राजनांदगांव

100 साल पूरा होते ही नांदगांव के जैन मंदिर को तीर्थ का दर्जा
04-Feb-2022 1:36 PM
100 साल पूरा होते ही नांदगांव के जैन मंदिर को तीर्थ का दर्जा

 

श्वेताम्बर जैन समाज ने रखी नए जैन मंदिर की नींव

 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 फरवरी।
राजनांदगांव शहर के बीच स्थित श्वेताम्बर जैन समाज के मंदिर के 100 साल पूरा होने के बाद मंदिर को तीर्थ का दर्जा मिल गया है। समाज के अनुसार शताब्दी पार करने के बाद मंदिरों को तीर्थ का रूप दिए जाने की मान्यता है। श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ का मंदिर शहर के जैन बगीचे के नजदीक है।

बरसों से स्थानीय जैन अनुयायी मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। इस मंदिर की स्थापना 125 साल पहले की गई थी। धार्मिक मान्यता है कि मंदिरों को 100 साल पूरा होने के बाद तीर्थ के समान माना जाता है। इसी आधार पर जैन समाज ने स्थानीय सनसिटी रिहायशी कॉलोनी में 10 हजार स्क्वेयर फीट जमीन पर भव्य जैन मंदिर निर्माण की नींव रख दी है। शुक्रवार को मंदिर का विधिवत से शिलान्यास हुआ। इस दौरान समाज के लोगों ने नींव रखने के लिए नियमानुसार सोने और चांदी के सिक्के दान स्वरूप दिए। जिसकी नीलामी भी हुई। उक्त नीलामी से मिली रकम को मंदिर निर्माण के लिए भेंट की गई। यह भेंट  राजनांदगांव सकल जैन समाज अध्यक्ष नरेश डाकलिया की ओर से दी गई।

एक जानकारी के मुताबिक नवीन मंदिर निर्माण की प्रेरणा पीयूष सागर महाराज जी ने दी। उनके मार्गदर्शन में मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ। राजधानी रायपुर के सुरेश कांकरिया और चौरडिय़ा परिवार मंदिर निर्माण के लिए भूखंड के दानदाता हैं।  ऐसी उम्मीद है कि अगले दो साल के भीतर जैन धर्मावलंबी मंदिर निर्माण पूर्ण होने के बाद पूजा-अर्चना शुरू कर सकेंगे।

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