राजनांदगांव
क्षेत्रीय कार्यालय बंद करने का होगा विरोध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 मई। राजनंादगांव की अस्मिता, राजनंादगांव के स्वाभिमान और राजनांदगांव के विकास को जिस तरह से मात्र साढ़े तीन वर्ष में कांग्रेस सरकार ने रोका है और अपमानित करने की कोशिश की है, वैसा किसी शहर के साथ किसी सरकार ने नहीं किया होगा, जैसा भूपेश बघेल की सरकार कर रही है। राजनंादगांव से लगातार महत्वपूर्ण शासकीय कार्यालयों को जिस तरह से बंद किया जा रहा है या अन्यत्र दूसरे जगह ले जाया जा रहा है, उस पर अपनी प्रतिक्रिया देते पूर्व सांसद व भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कहा कि भूपेश सरकार ने अपने कार्यकाल में राजनंादगांव का कितना विकास किया है, उसको तो दूरबीन से भी खोजने में दिक्कत आएगी, किन्तु राजनांदगांव के पहचान को मिटाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि राजनंादगांव से छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम का कार्यालय, सेतु निगम का कार्यालय, एडीबी ऑफिस सबको बंद कर दिया गया है और शासकीय प्रेस को भी लगभग हटाने की तैयारी कर ली गई है। जिसका भाजपा ने भरपूर विरोध किया है, किन्तु जानकारी के अनुसार क्रेडा के राजनंादगांव क्षेत्रीय कार्यालय को भी बंद किया जा रहा है और अतिशीघ्र बंद भी हो जाएगा जो राजनंादगांव के प्रति अन्याय की पराकाष्ठा है। शायद यह राजनंादगांव शहर से उनकी पराजय का बदला लेने का अंदाज है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि सत्ता के साथ-साथ राजनंादगांव की कांग्रेस पार्टी भी पूरी तरह से कोमा में चली गई है। भूपेश सरकार राजनंादगांव के साथ लगातार अन्याय कर रही है। राजनांदगांव के कांग्रेस नेता उनकी चाटुकारिता करने में मस्त है कि वे बर्बाद करते शहर पर भी आंखे बंद कर ताली बजा रहे हैं और विरोध के एक शब्द भी नहीं बोल पा रहे है।
श्री यादव ने कहा कि क्रेड़ा के क्षेत्रीय कार्यालय को बंद करने का भरपूर विरोध करेंगे। आवश्यकता होगी तो चक्काजाम भी करेंगे, किन्तु राजनंादगांव से शासकीय कार्यालयों को स्थानांतरित करने की भूपेश सरकार की इस नवीन परंपरा को अब सफल नहीं होने दिया जाएगा।