राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 मई। प्रदेश के नागरिकों को शासकीय योजनाओं का लाभ घर बैठे मिल सके इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एक मई 2022 को मुख्यमंत्री मितान योजना प्रारंभ की गयी। योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल की गई।
शुभारंभ अवसर पर जिला कार्यालय में महापौर हेमा सुदेश देशमुख,निगम अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता समेत मधुकर वंजारी, सतीश मसीह, राजेश गुप्ता चंपू, दुलारीबाई साहू, सिद्धार्थ डोंगरे, ऋषि शास्त्री, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, नगर निगम के उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह व प्रोग्रामर पंकज चंद्रवंशी उपस्थित थे। नागरिकों की सुविधा के लिए योजना शुभारंभ करने पर महापौर श्रीमती देशमुख ने मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री मितान योजना वर्तमान में 14 नगर निगमों मे प्रारंभ किया गया है। जिसमें अंबिकापुर, भिलाई, भिलाई चरोदा, बिलासपुर, बीरगांव, चिरमिरी, धमतरी, दुर्ग, जगदलपुर, कोरबा, रायगढ, रायपुर, राजनांदगांव एवं रिसाली शामिल है।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि राजनांदगांव नगर निगम में योजना के क्रियान्वयन के लिए शासन द्वारा उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह को नोडल अधिकारी एवं प्रोग्रामर पंकज चंद्रवंशी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। मितान योजनांतर्गत प्रथम चरण मे नगर पालिक निगम की सेवाएं जन्म-प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार, विवाह प्रमाण पत्र, गोमास्ता लाइसेंस का आम नागरिकों को मितान के माध्यम से उनके घर तक के सेवा का लाभ दिया जाएगा। उपरोक्त सेवाओं में विविध चालान की अनिवार्यता कम करने एवं ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा देने हेतु नगर पालिक निगम में सेवा प्रारंभ की गयी है। इसके लिए टोल फ्री नं. 14545 पर कॉल करना है। जिसके बाद शासन द्वारा मितान के माध्यम से नागरिकों के घर दस्तावेज, प्रमाण पत्र, लाइसेंस, बनवाने संबंधित सभी सुविधा उपलबध कराई जा रही है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री मितान योजना का लाभ लेने आवेदक दीपेश कुमार वैष्णव द्वारा 3 मई को टोल फ्री नं. 14545 पर कॉल किया गया। जिसमें उनके द्वारा अपनी पुत्री ओजस्वी वैष्णव जिनका जन्म श्रीराम हास्पिटल राजनांदगांव में 6 अपै्रल 2022 को हुआ था, का जन्म प्रमाण पत्र बनाने आवेदन किया गया, जिस पर कार्रवाई करते जन्म प्रमाण पत्र बनाकर मितान विनय साहू द्वारा आवेदक दीपेश कुमार वैष्णव के घर जाकर प्रदान किया गया।