गांधी ने ग़यूम से बात कर ये तय किया कि वो फिर कभी भारत आएंगे.
लेकिन ग़यूम के ख़िलाफ़ विद्रोह की योजना बनाने वाले मालदीव के व्यापारी अब्दुल्ला लुथूफ़ी और उनके साथी सिक्का अहमद इस्माइल मानिक ने तय किया कि बग़ावत को स्थगित नहीं किया जाएगा.
उन्होंने श्रीलंका के चरमपंथी संगठन 'प्लोट' (पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ़ तमिल ईलम) के भाड़े के लड़ाकुओं को पर्यटकों के भेष में स्पीड बोट्स के ज़रिए पहले ही माले पहुंचा दिया था.
देखते ही देखते राजधानी माले की सड़कों पर विद्रोह शुरू हो गया और सड़कों पर भाड़े के लड़ाकू गोलियां चलाते हुए घूमने लगे. इस मुश्किल वक्त में मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति मौमून अब्दुल ग़यूम, एक सेफ हाउस में जा छिपे.
राष्ट्रपति गयूम ने उन्हें और उनकी सरकार बचाने के लिए भारत से मदद मांगी. अब तक राजधानी माले के हुलहुले हवाई अड्डे और टेलीफोन एक्सचेंज पर सैकड़ों विद्रोहियों कब्जा कर चुके थे.
ऐसी स्थिति में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मालदीव में भारतीय सेना भेजने का फैसला किया और कुछ ही देर में 6 पैरा के 150 कमांडो से भरे विमान ने आगरा के खेरिया हवाई अड्डे से मालदीव के लिए उड़ान भर दी.
थोड़ी देर में दूसरा विमान उतरा मालदीव पहुंचा और उसने आनन फानन में एटीसी, जेटी और हवाई पट्टी के उत्तरी और दक्षिणी किनारे पर नियंत्रण कर लिया.
इसके बाद भारतीय सैनिकों ने राष्ट्रपति के सेफ हाउस को सुरक्षित किया. कुछ ही घंटों में भारतीय सैनिकों ने मालदीव की सरकार गिराने की कोशिश को नाकाम कर दिया.
2- तूफानी लहरों के बीच 'ऑपरेशन सी वेव्स'
26 दिसंबर, साल 2004 का आखिरी रविवार.
समाचार चैनलों पर एक छोटी सी खबर दिखाई दी कि चेन्नई में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, लेकिन देखते ही देखते यह एक ऐसी त्रासदी में बदल गया, जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी.
दरअसल उस दिन समुद्र के अंदर भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता शुरू में 6.8 नापी गई लेकिन बाद में इसकी तीव्रता का अनुमान 9.3 तक लगाया गया.
इस भूकंप ने करीब 55 फीट ऊंची लहरों को पैदा किया, जिसने इंडोनेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, तंजानिया और मालदीव जैसे देशों के तटों को तबाह कर दिया.
इस भूकंप के बाद आई सुनामी में जिन देशों में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गईं, उनमें मालदीव भी एक था और इस मुश्किल समय में भारत मदद के लिए आगे आया और उसने 'ऑपरेशन सी वेव्स' चलाया.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत का तटरक्षक डोर्नियर विमान और वायु सेना के दो एवरोस विमान राहत सामग्री लेकर 24 घंटे के अंदर यानी 27 दिसंबर को मालदीव पहुंचे. राहत अभियान जारी रहे उसके लिए ये विमान मालदीव में ही रुके रहे.
अगले दिन यानी 28 दिसंबर को 20 बिस्तरों वाले अस्पताल की सुविधाओं के साथ आईएनएस मैसूर और दो हेलीकॉप्टर मालदीव पहुंचे.
मंत्रालय के मुताबिक इस राहत अभियान को अगले दिन आईएनएस उदयगिरि और आईएनएस आदित्य का साथ मिला और इन जहाजों ने मालदीव के सबसे अधिक प्रभावित इलाके दक्षिण एटोल में काम किया.
इन जहाजों की मदद से खाने-पीने से लेकर मेडिकल का सामान पहुंचाया गया और हेलीकॉप्टरों की मदद से लोगों को रेस्क्यू किया गया.
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस राहत अभियान में करीब 36.39 करोड़ रुपये खर्च हुए. इसके बाद जब साल 2005 में मालदीव के राष्ट्रपति गयूम ने भारत से कहा कि सुनामी के बाद व्यवस्था को ठीक करने में उन्हें पैसों की दिक्कत आ रही है तो भारत ने मालदीव को 10 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी.
इसके अलावा साल 2007 में एक बार फिर भारत ने मालदीव को 10 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की.
3- 'ऑपरेशन नीर' ने कैसे बुझाई मालदीव की प्यास
4 दिसंबर 2014 को मालदीव की राजधानी माले में सबसे बड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में आग लग गई थी, जिसके बाद माले के करीब एक लाख लोगों के सामने पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया था.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मालदीव के पास अपनी स्थाई नदियां नहीं हैं, जहां से वह पानी ले पाए. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स की मदद से ही वह पानी को पीने योग्य बनाता है और अपने नागरिकों तक पहुंचाता है.
प्लांट के फिर से चालू होने तक पूरे शहर को हर रोज 100 टन पानी की जरूरत थी.
इस मुश्किल वक्त में मालदीव की विदेश मंत्री दुन्या मौमून ने तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को फोन किया और मदद मांगी.
मालदीव के मदद के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन नीर’ चलाया. भारतीय वायुसेना ने तीन सी-17 और तीन आई एल-76 विमानों के जरिए पैक किया हुआ पानी दिल्ली से अराक्कोनम और फिर वहां से माले रवाना किया.
संकट के बाद शुरुआती बारह घंटे में भारत के विमान पानी लेकर मालदीव पहुंच गए थे. इस दौरान वायु सेना ने 374 टन पानी माले पहुंचाया.
इसके बाद भारतीय जहाज आईएनएस दीपक और आईएनएस शुकन्या की मदद से करीब 2 हजार टन पानी मालदीव पहुंचाया गया.
इतना ही नहीं भारत ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को ठीक करने के लिए अपने जहाज से स्पेयर पार्ट्स भी भेजे.
4- कोरोना में कैसे काम आया भारत
साल 2020, जब पूरी दुनिया कोविड-19 की चपेट में थी, उस वक्त भारत ने पड़ोसी प्रथम नीति के तहत बढ़-चढ़कर मालदीव की मदद की.
मालदीव में भारतीय हाई कमीशन के मुताबिक भारत सरकार ने कोविड-19 की स्थिति से निपटने के लिए एक बड़ी मेडिकल टीम भेजी, जिसमें पल्मोनोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिस्ट, चिकित्सक और लैब-तकनीशियन शामिल थे.
16 जनवरी, 2021 को पीएम मोदी ने देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. इस अभियान के अगले 96 घंटों के अंदर भारत ने सबसे पहले मालदीव में वैक्सीन पहुंचाने का काम किया था.
मालदीव वो पहला देश था, जहां भारत ने 20 जनवरी, 2021 को एक लाख कोविड वैक्सीन की खुराक गिफ्ट भेजीं. इन वैक्सीन की मदद से मालदीव की सरकार ने दुनिया के सबसे तेज टीकाकरण अभियानों में से एक की शुरुआत की और करीब पचास प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगाई.
इसके बाद 20 फरवरी 2021 को विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर जब मालदीव गए तो 1 लाख भारत निर्मित कोविड वैक्सीन की दूसरी खेप गिफ्ट के तौर पर दी गई.
भारत ने मालदीव को वैक्सीन दी
कोविड वैक्सीन की जब दूसरी डोज लगाने का समय आया, उस वक्त भी भारत ने मालदीव का साथ दिया.
6 मार्च को 12 हजार और 29 मार्च 2021 को भारत ने 1 लाख कोविड वैक्सीन मालदीव भेजीं. विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत ने कुल 3 लाख 12 हजार वैक्सीन डोज मालदीव भेजी हैं, जिसमें से 2 लाख वैक्सीन खुराक गिफ्ट की गईं.
इस दौरान भारत ने मालदीव को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की, जो किसी भी देश की तुलना में सबसे ज्यादा थी.
इस बात का जिक्र मालदीव के तत्कालीन विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी किया था.
उन्होंने कहा था कि इस मुश्किल वक्त में सबसे अधिक आर्थिक मदद हमारी भारत ने की है. (bbc.com/hindi)
-शुरैह नियाज़ी
मध्य प्रदेश के शाजापुर में अक्षत कलश यात्रा के दौरान विवाद हो गया. ये यात्रा अयोध्या के राम मंदिर में मूर्ति स्थापना समारोह के लिए निकाली जा रही थी. ये घटना सोमवार की है.
रिपोर्टों के अनुसार इस दौरान पथराव भी हुआ जिसके बाद प्रशासन ने तीन इलाक़ों में धारा 144 लगाई है. तनाव के बाद शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
शाजापुर कलेक्टर रिजु बाफ़ना के मुताबिक़, शहर में पूरी तरह से शांति है और जो अभियुक्त हैं उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है.
आरोप है कि घटना उस समय हुई जब सोमवार को लोग जुलूस निकाल रहे थे और एक मस्जिद के पास उसे रोकने का प्रयास किया गया. इसके बाद पथराव के भी आरोप लग रहे हैं.
इसके बाद हिंदू संगठन के लोग इकठ्ठा हो गए और उन्होंने थाने पहुंच कर हंगामा किया. इन लोगों के साथ भाजपा विधायक अरुण भीमावत भी थाने पहुंच गये. इन लोगों ने मांग की कि प्रशासन अभियुक्तों के घरों को तोड़े.
विधायक ने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों के घरों को तोड़ा जाएगा.
पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत ने बताया है कि 24 लोगों के ख़िलाफ मामला दर्ज किया गया है इनमें से नौ की गिरफ्तारी की जा चुकी है. (bbc.com/hindi)
गैब्रिएल एटल को फ़्रांस के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है. देश के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों नई सरकार के ज़रिए अपने कार्यकाल में जान डालना चाह रहे हैं.
आधुनिक फ़्रांस के इतिहास में गैब्रिएल सबसे युवा प्रधानमंत्री होंगे. उनकी आयु 34 वर्ष है. उनसे पहले सोशलिस्ट नेता लॉरेंट फ़ैबियस सबसे कम आयु के प्रधानमंत्री थे.
37 वर्ष की आयु में साल 1984 में फ़्रांसुआ मिटेरेंड ने उन्हें नियुक्त किया था.
एटल, एलिज़ाबेथ बोर्ने की जगह लेंगे जिन्होंने 20 महीने के कार्यकाल के बाद इस्तीफ़ा दे दिया था. इस पूरे कार्यकाल के दौरान वो संसद में बहुमत के लिए संघर्ष कर रही थीं.
एटल इस समय शिक्षा मंत्री हैं और उनकी नियुक्ति ने सबका ध्यान खींचा है. अब उनके सामने चुनौती जून में होने वाले यूरोपीय संसद के चुनाव हैं जिसमें वो फ़्रांस सरकार का नेतृत्व करेंगे.
सरकार में उनका उदय बहुत तेज़ी से हुआ है. 10 साल पहले वो स्वास्थ्य मंत्रालय में एक सलाहकार थे और साथ ही वो सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य भी थे.
इसके साथ ही उन्होंने ख़ुद को समलैंगिक भी बताया है. उनके क़ानूनी पार्टनर स्टीफ़न सेजॉर्ने हैं जो ख़ुद एक राजनेता हैं. (bbc.com/hindi)
उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जॉन्ग उन की आयु को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि वो 40 साल के हो गए हैं.
इस गुप्त राष्ट्र के नेता का वास्तविक जन्मदिन क्या है इसके बारे में आज तक नहीं पता है. इसको लेकर उत्तर कोरिया के विश्लेषक अलग-अलग अनुमान लगाते हैं.
अगर विश्लेषक सही हैं तो सोमवार को उन्होंने 40 साल की आयु पूरी कर ली है. इसी दिन अधिकारियों ने कुछ तस्वीरें जारी की थीं जिसमें वो अपनी बेटी के साथ एक चिकन फ़ार्म का दौरा कर रहे हैं.
पिछले शासकों की तुलना में उनका जन्मदिन बेहद गुप्त रहता है.
उनसे पहले उनके पिता किम जॉन्ग इल और उनके दादा किम इल सुंग के सत्ता में रहते हुए उनका जन्मदिवस राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता था. आज भी उनके जन्मदिन पर छुट्टी होती है.
किम जॉन्ग उन की जन्म की तारीख़ 8 जनवरी है यह आज भी रहस्य है. लेकिन यही उनका जन्मदिन है, इसका संकेत जनवरी 2020 में तब मिला था जब उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जन्मदिन की बधाई के लिए धन्यवाद दिया था.
वहीं छह साल पहले अमेरिका के बास्केटबॉल खिलाड़ी डेनिस रॉडमैन ने हज़ारों की भीड़ के आगे किम जॉन्ग उन के लिए हैप्पी बर्थडे गाया था. (bbc.com/hindi)
मालदीव में भारत के उच्चायुक्त रहे ज्ञानेश्वर मनोहर मुले ने मालदीव को लेकर कहा है कि दोनों देशों के बीच बेहद मज़बूत साझेदारी है.
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “साल 1965 में जब मालदीव को स्वतंत्रता मिली तब से लेकर अब तक द्विपक्षीय रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहे हैं और नए शासन के बावजूद भी मुझे लगता है कि एक मज़बूत साझेदारी है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव की मंत्री के आपत्तिजनक बयान के बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव है.
इसको लेकर भारतीय उच्चायुक्त ने कहा है, “जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तब इसे एक नई घटना के तौर पर देखा जाता है. मालदीव में कुछ लोग हैं जो मालदीव के लोगों के दिमाग़ को दूषित कर रहे हैं और चीन इसमें एक अहम भूमिका निभा रहा है.आमतौर पर वो मालदीव में रूढ़िवादी तत्वों को हर तरह की मदद देता रहा है.”
“मालदीव में नया आया वर्तमान शासन रूढ़िवादी है लेकिन जैसे-जैसे समय बीतेगा उन्हें एहसास होगा कि भारत के बिना मालदीव के लिए अपने घरेलू मुद्दों, जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों, दिन-प्रतिदिन की ज़रूरतों से निपटना बेहद मुश्किल होगा." (bbc.com/hindi)
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के ख़िलाफ़ मुक़दमा करने वाले गीतकार जावेद अख़्तर ने मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट से कहा कि फ़िल्म अभिनेत्री की याचिका अदालत की कार्यवाही में देरी कराने का तरीक़ा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कंगना ने अपनी याचिका में मानहानि के मुक़दमे पर स्टे ऑर्डर लेने के लिए याचिका दायर की थी.
जावेद अख़्तर ने हाई कोर्ट से अपील की कि कंगना की याचिका ख़ारिज कर दी जाए.
इस महीने की शुरुआत में कंगना ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. उन्होंने हाई कोर्ट से आग्रह किया था कि जावेद अख़्तर के ख़िलाफ़ की गई उनकी शिकायत पर भी इसी मुक़दमे के साथ सुनवाई की जाए.
साल 2020 में जावेद अख़्तर ने कंगना के ख़िलाफ़ आपराधिक मानहानि का ये केस किया था. ये मामला अंधेरी की मैजिस्ट्रेट कोर्ट में चल रहा है.
जावेद अख़्तर के ख़िलाफ़ कंगना की शिकायत पर एक सेशन कोर्ट ने स्टे ऑर्डर दे रखा है.
कंगना ने अपनी याचिका में कहा है कि दोनों ही मामलों की एक साथ सुनवाई की जाए क्योंकि इन दोनों मुक़दमों की बुनियाद साल 2016 की एक मीटिंग में पड़ी थी.
इस पर जावेद अख़्तर ने अपने वकील जय भारद्वाज के ज़रिए अदालत से कहा कि सेशन कोर्ट के स्टे ऑर्डर को कंगना ने चुनौती नहीं दी है और वे बिना किसी आधार के उनके मानहानि के मुक़दमे पर स्टे ऑर्डर मांग रही हैं.
जावेद अख़्तर ने कहा कि ये कुछ भी नहीं बल्कि मुक़दमे को लटकाने का उनका तरीका है. (bbc.com/hindi)
-पिनाकी दास
असम के स्पेशल टास्क फ़ोर्स (एसटीएफ़) और करीमगंज पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पूर्वी क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स को क़ब्ज़े में लिया है. इसे हालिया सालों में सबसे बड़ी कामयाबी बताया जा रहा है.
असम पुलिस के डीआईजीपी (एसटीफ़) पार्थ सारथी महंता ने बताया कि संयुक्त अभियान में 5.1 किलो हेरोइन, 64,000 याबा टेबलेट को बरामद किया गया है जिसकी कुल कीमत 100 करोड़ रुपये हैं.
डीआईजीपी महंता ने बताया कि वो बीते दो महीने से इस पर काम कर रहे थे और आख़िरकार आज इसमें कामयाबी मिली है.
क़ब्ज़े में ली गई खेप मिज़ोरम के चंपई ज़िले से भारत के अलग-अलग हिस्से में जानी थी और इसे असम से होकर जाना था.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ट्वीट करके इस ऑपरेशन के लिए असम पुलिस और करीमगंज पुलिस की तारीफ़ की है.
मुख्यमंत्री ने बताया है कि इस अभियान में चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. (bbc.com/hindi)
उत्तर प्रदेश में शहरों के नाम बदलने की कोशिश में ताज़ा नाम ग़ाज़ियाबाद का जुड़ गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मंगलवार को ग़ाज़ियाबाद नगर निगम ने बहुमत से इस शहर का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित कर दिया है.
इस बैठक के दौरान शहर के तीन नए नामों 'गजप्रस्थ', 'दूधेश्वरनाथ नगर' या 'हरनंदीपुरम' के सुझाव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजे गए हैं.
ग़ाज़ियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने इस पर कहा, "कई लोग कह रहे हैं कि नाम बदला जाए. एक अच्छा नाम हो जाए. इसका जो प्रस्ताव आया है, उस पर बोर्ड से सहमति लेकर मुख्यमंत्री जी को भेजेंगे. वो क्या (नाम) रखना चाहते हैं, सबसे बातचीत करके वो रख देंगे, क्योंकि ये (नाम बदलने का) निर्णय तो उन्हीं का होगा."
नगर निगम से शहर का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित होने पर दूधेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी महंत नारायण गिरि ने ख़ुशी ज़ाहिर की है.
उन्होंने कहा, "पिछले महीने मेरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात हुई थी. हमारी मांग थी कि शहर का नाम बदलकर गजप्रस्थ, दूधेश्वरनाथ नगर या हरनंदीपुरम कर दिया जाए. हमने मुख्यमंत्री के सामने तीन नामों का प्रस्ताव रखा था. सीएम ने भरोसा दिया कि वे नाम बदलने के अनुरोध पर विचार करेंगे."
महंत नारायण गिरि ने कहा, "पहले इस शहर को गजप्रस्थ के नाम से जाना जाता था. मुग़ल सम्राट अकबर के बहनोई ग़ाज़ीउद्दीन ने इसका नाम बदलकर ग़ाज़ियाबाद कर दिया."
उनके अनुसार, ये उनका सौभाग्य है कि नगर निगम ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया है. (bbc.com/hindi)
उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले के एक गांव में दम घुटने से पांच बच्चों की मौत हो गई है.
अमरोहा के ज़िलाधिकारी राजेश त्यागी के अनुसार, "यह मामला ज़िले के ढक्का गांव का है. कमरे में जलाए गए कोयले पर पहले खाना बनाया गया. फिर उसी कमरे में सात लोग सोए हुए थे."
"प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो गई, जिससे दम घुटने से पांच बच्चों की मृत्यु हो गई. इनमें दो लड़के हैं और तीन लड़कियां हैं. दो लोगों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है, एक को अमरोहा में और दूसरे को संभल में." (bbc.com/hindi)
रायपुर, 9 जनवरी। जस्टिस एन के चंद्रवंशी ने महादेव ऐप घोटाला मामले में जेल में बंद हवाला कारोबारी भाई अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की जमानत याचिका खारिज खारिज कर दी है। पिछले सप्ताह सुनवाई पूरी होने पर फैसले को सुरक्षित रखा था।
बता दें कि, महादेव सट्टा एप मामले में दम्मानी भाइयों पर करोड़ों का हवाला करने बीते अगस्त में गिरफ्तार किया गया था।23 अगस्त को ईडी की टीम ने रायपुर और दुर्ग में छापा मार कर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।इसमें हवाला कारोबारी अनिल और सुनील दम्मानी समेत, एएसआई चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। और पूरक चार्ज शीट में भी शामिल है।
सब-जुनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल
रायपुर, 09 जनवरी। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज 40वीं एनटीपीसी राष्ट्रीय सब-जुनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो लगातार सीखते रहेंगे वही असली विजेता बनेंगे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तीरंदाजी संघ द्वारा राज्योत्सव मैदान साइंस कॉलेज रायपुर में आयोजित इस प्रतियोगिता के अंतर्गत आज राज्यपाल श्री हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में कंपाउंड आरचरी के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारे देश के तीरंदाजो ने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी खेेल के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है और सरकार द्वारा भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा वर्ष 2047 तक खेल के क्षेत्र में भी भारत विकसित बनेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि खेलों में भाग लेना आवश्यक है और खेलने वाले ही विजेता होते हैं। वनवासी समाज तीरंदाजी खेल में निपुण हैं। आदिवासी बच्चों को आधुनिक तीरंदाजी खेल की तकनीक में निपुण बनाया जाना चाहिए। खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने भी खिलाड़ियों को संबोधित किया ।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष कैलाश मुरारका ने दिया। इस अवसर पर विधायक मोतीलाल साहू, तीरंदाजी संघ के सुभाष अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी, देश के विभिन्न राज्यों से आये हुए कोच, रेफरी, खिलाड़ी बालक-बालिकाएं उपस्थित रहे।
रायपुर, 9 जनवरी। प्राचार्य पदोन्नति को लेकर व्याख्याता संघ के प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात कर पदोन्नति की मांग की। मंत्री ने आश्वस्त किया कि पदोन्नति निश्चित रूप से होगी। व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा और प्रवक्ता जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि लंबे समय से प्राचार्य पद पर पदोन्नति के इंतजार में सैकड़ो व्याख्याता सेवानिवृत हो गए। शिक्षा मंत्री को बताया कि 2016 से प्राचार्य की पदोन्नति नहीं हुई है। प्राचार्य पद पर व्याख्याता के पदोन्नति होने से शासन को वित्तीय भार नहीं पढ़ने वाला है एवं वरिष्टतम व्याख्याताओं को प्राचार्य पद पर पदोन्नत मिल जाएगी। शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि प्राचार्य पर पदोन्नति अवश्य होगी और इसके लिए शीघ्र प्रक्रिया प्रारंभ कराई जाएगी। संघ ने यह भी मांग किया कि सत्र के बीच में सेवानिवृत होने वाले व्याख्याता सहित अन्य पदों के लिए सत्र तक पुनः नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी किए जाएं। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। अनुकंपा नियुक्ति पर दस प्रतिशत पद पर भर्ती करने को शिथिल करने की मांग की। इसके लिए उन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया।प्रतिनिधि मंडल में महामंत्री राजीव वर्मा, प्रांतीय सचिव सुरेश अवस्थी,के के शर्मा, संगठन सचिव राघवेंद्र मिश्रा, श्रीमती सुचिता पांडेय, राजरानी पंडा, रेखा साहू, आर के देशमुख, एन के श्रीवास, गोपत राम टंडन, राज त्रिपाठी, सी के वर्मा, गोपाल मैडम,आदित्य चांडक सहित अन्य उपस्थित रहे। संघ ने शिक्षा मंत्री को शाल श्रीफल और रामायण देकर उनका सम्मान भी किया।
रायपुर, 9 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां राज्य अतिथि गृह ‘पहुना‘ में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय को केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री मुंडा को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मौजूद उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव को भी केन्द्रीय मंत्री श्री मुंडा ने नए दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि श्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रगति के पथ पर लगातार अग्रसर रहेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री श्री साव ने श्री मुंडा के प्रति आभार व्यक्त किया।
भोपाल, 9 जनवरी । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधायी संस्थाओं के समय का उपयोग जनता के कल्याण के लिए करने का परामर्श देते हुए कहा है कि विधान मंडलों में अनुशासन और शालीनता की कमी और सदस्यों के अमर्यादित आचरण से विधानमंडल की गरिमा कम होती है, जिससे लोकतंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि विधान मंडल गंभीर बहस और चर्चा के महत्वपूर्ण मंच हैं, मतभेद होने पर सभा के कामकाज में बाधा नहीं आने देनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना प्रत्येक विधायक का दायित्व है कि विधायी संस्थाओं के समय का उपयोग सार्थक रूप से जनता के कल्याण के लिए हो। विधान मंडलों में अनुशासन और शालीनता की कमी और सदस्यों के अमर्यादित आचरण से विधानमंडल की गरिमा कम होती है, जिससे लोकतंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रत्येक जनप्रतिनिधि राष्ट्र की आशाओं और आकांक्षाओं का रक्षक है। जनता अपने बेहतर भविष्य के लिए जनप्रतिनिधियों पर विश्वास करती है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित मंत्रीगण उपस्थित थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता से नवनिर्वाचित विधायकों को मिले जनादेश से उन्हें विशेष रूप से महिलाओं और कमजोर वर्गों की सामाजिक, आर्थिक प्रगति के लिए रचनात्मक प्रयास करने की जिम्मेदारी मिली है। विधायकों और जनप्रतिनिधियों के रूप में अपनी भूमिका के साथ पूर्ण न्याय करने के लिए विधायकगण को विधानसभा के नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी होना आवश्यक है।
मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा के प्रभावी संचालन से संसदीय परम्परा को समृद्ध बनाने के साथ-साथ लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया है, उन्हें लोकसभा में कई नए आयाम स्थापित करने का गौरव भी प्राप्त है। यह अपेक्षा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा के गरिमावान सदस्यों से प्रदेश की विधानसभा की प्रतिष्ठा पूरे देश में बढ़ेगी। विधायकों के लिए आवश्यक है कि अपनी बात रखते समय उनका जोश दिखे, परंतु क्रोध पूरी तरह से नियंत्रण में हो।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विषय में रूचि उत्पन्न करना और विषय से एकाकार कराने का मार्ग प्रशस्त करना ही प्रबोधन का उद्देश्य है। उन्होंने व्याकरणाचार्य महर्षि पाणिनी का उद्धरण देते हुए कहा कि आशा है कि प्रबोधन कार्यक्रम के बाद विधानसभा विधायकगण का प्रशिक्षण भी आयोजित करेगी और विधानसभा के विभिन्न दायित्वों संबंधी कार्यप्रणाली से विधायकगण को अवगत कराएगी। (आईएएनएस)