राजनांदगांव
एसपी के लिए कुलसचिव का आवास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 मई। नवगठित जिला खैरागढ़ में कलेक्टर और एसपी के लिए सर्वसुविधायुक्त बंगले की तलाश अब पूरी हुई है। दोनों ओएसडी डॉ. जगदीश सोनकर और अंकिता शर्मा के लिए काफी जद्दोजहद के बाद अस्थाई निवास के रूप में आवास ढूंढ लिया गया है।
खैरागढ़ जिला के अस्तित्व में आने से पूर्व ओएसडीद्वय डॉ. सोनकर और शर्मा के लिए उचित रहवास की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है। दोनों अफसरों के लिए खैरागढ़ में सुविधा संपन्न आवास की कमी थी। खैरागढ़ डीएफओ के निवास को अब कलेक्टर बंगले के लिए चयनित किया गया है। हालांकि कलेक्टर बंगले के लिहाज से डीएफओ का आवास बेहद छोटा है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अफसरों के पास इससे बेहतर आवास उपलब्ध नहीं है। काफी तलाश के बाद डीएफओ निवास को कलेक्टर के लिए आरक्षित करने पर सहमति बनी है।
मिली जानकारी के मुताबिक ओएसडी डॉ. सोनकर को भी डीएफओ निवास पसंद आ गया है। पीडब्ल्यूडी ने एक पत्र लिखकर कलेक्टर आवास के लिए आधिपत्य देने की प्रशासन से मांग की है। उधर पुलिस ओएसडी अंकिता शर्मा के लिए भी आवास को लेकर अफसरों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
सूत्रों का कहना है कि खैरागढ़ युनिवर्सिटी के प्रशासनिक परिसर में स्थित कुलसचिव के आवास को एसपी बंगले में तब्दील किया जा रहा है। यह आवास कुलसचिव के लिए तैयार किया गया था। अब अस्थाई रूप से पुलिस ओएसडी निवास करेंगी। इधर कलेक्टोरेट बिल्डिंग के लिए भी ओएसडी ने दो-तीन भवन का निरीक्षण किया है। जिसमें पॉलिटेक्निक कॉलेज और युनिवर्सिटी के एक हॉस्टल को अस्थाई रूप से जिला कार्यालय बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
पॉलिटेक्निक कॉलेज खैरागढ़ के मध्य में स्थित है। ऐसे में यातायात का दबाव भी मार्ग में बढ़ेगा। हॉस्टल को कलेक्टोरेट का रूप देने की ज्यादा संभावना दिख रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने ओएसडी को हॉस्टल को ही कलेक्टोरेट में बदलने का सुझाव दिया है। हॉस्टल में तकरीबन 28 कमरे हैं। जिसमें प्रशासनिक कामकाज बेहतर तरीके से हो सकता है।