राजनांदगांव
छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना का राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 मई। राज्य के अधिसूचित जिलों के सघन जंगलों की कटाई पर आपत्ति व्यक्त करते हसदेव अरण्य के पेड़ों की सुरक्षा को लेकर छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना ने मंगलवार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के सदस्यों का कहना है कि पेड़ों को धडल्ले से काटा जा रहा है। जीवनदायिनी हसदेव नदी की घाटियों के जंगलों को काटकर प्रकृति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जंगलों को महज जमीन के नीचे दबे कोयले के लिए धराशाही किया जा रहा है। निजी खनन कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने के उ्द्देश्य से पेडों की कटाई की जा रही है।
छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना ने राष्ट्रपति को 6 बिन्दुओं पर ध्यानाकर्षण कराते पेड़ों की सुरक्षा को लेकर मांग की है, जिसमें हसदेव के जंगल और पहाड़ को नुकसान पहुंचाने पर रोक, विलुप्ति की कगार पर खड़ी प्रजातियों के संरक्षण, हसदेव अरण्य इलाके में पेशा कानून लागू करने समेत अन्य मांग शामिल हंै।